बिहार में लव, सेक्स धोखा; शादी का झांसा दे 5 सालों तक हुआ हमबिस्तर, नौकरी के बाद धक्का मार भगाया
- युवक ने गांव के दलित लड़की को शादी का झांसा देकर 5 वर्षों तक शारीरिक शोषण किया। जब युवक का जॉब इंडियन आर्मी में हुआ तो उसने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद जब युवती ने शादी के लिए जब दबाव बनाया तो युवक व परिजनों ने युवती व उसके परिजनों के साथ मारपीट की।

बिहार के पश्चिम चंपारण में एक युवती का शादी का झांस देकर पांच सालों तक यौन शोषण और सरकारी नौकरी लगने पर धक्के मारकर भगा देने का मामला सामने आया है। पीड़िता के आवेदन पर आरोपी युवक पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। आरोपी इंडियन आर्मी में जॉब करता है। पीड़िता शादी से पहले दो बार प्रेग्नेंट भी हुई लेकिन आरोपी ने दबाव देकर गर्भपात करवा दिया। कांड दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही है।
मामला बथुवारिया थाना क्षेत्र के गांव का है। गांव के एक युवक ने गांव के दलित लड़की को शादी का झांसा देकर 5 वर्षों तक शारीरिक शोषण किया। जब युवक का जॉब इंडियन आर्मी में हुआ तो उसने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद जब युवती ने शादी के लिए जब दबाव बनाया तो युवक व परिजनों ने युवती व उसके परिजनों के साथ मारपीट की। इसके बाद पीड़िता ने स्थानीय थाने में आवेदन देकर गांव के ही युवक रिशु वर्णवाल पर शादी का झांसा देखकर 5 सालों तक शारीरिक शोषण करने एवं मारपीट करने का आरोप लगाया।
पीड़िता का कहना है कि रिशु वर्णवाल ने विगत पांच वर्षों से उसे शादी का भरोसा देकर उसके साथ संबंध बनाए। इस दौरान वह लगातार शादी का वादा करता रहा। लेकिन जब उसकी आर्मी में नौकरी लग गई तो उसके घरवालों ने किसी और लड़की से शादी तय कर दी। जब इस धोखे का पता चला, तो युवती युवक के घर पहुंची, जहां हंगामा खड़ा हो गया। युवती ने बताया कि घर में घुसकर रिशु से शादी की बात की, लेकिन वहां उसे गालियां दी गईं और धक्के देकर निकाल दिया गया।
युवती का आरोप है कि रिशु ने पहले भी दो बार उसे गर्भपात के लिए मजबूर किया था। इस घटना के बाद पीड़िता जब बथुवरिया थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई। बथवारिया थाना अध्यक्ष कामेश कुमार ने बताया कि पीड़ित के द्वारा थाना को आवेदन दिया गया था। थाना में महिला ऑफिसर नहीं होने के कारण लड़की को महिला थाना बगहा भेज दिया गया है। महिला थाना के द्वारा ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। आश्वासन दिया कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।