पराली जलाने में ढाई एकड़ में लगी मक्के की फसल राख
भरगामा के गोलहा गांव में पराली जलाने के कारण एक किसान की ढाई एकड़ में लगी मकई फसल जल गई। किसान राही कुमार ने पड़ोसियों से पराली जलाने से मना किया था, लेकिन उनकी बात अनसुनी की गई। आग लगने से उन्हें...

भरगामा। भरगामा प्रखंड के गोलहा गांव में पराली जलाने के दौरान अचानक भड़की आग से एक किसान की ढाई एकड़ में लगी मकई फसल जलकर राख हो गये। इस घटना से किसान को लगभग ढाई लाख रुपये की क्षति हुई है। घटना बुधवार की दोपहर की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गोलहा निवासी घनश्याम यादव के पुत्र राही कुमार के खेत से सटे दूसरे किसान पराली जला रहे थे। राही कुमार ने बताया कि तेज हवा को देखते हुए उन्होंने पराली जलाने से मना किया था और आग्रह किया था कि पहले उनकी मकई की फसल कट जाने दी जाए, लेकिन उनकी बातों को अनसुना करते हुए पड़ोसियों ने पराली में आग लगा दी।
तेज हवा के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया और देखते ही देखते राही कुमार के खेत में लगी मकई की फसल को अपनी चपेट में ले लिया। ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक पूरी फसल जलकर नष्ट हो चुकी थी। घटना की सूचना समाजसेवी सितांशु शेखर पिंटू ने तत्काल अग्निशमन विभाग को दी। दमकल वाहन मौके पर पहुंचा और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। राही कुमार ने इस मामले को लेकर भरगामा थाना में लिखित आवेदन दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लापरवाही पूर्वक पराली जलाने से उनकी मेहनत और पूंजी दोनों जलकर नष्ट हो गई। इस मामले में भरगामा थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि अगलगी की घटना को लेकर आवेदन प्राप्त हुआ है। मामले की जांच की जा रही है और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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