Severe Drinking Water Crisis in Gulni Kushaha Village Due to Damaged Pipeline During Road Construction गुलनी कुशहा गांव में सड़क निर्माण कार्य में पाइप लाइन क्षतिग्रस्त, पेयजलापूर्ति ठप, ग्रामीण परेशान, Banka Hindi News - Hindustan
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गुलनी कुशहा गांव में सड़क निर्माण कार्य में पाइप लाइन क्षतिग्रस्त, पेयजलापूर्ति ठप, ग्रामीण परेशान

बोले बांकाबोले बांका प्रस्तुति- प्रदीप कुमार सिंह शंभूगंज (बांका) एक संवाददाता प्रखंड क्षेत्र के गुलनी कुशहा पंचायत गांव में सड़क निर्माण

Newswrap हिन्दुस्तान, बांकाTue, 17 June 2025 04:31 AM
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गुलनी कुशहा गांव में सड़क निर्माण कार्य में पाइप लाइन क्षतिग्रस्त, पेयजलापूर्ति ठप, ग्रामीण परेशान

शंभूगंज (बांका) एक संवाददाता प्रखंड क्षेत्र के गुलनी कुशहा पंचायत गांव में सड़क निर्माण कार्य के दौरान पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो जाने से हजारों ग्रामीणों के समक्ष पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि भीषण गर्मी में पेयजलापूर्ति ठप्प हो जाने से इंसान के अलावा पशुओं के समक्ष भी पेयजल की गंभीर समस्या हो गई है। पंचायत के वार्ड संख्या 6 ,7 ,8 , एवं 9 में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। गांव का घरेलू चापानल ने पानी का साथ देना छोड़ दिया है। ग्रामीण किसी दूसरे के घरों से समर सेबुल सहित बोरिंग से पानी लाकर किसी तरह काम चला रहे हैं।

समाजसेवी रोशन सिंह राठौड़ के नेतृत्व में पेयजल से प्रभावित ग्रामीणों ने सोमवार को दुर्गा स्थान के समीप सरकार एवं विभाग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण राम सेवक सिंह, टिंकू सिंह, रंजीत कुमार सिंह, मनीष सिसोदिया, अरविंद सिंह, गौरव कुमार, दिलीप दास, संजय दास, दिलीप मंडल, राहुल मंडल सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पेयजल की इतनी गंभीर समस्या कभी नहीं हुई थी। बताया कि एक तो पीएचईडी विभाग की उदासीनता से महिनों पेयजलापूर्ति बंद हो जाती थी। लेकिन इधर से सड़क निर्माण कार्य के दौरान पाइप लाइन को ही क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि तारापुर से खेसर तक जिलानी पथ का निर्माण कार्य चल रहा है। इस दौरान गुलनी गांव में कई जगहों पर लोहे का मजबूत पाइप को जेसीबी से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। ग्रामीणों द्वारा आपस में चंदा इकट्ठा कर पाइपलाइन को दुरूस्त करने का कार्य किया गया। लेकिन सफलता हासिल नहीं हुआ। बताया कि आषाढ़ माह की भीषण गर्मी में लोग तप रहे हैं। जिस पर पेयजल की परेशानी से ग्रामीण काफी प्रभावित हो गए हैं। पेयजल से बंचित लोगों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर विभाग तक को सूचना देने का काम किया गया। लेकिन कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत का मुखिया भी ग्रामीण है। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस समस्या को लेकर प्रखंड स्तर से लेकर जिला प्रशासन को अवगत कराया गया। लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जिलानी पथ का निर्माण कार्य के दौरान सड़क का चौड़ीकरण भी किया जा रहा है। सड़क किनारे धरती के अंदर पाइप नष्ट हो जाने से तत्काल पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है। जिलानी पथ का निर्माण में संवेदक के कर्मियों को कहने पर उल्टे केस में फंसाने की धमकी दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के पूर्व पाइप लाइन को दुरूस्त करने की मांग की है। जिससे पेयजल की किल्लत दूर हो सकता है। सड़क निर्माण के बाद फिर से सड़क को तोड़कर पाइप लाइन को दुरूस्त करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार द्वारा सड़क निर्माण फिर सड़कों को ध्वस्त करने से राजस्व की बर्बादी होगी। लेकिन संवेदक को कहने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। संवेदक द्वारा पथ को निर्माण कार्य पूरा कर अपनी जेब भर रफ्फूचक्कर हो जाएगा। लेकिन ग्रामीणों के समक्ष पानी की गंभीर समस्या जस की तस पड़ी रहेगी। ग्रामीणों ने यथाशीघ्र इस समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई है। क्या कहते हैं जिम्मेदार - पीएचईडी विभाग के कनीय अभियंता सुबोध कुमार ने बताया कि गुलनी पंचायत गांव के दुर्गा स्थान के समीप पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है। दो दिनों के अंदर लोहे के पाइप को बदला जाएगा। इसके बाद गांव में पेयजलापूर्ति शुरू हो जाएगा सुबोध कुमार,कनीय अभियंता, पीएचईडी कहते है मुखिया पंचायत के मुखिया सह जदयू के महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष मीनू सिंह ने बताया कि गांव में पेयजल की गंभीर समस्या है। इस समस्या का यथाशीघ्र समाधान करने के लिए प्रयासरत हैं मीनू सिंह, मुखिया, गुलनी कुशहा कहते हैं ग्रामीण गांव में पानी की गंभीर समस्या है। घरेलू चापानल ने पानी का साथ छोड़ दिया है। पीएचईडी विभाग द्वारा निर्मित अधिकांश चापानल खराब पड़े हैं। इस समस्या के लिए विभाग का ध्यान आकृष्ट कराया गया है। भीषण गर्मी में पेयजल की किल्लत बढ़ गई है श्रीकांत सिंह राठौड़ सड़क निर्माण कार्य के दौरान संवेदक की मनमानी रवैया से पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। गुलनी कुशहा पंचायत के हजारों लोग पेयजल से परेशान हैं। गांव की बड़ी आबादी पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। लेकिन विभाग द्वारा पेयजलापूर्ति नहीं की जा रही है। प्रभाकर सिंह गांव में पेयजल आपूर्ति ठप्प हो जाने से इंसान के अलावा पशु पक्षियों के समक्ष भी पेयजल की गंभीर संकट उत्पन्न हो गई है। एक तो पीएचईडी विभाग की उदासीनता और दूसरी सड़क निर्माण कार्य में संवेदक के कर्मियों की लापरवाही से पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है पंकज कुमार सिंह गांव में पेयजल की गंभीर समस्या हो गई है। पथ निर्माण कार्य के दौरान सड़क किनारे खुदाई करने से खेती किसानी पर भी पानी का संकट मंडराने लगा है। सरकार को यथाशीघ्र पेयजल आपूर्ति कराई जानी चाहिए विजय कुमार सिंह गुलनी कुशहा पंचायत गांव में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। बहियार में बोरिंग से पानी ठोकर किसी तरह काम चलाया जा रहा है। भीषण गर्मी में पेयजल आपूर्ति यथाशीघ्र होनी चाहिए। अजय कुमार सिंह गुलनी गांव में पेयजल की भारी समस्या हो गई है। गांव का मुखिया वोट मांगने के दौरान आते हैं। चुनाव खत्म होने के बाद झांकने नहीं आते हैं। ग्रामीणों की बुनियादी समस्या के प्रति किसी का ध्यान नहीं है पशुपति प्रसाद सिंह पानी के वगैर जीना दुश्वार हो गया है। जल ही जीवन है। पानी के बिना लोग मर रहे हैं। गांव का मुखिया सह जदयू नेत्री भी ध्यान नहीं दे रही है। स्थानीय विधायक सह मंत्री द्वारा कभी सुधी नहीं ली जा रही है। पेयजल आपूर्ति यथाशीघ्र होनी चाहिए कैलाश सिंह पानी की समस्या से लोग गांव से पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे। गांव में कभी भी पानी की किल्लत नहीं होती थी। लेकिन अब तो शहर के बनिस्पत गांव में ही पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। सरकार को यथाशीघ्र ध्यान देने की जरूरत है ललन सिंह गुलनी पंचायत गांव में पानी की गंभीर समस्या है। गांव में करोड़ों की लागत से बनी जल मीनार शोभा की वस्तु बनी हुई है। इसके प्रति गांव का मुखिया एवं सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं मुकेश कुमार सिंह सड़क चौड़ीकरण के दौरान पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे गांव में पेयजल आपूर्ति बंद हो गई है। पानी की गंभीर समस्या के प्रति जनप्रतिनिधियों का ध्यान नहीं है। गांव में यथाशीघ्र पानी की किल्लत दूर होना चाहिए छोटू कुमार सिंह गुलनी कुशहा पंचायत गांव में पानी की घोर अभाव है। घरेलू चापानल ने पानी का साथ छोड़ दिया है। सरकार द्वारा सात निश्चय योजना में सबसे महत्वपूर्ण नल - जल - योजना अधिकांश जगहों पर धरातल पर सुचारू रूप से संचालित नहीं हो रहा है। जिससे पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। ज्योती देवी गुलनी पंचायत गांव में पेयजलापूर्ति बंद हो जाने से पेयजल की किल्लत बढ़ गई है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल नल जल योजना के प्रति शासन व प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है। वर्षों पूर्व गांव में पानी की समस्या नहीं होती थी। लेकिन अब तो पानी पीने के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से पीछे भाग रहे हैं। सरकार में शामिल स्थानीय विधायक को विशेष ध्यान देने की जरूरत है शर्मिला देवी

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