स्वतंत्रता सेनानी रामानंद बाबू की यादों से जुड़ी जनक लाल पथ को जीर्णोद्धार की दरकार
अररिया के वार्ड संख्या 19 स्थित जनक लाल पथ पर पिछले 45 वर्षों से कोई विकास नहीं हुआ है। स्थानीय लोग नाराज हैं कि अन्य क्षेत्रों में विकास हो रहा है लेकिन इस महत्वपूर्ण सड़क को नजरअंदाज किया गया है।...

अररिया, अमरेन्द्र कुमार। जब शहर से गांव और खेत से खलिहान तक पक्की रोड का जाल फैल गया है तथा विकास का ढोल पीटा जा रहा है ऐसे में शहर के वार्ड संख्या 19 स्थित जनक लाल पथ अपने अस्तित्व पर आंसू बहा रहा है । विगत 1980 में इस पथ पर इट बिछाया गया था । तब से अब तक यहां के निवासी पक्की सड़क का सपना देख रहे हैं । शहर के वार्ड संख्या 19 में जितने भी पार्षद हुए सभी इस पथ एवं इससे आसपास से जुड़े रहे । मगर किसी ने इसकी सुधि नहीं ली। सरकारी कार्यालय, राजनीतिक, धार्मिक ,शैक्षिक आदि महत्व से जुड़े इस सड़क के निर्माण व जीर्णोद्धार को जिस तरह से बिसरा दिया गया इसका खामियाना यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
अब तो स्थानीय लोग यह भी कहते नहीं थकते हैं कि जब चलने के लिए रोड नहीं तो फिर नगर परिषद से क्या फायदा। इस खंडहरनुमा रोड को लेकर स्थानीय निवासियों में भारी आक्रोश पनपने लगा है। सुनने में बेशक अटपटा लगता हो मगर हकीकत तो यही है कि फारबिसगंज नगर परिषद वार्ड संख्या 19 स्थित जनक लाल पथ जो कई मायनो में अति महत्वपूर्ण है , लेकिन 45 वर्षों से इसकी किसी ने सुधि नहीं ली है। हालात और कहानी सुनकर लगता नहीं है कि यह सड़क नगर परिषद का हिस्सा भी है या नहीं। इस पथ में स्वतंत्रता सेनानी रहे रामानंद बाबू की यादें जुड़ी रही। तीन-तीन वार्ड पार्षद का घर भी इसी सड़क किनारे रहा है जबकि वर्तमान एवं एक पूर्व के वार्ड पार्षद का सरोकार इस खंडहरनुमा सड़क से जुड़ा रहा है। इतना ही नहीं कस्टम कार्यालय, लायंस नेत्रालय ,सरस्वती विद्या मंदिर , डीपीएस स्कूल ,कोसी कॉलोनी, सत्संग भवन सहित चर्चित पंचमुखी हनुमान मंदिर का भी सड़क भी प्रमुख रास्तों में शुमार है। लोगों को इस बात का दर्द है कि इतनी महत्वपूर्ण इस सड़क को जनप्रतिनिधियों द्वारा क्यों भुला दिया गया है। स्थानीय लोगों को इस बात का निराशा है कि पूरे शहर के सभी वार्डो का विकास हो रहा है मगर इतनी महत्वपूर्ण सड़क को आखिर कैसे भुला दिया गया । लोगों ने यह भी कहा कि वार्ड पार्षदों की बात कौन करें पूर्व मुख्य पार्षद गुंजन सिंह भी इसी सड़क किनारे के निवासी हैं। इतना ही नहीं यह भी आरोप लगाया की मुख्य पार्षद बीणा देवी ने चुनाव के समय वादा की थी कि जीतने के बाद पहला काम इस रोड का निर्माण ही होगा। मगर सब के सब भूल गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि हल्की बारिश में यह रोड जलजमाव में परिवर्तित हो जाता है। बाइक की बात कौन करें पैदल चल पाना भी मुश्किल हो जाता है। सबसे परेशानी बच्चों के साथ होती है ।कई विद्यालयों से इस रोड के जुड़े होने के कारण भी बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं । मगर शासन प्रशासन किसी के द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता है। नप प्रशासन की बात से अलग स्थानीय विधायक एवं सांसद की भी इस पर नजर नहीं पड़ती है । वार्ड वासियों ने कहा कि उन लोगों को जीने का अधिकार से वंचित होना पड़ रहा है ।जो न्यूनतम सुविधा है वह भी उन लोगों को नसीब नहीं हो पा रहा है ।सरकार द्वारा बहुत कम आबादी पर सड़क संपर्क का प्रावधान बनाया गया है मगर यह अति महत्वपूर्ण सड़क को सुदृढ़ करने के लिए किसी के पास समय नहीं है ।लोगों का कहना है कि वह इस सड़क को लेकर काफी आहत है । क्योंकि बच्चों की पढ़ाई से लेकर यज्ञ प्रवचन शादी विवाह तक में इतनी परेशानी होती है जिसका कोई सीमा नहीं रहता है। ऐसे में अगर नप प्रशासन की नींद नहीं टूटी तो फिर दूसरा रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा। स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि कोई एक दो वर्ष की समस्या नहीं है बल्कि दो से तीन दशक पुरानी समस्या है। फिर भी इसे नजर नजर अंदाज किया जाना यह अपने आप में चौंकाने वाला है। नगर परिषद के ईओ सूर्यानन्द सिंह ने कहा कि फारबिसगंज नगर परिषद क्षेत्र के सभी 25 वार्डो का सड़क बेहद महत्वपूर्ण है । इस सड़क के लिए भी फंड का आवंटन किया गया है। इस दिशा में काम जारी है । हर हाल में इस सड़क का निर्माण कराया जाएगा ताकि वहां के लोग सड़क सुविधा से वंचित नहीं रह सके। विधायक योजना से काम की चर्चा का भी जानकारी ली जा रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।