कटोरिया व चांदन के 300 बालकों को सीखाई जायेगी सुरक्षित तैराकी
पेज तीन की लीडपेज तीन की लीड हिन्दुस्तान विशेष 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग वाले बालकों को दिया जायेगा सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण 2 जून से 31 जुलाई

बांका, निज प्रतिनिधि। जिले में हर साल 120 से अधिक लोगों की मौत पानी में डूबने से हो रही है। जिसमें बच्चों की संख्या सबसे अधिक होती है। जिससे बचाव के लिए सरकार की ओर से आपदा न्यूनिकरण योजना चलाई जा रही है। जिसमें सुरक्षित तैराकी भी शामिल है। इसी कडी में अब बिहार राज्य आपदा प्रबंधन अभिकरण की ओर से जिले के कटोरिया एवं चांदन प्रखंड के चयनित 300 बालकों को समुदाय स्तर पर सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिसकी शुरूआत 2 जून से हो रही है। जो 31 जुलाई तक चलेगी। यहां सुरक्षा प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए पांच चरणों में सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इसके लिए साइट्स भी चिन्हित कर लिए गये हैं। इसमें कटोरिया के खरवा बांध कोरासी मनियां एवं चांदन के पुरना बांध चांदन में 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग वाले बालकों को मास्टर ट्रेनर सुरक्षित तैयारी का प्रशिक्षण देंगे। इसके लिए कटोरिया में पांच एवं चांदन में पांच मास्टर ट्रेनर की तैनाती की गई है। एक मास्टर ट्रेनर को हर दिन 6 प्रशिक्षुओं को सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण दिये जाने की जिम्मेदारी दी गई है। सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम के संचालन के लिए यहां 30 प्रशिक्षुओं का एक बैच बनाया जायेगा। हर दिन यहां दो बैच को सुरक्षित तैराकी सीखाई जायेगी। इसमें पहले बैच को सुबह 07:00 से 09:30 बजे तक एवं दूसरे बैच को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:30 तक तैराकी का प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण स्थल पर प्रशिक्षुओं के लिए जलपान की भी व्यवस्था रहेगी। यहां दो प्रखंडों में समुदाय स्तर पर आयोजित होने वाले तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन संबंधित सीओ की निगरानी में होगी। जो हर दिन फोटोग्राफी एवं विडियो क्लिप के जरिये बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को प्रशिक्षण कार्यक्रम का फीडबैक देंगे। इससे पूर्व यहां बांका एवं बाराहाट प्रखंड के करीब एक हजार प्रशिक्षुओं को सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण दिया गया है। जिससे क्षेत्र में पानी में डूबने से हो रही मौत की संभावना को कम किया जा सके। यहां सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम पर 14 लाख 60 हजार 870 राशि खर्च होगी। सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण के लिए सुरक्षित साइट्स के तौर पर कटोरिया में खरवा बांध एवं चांदन में पुरना बांध का चयन किया गया है। जहां खडी ढलान, दलदल एवं फिसलन नहीं है। इसके अलावे यहां तेज धार एवं भंवर बनने की संभावना भी नहीं है। यहां कंकड, पत्थर, शीश एवं ठोस अपशिष्ट का जमाव भी नहीं है। यहां तैराकी प्रशिक्षण के लिए 83 हजार 370 की लागत से अस्थाई तरणताल का निर्माण कराया जायेगा। इसके लिए बांध के किनारे तीन फीट तक लंबाई वाले बालकों के लिए 80 फीट लंबा, 60 फीट चौडा एवं अधिकतम 2 फीट गहरा अस्थाई तरणताल का निर्माण किया जायेगा। जबकि 3 फीट से अधिक लंबाई वाले प्रशिक्षुओं के लिए 80 फीट लंबा, 60 फीट चौडा एवं अधिकतम 4 फीट गहरा अस्थाई तरणताल बनाये जाएंगे। जहां प्रशिक्षुओं को सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण दिया जायेगा। एक तरणताल के निर्माण में 41 हजार 685 रूपये खर्च होंगे। सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं को पुरस्कृत किया जायेगा। इसके अलावे सफलता पूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने वाले प्रशिक्षुओं को सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण लिखा हुआ टी-शर्ट और हाफ ट्रॉजर दिया जायेगा। इसके अलावे 12 दिवसीय सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने वाले मास्टर ट्रेनर को मानदेय के तौर पर हर दिन 750 रूपये दिये जाएंगे। प्रभारी जिला आपदा पदाधिकारी रवि प्रकाश गौतम ने कहा कि जिले में 2 जून से 31 जुलाई तक पांच चरणों में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन अभिकरण की ओर से सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जिसमें कटोरिया एवं चांदन प्रखंड के चयनित 300 बालकों को समुदाय स्तर पर सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके लिए मास्टर ट्रेनर का चयन किये जाने के साथ ही सुरक्षा प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए साइट्स भी चिन्हित कर लिये गये हैं। जहां हर दिन दो बैच में 60 बालकों को तैराकी सीखाई जायेगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।