खरमास बीतते ही गूँजने लगी शहनाइयां, बाजार हुआ गुलजार
बांका, नगर प्रतिनिधिबांका, नगर प्रतिनिधि होली के बाद लगे खरमास के समाप्त होते ही एक बार फिर से मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो गई है। पंडितों के अ

बांका, नगर प्रतिनिधि। होली के बाद लगे खरमास के समाप्त होते ही एक बार फिर से मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो गई है। पंडितों के अनुसार इस बार अप्रैल से लेकर जून माह तक लगभग 30 विवाह की शुभ तिथियां है। सोमवार से जिलेभर में शहनाइयों की मधुर धुने, ढोल की थाप और बारातियों की धूम मचती नजर आने लगी है। जिलेभर में जगह-जगह शादी विवाह, जनेऊ, गृह प्रवेश समेत अन्य मांगलिक कार्य की तैयारी जोर-जोर से शुरु हो गई है। जिन घरों में विवाह के आयोजन होने हैं। ऐसे घरों में तैयारियां तेज हो गई है। मैरिज हॉल की बुकिंग शादी के कार्ड छापने और बांटने का कार्य तेजी से चलने लगा है। वर पक्ष के लोग जहां बैंड बाजे हलवाई की बुकिंग करने के साथ कपड़े, जेवर आदि की खरीदारी करने में जुट गए हैं। वही वधु पक्ष के लोग मैरिज हॉल, टेंट,लाइटिंग, साउंड, कैटर्स की बुकिंग में इधर उधर दौड़ लगा रहे हैं। इधर मांगलिक कार्यों की शुभ घड़ी आते ही सूने पड़े बाजारों में भी रौनक दिखने लगी है। हालांकि 31 मार्च को संपन्न हुए ईद ने बाजार की चमक बरकरार रखी थी। लेकिन ईद के बाद एक बार फिर से बाजार चमकने लगा है। सोमवार को शहर के बाजारों में लोग कपड़े, बर्तन, किराना सहित अन्य सामानों की खरीदारी करते दिखाई दिए। बाजार में खरीदारी कर रहे लोगों ने बताया कि महंगाई के कारण शादी का उत्साह कम हो गया है। मैरिज हॉल, टेंट साउंड, लाइट से लेकर किराना सामान तक के दामों में इजाफा हो गया। ऐसे में अपनी बेटी की शादी में वर पक्ष के लोगों का स्वागत कैसे करे चिंता सताने लगी है। लग्न का मौसम शुरू होते ही टेंट शामियाना, मैरिज हॉल, बैंड बाजा एवं लाइट संचालकों के चेहरे खिल गए है। जिले में होली के बाद से सैकड़ो शादियां खरमास के चलते रुके हुए है। लेकिन अब एक बार फिर मांगलिक कार्य शुरू होने से संचालको को बेहतर कमाई की उम्मीद जगी है। टेंट शामियाना व्यवसाय से जुड़े कृष्णा टेंट हाउस के संचालक डब्लू साह ने बताया कि मैरिज हॉल का चलते टेंट का व्यवसाय फीका पड़ गया है।इस बार अब तक महज 20 से 30 प्रतिशत ही बुकिंग हुई है। हालांकि खरमास खत्म होने के बाद से बुकिंग के लिए लोगों का आना शुरू हो गया है। लेकिन बढ़ती महंगाई ने टेंट और साउंड कारोबारियों की मुश्किल बढ़ा दी है। थोक बाजार में पंडाल,रंगीन लाइट, कुर्सी, साउंड आदि की कीमतें लगभग दुगनी हो गई है। साथ ही बाजार में कड़ी प्रति स्पर्धा का माहौल भी है। बावजूद लोग पुराने रेट पर ही बुकिंग करना पसंद कर रहे हैं। जबकि पुराने रेट से बुकिंग करने से मजदूरों की मजदूरी देने के बाद घाटा लग रहा है। ऐसे में व्यवसाय कर घर का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।