संशोधित::::लोड क्षमता की जांच में खरा उतरा श्रीकृष्ण सेतु
पुल के स्पैन लोड क्षमता की अलग-अगल तरीके से की गई जांच पहुंची वैज्ञानिकों व अभियंताओं की टीम। साहेबपुरकमाल, निज संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र स्थित श्रीकृष्ण सेतु यानी मुंगेर

साहेबपुरकमाल, निज संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र स्थित श्रीकृष्ण सेतु यानी मुंगेर रेल सह सड़क पुल के स्पैन लोड क्षमता की गहन जांच प्रक्रिया शनिवार को एनएचएआई के अभियंताओं व संरचनात्मक अभियांत्रिकी अनुसंधान केंद्र, चेन्नई के वैज्ञानिकों श्रीनिवासन एवं एम. कुमार स्वामी की देखरेख में संपन्न हो गयी। स्पैन लोड की अलग-अलग तरीके से की गयी जांच में पुल की भार क्षमता का परीक्षण किया गया। मौके पर मौजूद वैज्ञानिकों व अभियंताओं ने जांच उपरांत बताया कि पुल पर अधिकतम 110 टन भार क्षमता वाले वाहनों के परिचालन में कोई समस्या नहीं है। उक्त भार तक के वाहन फर्राटे के साथ पुल पर आवागमन कर सकते हैं।
वैज्ञानिकों व अभियंताओं की टीम शनिवार को सबसे पहले श्रीकृष्ण सेतु के उत्तरी छोर पर पहुंची और विधिवत पूजा-अनुष्ठान के बाद स्पैन लोड की जांच शुरू की। इसके तहत पुल के सड़क एप्रोच पथ एनएच 333बी के पिलर व पुल के पिलर संख्या 55 के स्पैन पर अलग तरह के दर्जनों उपकरण व सेंसर स्थापित कर पुल पर लोडेड वाहनों का तेज गति व धीमी गति से परिचालन करा कंप्यूटर उपकरणों के माध्यम से लोड क्षमता की रीडिंग प्राप्त की। इसके लिए अलग-अगल जगहों पर कृत्रिम स्पीड ब्रेकर भी बनाया गया था ताकि कंपन, दबाव व लोड का आकलन हो सके। मौके पर मौजूद वैज्ञानिक व अभियंताओं की टीम ने सभी आकलन से पुल की स्पैन लोड क्षमता को लेकर संतोष जाहिर किया। एनएचएआई के जेई नीतीश कुमार ने बताया कि इसके लिए पुल व एप्रोच पथ के स्पैन लोड का स्थिर व गतिशील ऊर्जा के नियमों के साथ भार क्षमता की जांच की गयी। बताया कि वैज्ञानिकों ने गत 30 जनवरी 2025 को कड़ाके की ठंड व शनिवार को तीव्र गर्मी के मौसम में पुल के स्पैन लोड की क्षमता का आकलन किया ताकि यह पता लगाया जा सके कि दोनों मौसम की परिस्थिति में पुल के स्पैन पर व पुल की मूल संरचना पर क्या असर होता है। बताया कि स्पैन लोड क्षमता की जांच पूरी तरह संतोषप्रद रही है। जांच रिपोर्टो के समायोजित आकलन के मुताबिक पुल के सड़क मार्ग पर न्यूनतम 55 टन से अधिकतम 110 टन भार क्षमता वाले वाहनों के परिचालन में कोई समस्या नहीं है। जांच रिपोर्ट सीईआरसी व सीएसआईआर को सौंपी जाएगी। मौके पर मिली जानकारी के अनुसार स्पैन लोड क्षमता की जांच प्रक्रिया में दो वैज्ञानिक सहित 18 अभियंताओं की टीम शामिल हुई। अभियंताओं व वैज्ञानिकों की टीम द्वारा स्पैन लोड क्षमता की अलग-अगल तरीके से की गयी जांच की रिपोर्ट सीईआरसी चेन्नई व आरएसाईएस को सौंपा जाएगा। जो पुल के स्पैन लोड क्षमता सहित भारी वाहनों के परिचालन की स्थिति में पुल की मूल संरचना पर पड़ने वाले प्रभावों का गहन अध्ययन व अनुसंधान करती है।
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