नासरीगंज-सकड्डी स्टेट हाईवे पर अवैध रूप से गाड़ियों का होता है ठहराव
-सहार प्रखंड मुख्यालय पर स्थायी बस पड़ाव के लिए स्थान नहीं , मुख्य मार्ग पर वाहनों के ठहराव से जाम की स्थिति होती है उत्पन्न -वर्षों से बंद पड़ा हाईमास्क लाइट, अंधेर में रात में सफर में मुश्किलें

-सहार प्रखंड मुख्यालय पर स्थायी बस पड़ाव के लिए स्थान नहीं -मुख्य मार्ग पर वाहनों के ठहराव से जाम की स्थिति होती है उत्पन्न -वर्षों से बंद पड़ा हाईमास्क लाइट, अंधेर में रात में सफर में मुश्किलें -शौचालय, शेड और पेयजल सहित बुनियादी सुविधाओं का अभाव सहार, संवाददाता। भोजपुर जिले के सहार प्रखंड मुख्यालय पर स्थायी बस पड़ाव के लिए अब तक स्थान आवंटित नहीं हो सका है। ऐसे में दूसरे राज्यों सहित अन्य जिलों के लिए खुलने वाली बसों का ठहराव अवैध रूप से नासरीगंज-सकड्डी स्टेट हाईवे 81 के किनारे होता है। आरा से अरवल और सकड्डी से नासरीगंज की ओर जाने वाली बसों के रुकने और यात्रियों के सड़क पर ही उतरने-चढ़ने से इस मुख्य मार्ग पर कई बार जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
इस मार्ग पर मुख्य रूप से रांची, पटना, आरा, अरवल, रोहतास, औरंगाबाद, छपरा सहित विभिन्न गंतव्य स्थानों को जाने वाली यात्री बसों की संख्या दो दर्जन से अधिक है। इनके अलावा मैजिक, पिकअप, स्कॉर्पियो और ऑटो से यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की संख्या प्रतिदिन एक हजार से अधिक आंकी जाती है। ऐसे में सहार बस पड़ाव पर इन यात्रियों की सुविधाएं नगण्य हैं। लोग निजी दुकानों के शेड या पेड़ों के नीचे खड़े होकर अपने गंतव्य स्थान को जाने के लिए वाहनों का इंतजार करते दिखते हैं। वर्षों से बंद पड़ी है बस पड़ाव पर लगी हाईमास्क लाइट भारत सरकार के तत्कालीन ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की अनुशंसा पर एनटीपीसी की ओर से बस पड़ाव पर हाई मास्क लाइट लगाये जाने से रात के समय सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती है। रात में वाहन खड़ी करने वाले वाहन स्टाफ सहित यहां से गुजरने वाले सैकड़ों लोगों को सुविधा मिलती थी, परंतु बीते करीब एक वर्ष से रखरखाव के कारण हाई मास्क लाइट के खराब हो जाने से यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से रांची, औरंगाबाद और हजारीबाग को जाने वाले यात्रियों को अंधेरे में अनहोनी का खतरा बना रहता है। जानकारी के अनुसार हाई मास्क लाइट के रखरखाव का जिम्मा सहार बीडीओ मनोरमा कुमारी को दिया गया है, परंतु इस संबंध में पूछने पर वे अनभिज्ञ दिखीं। शौचालय, पेयजल सहित बुनियादी सुविधाओं का अभाव प्रतिदिन हजारों यात्रियों को गंत्व्य कराने वाला सहार बस पड़ाव शौचालय, पेयजल सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं से विहीन है। एक अदद शौचालय नहीं होने के कारण यहां कामकाजी महिलाओं, छात्राओं और अन्य महिला यात्रियों को शर्मिंदा होना पड़ता है। सहार बस पड़ाव पर प्रतिदिन यात्रा करने वाले यात्रियों की वर्षों से एक शौचालय की मांग रही है। वहीं पेयजल के लिए सौ मीटर की दूरी पर मात्र दो चापकल हैं, जहां से आसपास के दुकानदार सहित यात्री और वाहन चालक पानी लाते हैं। बस पड़ाव पर बना एक यात्री शेड भी सुविधा विहीन है। बसें इस पड़ाव पर न रखकर मुख्य सड़क पर ही रुकती हैं। ऐसे में यात्री शेड में आवारा पशु, असामाजिक तत्व और स्थानीय दुकानदार इसका उपयोग करते हैं। वहीं सड़क किनारे बसें लगने से यात्रियों को सड़क किनारे धूप में प्रतीक्षा में खड़े रहना पड़ता है। प्रचंड गर्मी, बरसात और कड़ाके की ठंड में यह कष्टदायी होता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।