केस से नाम हटवाने के लिए 20000 कैश और वॉशिंग मशीन, निगरानी ने दारोगा को घूस लेते दबोचा
निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के मुताबिक असाव थाने के सहसराव पारसाहा टोला निवासी चंदन कुमार यादव ने निगरानी में घूस मांगे जाने से संबंधित शिकायत चार अप्रैल 2025 को दर्ज कराई थी।

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो मुख्यालय की टीम ने सीवान के असाव थाने में तैनात दारोगा मिथिलेश मांझी को 20 हजार रुपये और एक वॉशिंग मशीन घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। घूस की राशि थाने में दर्ज एक केस में नाम हटाने एवं केस डायरी में मदद करने के लिए ली जा रही थी। निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के मुताबिक असॉव थाने के सहसराव पारसाहा टोला निवासी चंदन कुमार यादव ने निगरानी में घूस मांगे जाने से संबंधित शिकायत चार अप्रैल 2025 को दर्ज कराई थी।
परिवादी की शिकायत के सत्यापन के दौरान आरोपी दारोगा के द्वारा घूस मांगे जाने का प्रमाण पाया गया। प्रथम दृष्टया आरोप सही पाये जाने पर निगरानी थाने में मामला दर्ज करते हुए डीएसपी राजन प्रसाद सिंह के नेतृत्व में एक धावादल का गठन किया गया। इस धावा दल ने कार्रवाई करते हुए अभियुक्त मिथलेश मांझी को 20 हजार रुपये नकद और 19800 रुपये मूल्य के एक वॉशिंग मशीन घूस के रूप में लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
यह गिरफ्तारी सीवान के चकिया बिन्दुसार रोड स्थित डॉ मिताली कुमारी के नर्सिंग होम के सामने से की गयी। निगरानी ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि वाशिंग मशीन 09 मई 2025 को जिमी सेल्स (एलजी शॉप) बबुनिया रोड, सिवान से शिकायतर्ता द्वारा 19800 रुपये में खरीद की गयी थी।