सीता नवमी व मासिक दुर्गाष्टमी आज, जानें पूजन के शुभ मुहूर्त, विधि
Sita Navami 2025 Masik Durgashtami today: सीता नवमी को सीता जयन्ती के नाम से भी जाना जाता है। विवाहित महिलायें इस दिन व्रत रखती हैं तथा अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं।

Sita Navami 2025 Masik Durgashtami today: आज वैशाख शुक्ल पक्ष की सीता नवमी व मासिक दुर्गाष्टमी है। सीता नवमी को सीता जयन्ती के नाम से भी जाना जाता है। विवाहित महिलायें इस दिन व्रत रखती हैं तथा अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं। दृक पंचांग के अनुसार, 5 मई के दिन सीता नवमी व मासिक दुर्गाष्टमी पड़ रही है। आज अष्टमी तिथि सुबह 07:35 बजे तक, जिसके बाद नवमी तिथि प्रारंभ हो गई है। नवमी तिथि का समापन कल 08:38 बजे तक होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन मिथिला के राजा जनक को हल चलाते समय धरती से माता सीता मिली थीं। इसलिए इस दिन को 'भूमिपुत्री' या 'धरती की बेटी' सीता का जन्मदिन भी कहा जाता है। आइए जानते हैं आज पूजन के शुभ मुहूर्त व विधि-
शुभ योग: पंचांग अनुसार, आज वृद्धि योग का निर्माण हो रहा है, जो रात्रि 12:20 ए एम तक रहेगा। रवि योग दोपहर 2:01 बजे से मई 06 की सुबह 05:36 बजे तक रहेगा।
पूजा के मुहूर्त
- सीता नवमी मध्याह्न मुहूर्त - 10:58 से 13:38
- अवधि - 02 घण्टे 40 मिनट्स
- सीता नवमी मध्याह्न का क्षण - 12:18
- अभिजित मुहूर्त 11:51 से 12:45
- विजय मुहूर्त 14:32 से 15:25
- गोधूलि मुहूर्त 18:58 से 19:19
- अमृत काल 12:20 से 14:01
- रवि योग 14:01 से 05:36, मई 06
पूजन विधि- प्रात: स्नान कर व्रत और पूजा का संकल्प लें। सभी देवी-देवताओं का जलाभिषेक करें। मां दुर्गा, माता सीता और भगवान श्रीराम की प्रतिमा या चित्र के सामने दीप जलाएं। पुष्प, धूप, फल-फूल और नैवेद्य अर्पित करें। माता सीता की कथा और रामायण का पाठ करें। भोग लगाएं। आरती करें। कन्याओं को भोजन कराकर उन्हें उपहार दें। क्षमा प्रार्थना करें।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।