वीकेएसयू का पहला स्वायत्त संस्थान बना माता मंझारो ट्रेनिंग कॉलेज
-यूजीसी के संयुक्त सचिव ने वीर कुंवर सिंह विवि के कुलसचिव को जारी किया पत्र, कुंवर सिंह विवि की संबद्ध इकाई

-यूजीसी के संयुक्त सचिव ने वीर कुंवर सिंह विवि के कुलसचिव को जारी किया पत्र आरा। निज प्रतिनिधि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की संबद्ध इकाई माता मंझारो अजब दयाल सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज को यूजीसी ने ऑटोनॉमस कॉलेज घोषित किया है। यह विवि का पहला ऐसा बीएड कॉलेज है, जिसे ऑटोनॉमस कॉलेज घोषित किया गया है। इस संबंध में यूजीसी के संयुक्त सचिव डॉ आर मनोज कुमार ने वीर कुंवर सिंह विवि के कुलसचिव को पत्र जारी कर दिया है। पत्र में माता मंझारो अजब दयाल सिंह शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय को स्वायत्त दर्जा प्रदान करने की जानकारी दी गयी है। इसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने 13 मार्च को आयोजित अपनी बैठक में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध माता मंझारो अजब दयाल सिंह शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, दुलौर, जगदीशपुर को यूजीसी (महाविद्यालयों को स्वायत्त दर्जा प्रदान करना और स्वायत्त महाविद्यालयों में मानकों के रखरखाव के उपाय) विनियम, 2023 के खंड 7.4 के अनुसार शैक्षणिक वर्ष 2025-2026 से 2029-2030 तक पांच वर्ष की अवधि के लिए स्वायत्त दर्जा प्रदान करने के लिए स्वायत्त महाविद्यालयों पर स्थायी समिति की सिफारिश को मंजूरी दे दी है। यूजीसी ने वीर कुंवर सिंह विवि को यूजीसी विनियमों के अनुसार महाविद्यालय को स्वायत्त दर्जा प्रदान करने के संबंध में 30 दिनों के भीतर आवश्यक अधिसूचना जारी करने को कहा है। इसमें कहा गया है कि स्वायत्त कॉलेज को स्वायत्त कॉलेजों के लिए यूजीसी विनियम, 2023 के सभी प्रावधानों का पालन करना आवश्यक है। कॉलेज स्वायत्तता की अवधि पूरी होने से कम से कम तीन महीने पहले स्वायत्त स्थिति के विस्तार के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को आवेदन करेगा। यूजीसी से भी कॉलेज को मिल चुकी है मान्यता बता दें कि यूजीसी से मान्यता लेने वाला विवि का पहला बीएड कॉलेज माता मंझारो अजब दयाल सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज जगदीशपुर है। कॉलेज को यूजीसी की मान्यता की श्रेणी में शामिल करने का पत्र पिछले महीने यूजीसी की ओर से विवि के कुलसचिव को भी जारी किया गया था। उक्त कॉलेज का नाम यूजीसी अधिनियम, 1956 की धारा 2 (एफ) और 12 बी के तहत मास्टर डिग्री तक पढ़ाने वाले गैर सरकारी कॉलेज की सूची में शामिल किया गया है। कॉलेज को अब यूजीसी अधिनियम,1956 की धारा 12 बी के बनाये गये नियमों के तहत केंद्रीय सहायता प्राप्त करने के लिए भी घोषित किया गया है। मालूम हो कि विवि अंतर्गत आने वाला माता मंझारो अजब दयाल सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज को नैक से मिला बी प्लस प्लस ग्रेड हासिल है। यह ग्रेड पिछले वर्ष जुलाई माह में मिला था। नैक से जुड़ने वाला विवि का पहला बीएड कॉलेज माता मंझारो अजब दयाल सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज है। ऑटोनॉमस कॉलेज का क्या है फायदा ऑटोनॉमस कॉलेज या स्वायत्त कॉलेज का मतलब है, वह कॉलेज जिसे अपने पाठ्यक्रम और दैनिक गतिविधियों पर पूरा नियंत्रण होता है। स्वायत्त कॉलेजों को यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों की सूची से अपना खुद का पाठ्यक्रम शुरू करने का अधिकार होता है। स्वायत्त कॉलेजों में शैक्षणिक पैटर्न सावधानीपूर्वक बनाया जाता है। छात्रों की देखभाल की जाती है। साथ ही स्वायत्त कॉलेजों में किसी से अनुमति मांगने की ज़रूरत नहीं होती है। यह कॉलेज पूरी तरह से कॉलेज के प्रमुख पर निर्भर करता है। ऑटोनॉमस कॉलेजों को बिना यूनिवर्सिटी की अनुमति के ही कोर्स शुरू करने का अधिकार होता है। स्वायत्त कॉलेजों को अपना पाठ्यक्रम, परीक्षा पैटर्न डिजाइन करने की आजादी होती है। इन कॉलेजों को यूजीसी से अलग से फंड की सहायता मिलती है। इन कॉलेजों में परीक्षाएं अपने परीक्षा सेल के जरिए कार्रवाई जाती है। क्या कहते हैं अध्यक्ष फोटो डॉ मधेश्वर सिंह संस्थान के अध्यक्ष डॉ मधेश्वर सिंह ने बताया कि यह कॉलेज यूजीसी की लिस्ट में भी शामिल हो गया है। इसे स्वायत्त संस्थान घोषित किया गया है, जो महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने सफलता पर कॉलेज के सभी सदस्यों के प्रति आभार जताया है। कहा कि सभी विभागों के शिक्षकों और कर्मियों के अथक प्रयासों की बदौलत यह संभव हो पाया है। कहा कि आगे भी संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए संकल्पित है।
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