NHAI के 3 अफसर दिल्ली तलब, CBI की नोटिस; रामकृपाल कंस्ट्रक्शन से घूस लेने का आरोप
- बीते 22 मार्च को एनएचएआई में बड़े पैमाने पर घूसखोरी का पर्दाफाश होने के बाद सीबीआई की टीम ने मुजफ्फरपुर में एनएचएआई के कार्यालय में सात घंटे तक छानबीन की थी। इससे जुड़े तीन अधिकारियों को सीबीआई ने तलब किया है।

मेसर्स रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी पर सीबीआई रेड के दायरे में एनएचएआई के बड़े आधिकारी आ रहे हैं। कंपनी को नाजायज लाभ पहुंचाने के लिए घूसखोरी के आरोप में फंसे एनएचएआई के तीन अधिकारियों को पूछताछ के लिए सीबीआई के दिल्ली मुख्यालय बुलाया गया है। सूत्रों के अनुसार मुजफ्फरपुर व दरभंगा डिविजन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ललित कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (आरओ) वाईबी सिंह व पूर्णिया परियोजना इकाई के उप महाप्रबंधक कुमार सौरभ से पूछताछ होगी। उन्हें सीबीआई की ओर से दिल्ली बुलाए जाने को लेकर सूचना दी गई है।
बीते 22 मार्च को एनएचएआई में बड़े पैमाने पर घूसखोरी का पर्दाफाश होने के बाद सीबीआई की टीम ने मुजफ्फरपुर में एनएचएआई के कार्यालय में सात घंटे तक छानबीन की थी। इस दौरान पीडी ललित कुमार से घंटों पूछताछ की गई थी। मुख्य रूप से अनुसूची एच व टेंडर विस्तार को लेकर ललित कुमार और वाईबी सिंह के बीच वार्ता हुई थी। इस संबंध में सीबीआई को विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी मिली है। मुजफ्फरपुर के ठेकेदार सत्यनारायण सिंह उर्फ पप्पू सिंह के माध्यम से ललित कुमार को घूस के 10 लाख रुपये के भुगतान की बात भी सीबीआई को बताई गई है। इस संबंध में सीबीआई ललित कुमार और वाईबी सिंह से पूछताछ कर सकती है।
सीबीआई के एसपी सुहैल शर्मा ने मामले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर के पीडी ललित कुमार और मुख्य महाप्रबंधक वाईबी सिंह के बीच हुई वार्ता का उल्लेख किया है। इसमें अनुसूची एच और रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर विस्तार देने की चर्चा है। सीबीआई ने एफआईआर में भी इसका जिक्र किया है। इसके अलावा, सीबीआई मामले में 12वें नंबर के आरोपित मुजफ्फरपुर के ठेकेदार सत्यनारायण सिंह उर्फ पप्पू सिंह से भी पूछताछ करेगी।
एनएच-119डी के ताल दशहरा से बेला नवादा सेक्शन के ग्रीनफील्ड अलाइनमेंट के राजमार्ग खंड के निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल पर भी आंखें बंद कर लेने और मापी पुस्तिका में हेरफेर को लेकर साइट इंजीनियर अंशुल ठाकुर पर उच्चस्तरीय दबाव बनाया गया था। इसको लेकर साइट इंजीनियर से भी पूछताछ की जा सकती है। मामले में अन्य 9 आरोपितों से भी सीबीआई घूसखोरी के मामले में अलग-अलग बिंदुओं पर पूछताछ करेगी। साक्ष्य के आधार पर आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। अन्य आरोपितों के ठिकानों पर तलाशी के लिए सीबीआई सर्च ऑपरेशन चला सकती है। आरोपितों और उनके करीबियों के बैंक अकाउंट का ब्योरा भी खंगाला जा रहा है।