Basant Panchami 2023: बसंत पंचमी क्यों है शादी के लिए अबूझ मुहूर्त, भगवान शिव से भी जुड़ा है इस तिथि का नाता
Marriage on Basant Panchami 2023: बसंत पंचमी का दिन शादी-विवाह आदि के लिए अति उत्तम माना गया है। इस दिन किसी भी मांगलिक कार्य के लिए मुहूर्त नहीं देखा जाता है। जानें कारण-

Basant Panchami 2023 Marriage: बसंत पंचमी 26 जनवरी 2023, गुरुवार को है। बसंत पंचमी का दिन शुभ कार्यों के लिए अति उत्तम माना गया है। इस दिन शादी-विवाह, मुंडन, नामकरण, गृह-प्रवेश व खरीदारी की जाती है। कहते हैं कि इस दिन विवाह के बंधन वाले जातकों को सभी देवी-देवताओं का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है और जोड़े का बंधन सात जन्मों तक रहता है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का तिलकोत्सव हुआ था। इसलिए यह दिन शादी के लिए काफी शुभ माना गया है।
दिल्ली में करीब पांच हजार शादियां-
अखिल भारतीय ज्योतिष परिषद के राष्ट्रीय महासचिव आचार्य कृष्ण दत्त शर्मा ने बताया कि बसंत पंचमी का दिन शादी-विवाह के लिए काफी शुभ माना जाता है। अनसूझ तारीख वाली शादियों के लिए यह दिन शुभ माना जाता है। कहा कि दिल्ली-एनसीआर में तीन हजार के करीब विवाह स्थल हैं। एक सर्वेक्षण के तहत दिल्ली में पांच हजार शादियां बसंत पंचमी के दिन हो रही हैं।
अबूझ मुहूर्त क्या होता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस तिथि को अबूझ मुहूर्त बनता है। उस दिन पंचांग देखने की जरूरत नहीं होती है। इस दिन बिना किसी शुभ मुहूर्त को देखे ही शुभ या मांगलिक कार्य किए जाते हैं।
इन तिथियों पर बनते हैं अबूझ मुहूर्त-
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, साल में दस ऐसे अबूझ मुहूर्त होते हैं जिनमें किसी भी मांगलिक कार्य की शुरुआत करना शुभ होता है। इनमें नवरात्रि, दिवाली, अक्षय तृतीया, बसंत पंचमी, आखा तीज, , देवउठनी एकादशी और भड़मी नवमी आदि शामिल हैं।