मेडिकल कॉलेज के लिफ्ट में फंसा 12 साल का बच्चा, मचा हड़कंप; भर्ती मां से मिलने गया था अस्पताल
अंदर से काफी शोर मचाने पर वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने लिफ्ट में फंसे बच्चे की आवाज सुनी। उसने परिचितों को बताया। परिजन अस्पताल के गार्ड को लेकर गए। काफी मशक्कत कर लिफ्ट को सही कराया गया।

मधेपुरा के जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिफ्ट में शुक्रवार की रात एक बच्चा करीब एक घंटे तक लिफ्ट में फंसा रहा। काफी मशक्कत के बाद बच्चे को लिफ्ट से बाहर निकाला जा सका। लिफ्ट से बाहर निकलने के बाद बालक अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर बेहद आक्रोशित नजर आया। इसके विरोध में अस्पताल में मौजूद लोगों ने बवाल किया। लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया गया।
बताया गया कि बालक कि सिंहेश्वर थाना क्षेत्र के बेचन मुखिया का 12 वर्षीय पुत्र कपिल कुमार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती अपनी मां को देखने शुक्रवार की रात अस्पताल पहुंचा था। अस्पताल में लिफ्ट के जरिए ग्राउंड फ्लोर से पांचवें तल पर जा रहा था।लिफ्ट चलने के बाद अचानक बीच में ही रुक गया। अंदर से काफी शोर मचाने पर वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने उसकी आवाज सुनी। उसने परिचितों को बताया। परिजन अस्पताल के गार्ड को लेकर गए। काफी मशक्कत कर लिफ्ट को सही कराया गया।
करीब एक घंटे के बाद बालक लिफ्ट से बाहर निकल सका। कपिल ने बताया कि उसकी मां मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पांचवें बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर पर एडमिट है। वह अपनी मां को देखने आया था। ग्राउंड फ्लोर पर वह लिफ्ट पर चढ़ा और थोड़ा सा उपर जाते ही अचानक लिफ्ट फंस गया। पहले तो उसको कुछ समझ नहीं आया। फिर वह लिफ्ट का दरवाजा पीटने लगा।
कपिल ने बताया कि लिफ्ट के अंदर गर्मी और बिजली कट जाने के कारण अंधेरे से वह काफी डर गया था। लिफ्ट से बाहर निकलने के बाद कपिल और उसके परिजनों ने राहत की सांस ली। लोगों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज के कई लिफ्ट खराब हैं। अस्पताल प्रबंधन द्वारा लिफ्ट को ठीक नहीं कराया जा रहा है।