Auto Drivers in Bhabua Ignoring Speed Limits Causing Road Accidents जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना कर रहे ऑटो चालक, Bhabua Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsBhabua NewsAuto Drivers in Bhabua Ignoring Speed Limits Causing Road Accidents

जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना कर रहे ऑटो चालक

भभुआ में ऑटो चालकों ने प्रशासन के आदेश का उल्लंघन करते हुए 50-55 किमी प्रति घंटा की गति से चलना जारी रखा है। जबकि प्रशासन ने 40 किमी प्रति घंटा की गति से चलाने का निर्देश दिया था। इससे सड़क दुर्घटनाएं...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआFri, 2 May 2025 09:42 PM
share Share
Follow Us on
जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना कर रहे ऑटो चालक

भभुआ-मोहनियां पथ, भभुआ-चैनपुर पथ, भभुआ-भगवानपुर पथ में 50-55 किमी. प्रति घंटा की की रफ्तार से चला रहे ऑटो सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए बैठक कर चालकों को दिया था निर्देश निर्देश के बाद यूनियन ने बैठक कर 40 के स्पीड में चलाने का लिया था निर्णय (पेज तीन की लीड खबर) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। कैमूर के ऑटो चालक जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना व ऑटो चालक यूनियन के निर्णय की अदनेखी कर परिचालन कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने पिछले सप्ताह बैठक कर ऑटो चालकों को धीमी गति में परिचालन करने का आदेश दिया था, ताकि वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।

डीएम सावन कुमार के आदेश के बाद ऑटो चालक यूनियन की भी अगले दिन बैठक हुई थी, जिसमें यह तय हुआ था कि 40 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से ऑटो का परिचालन किया जाएगा। लेकिन, ऐसा नहीं हो रहा है। हालांकि भभुआ शहर में भीड़ व सड़क पर वाहन ज्यादा होने की वजह से ऑटो का परिचालन धीमी गति से होता है। वार्ड 18 की पूजा देवी ने बताया कि गुरुवार को वह सीएनजी ऑटो से भभुआ रोड रेलवे स्टेशन गई थी। उसका चालक 55 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से ऑटो का परिचालन कर रहा था। शहर के अजय सिंह ने बताया कि चैनपुर से आते समय सीएनजी ऑटो का चालक इतनी तेज रफ्तार में परिचालन कर रहा था कि उसकी गाड़ी कांप रही थी। जानकार बताते हैं कि भभुआ-मोहनियां पथ, भभुआ-चैनपुर पथ, भभुआ-भगवानपुर पथ, भभुआ-बेलांव पथ, भभुआ-कुदरा पथ में 50-55 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से ऑटो का परिचालन किया जा रहा है, जिससे अक्सर हादसे हो रहे हैं। हालांकि सिर्फ ऑटो ही नहीं कार, बाइक, ट्रैक्टर, बस भी हाई स्पीड में चलाई जा रही है। सड़क दुर्घटनाओं में किसी की मौत हो रही है, तो कोई हाथ-पैर से दिव्यांग हो जा रहा है और कोई गंभीर घायल होकर काफी दिनों तक बेड पर रह रहा है। ऐसे में मरीज के साथ परिजनों को भी परेशानी होती है। इससे उन्हें आर्थिक व शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। नित्यक्रिया में भी दिक्कत होती है। भुगतभोगी अमरीश कुमार ने बताया कि चैनपुर से भभुआ आते समय सुवरा नदी पुल के पास ऑटो के धक्का से उसकी बाइक पलट गई, जिससे उसके बाएं हाथ की हड्डी टूट गई थी। चालीस दिनों पर प्लास्टर कटा था। सड़क दुर्घटना में इनकी हो गई है मौत कुछ माह पहले बारे के पास ऑटो के पेड़ में टकरा जाने से उसपर बैठे दो यात्रियों की मौत हो गई थी। रतवार के पास एक स्कूल बस व बाइक की टक्कर हो गई, जिसमें बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई थी। 27 अप्रैल 2025 को परसियां पेट्रोल पंप के पास सड़क किनारे आपस में बात कर रहे बारे गांव के चार युवकों की मौत स्कार्पियो के धक्का से हो गई थी। चारों मृत युवक भभुआ थाना क्षेत्र के बारे गांव के निवासी थे। 20 अप्रैल 2025 को रामपुर के अमांव गांव के पास ट्रैक्टर के धक्का से एक युवक की मौत हो गई और दो घायल हो गए थे। तीनों युवक बारात जा रहे थे। तेज रफ्तार में परिचालन से ज्यादा होती हैं दुर्घटनाएं अधिवक्ता विनोद मिश्र बताते हैं कि ज्यादातर वाहन सुरक्षा प्रदर्शन परीक्षण लगभग 35 मील प्रति घंटे की रफ्तार पर किए जाते हैं। लेकिन, इस रफ्तार को लोग कम मानते हैं। इसका मतलब यह है कि अगर आप किसी तेज रफ्तार वाली वाहन दुर्घटना के शिकार हैं, तो संभावना है कि आप उस रफ्तार से कहीं ज्यादा गति से यात्रा कर रहे थे, जिसके लिए आपके वाहन का परीक्षण किया गया था। सुरक्षित गति सीमा में वाहनों का परिचालन कर दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है। दुरुस्त रखें वाहन, सुरक्षित रहेगा जीवन सर्दी में सड़क दुर्घटना के लिए कोहरा, सड़क या बाहरी कारण ही नहीं, बहुत से अन्य कारण भी जिम्मेदार होते हैं। वाहन ड्राइवर का कुशल न होना, नशे में वाहन चलाना, वाहन का दुरुस्त न होना भी बड़ी वजह रहती है। वाहन सड़क पर चलाने के लिए मानकों पर फिट हो तो दुर्घटना की संभावना कम रहती है। सर्दी के मौसम होने के बावजूद तीन पहिया वाहन ई-रिक्शा, टेंपो सहित अधिकांश चार पहिया वाहन में फॉग लाइट से लेकर रेडियम स्ट्रिप और रिफ्लेक्टर नहीं लगा होता है, जो कोहरा के समय जरूरी है। सड़क दुर्घटना कम करने के यह करें उपाय वाहन के पीछे रिफ्लेक्टर जरूर लगाएं। वाहन के इंडिकेटर सही रहे। गाड़ी की हेड लाइट और टेल लाइट (पीछे वाली लालबत्ती) सही हों, ताकि पीछे से आने वाले वाहनों को नजर आए। तेज रफ्तार में वाहन न दौड़ाएं, खासकर हाईवे और बाईपास पर। बिना कारण हाईवे या बाईपास किनारे न खड़े हों, दूरी कम होने से किसी वाहन की टक्कर की संभावना अधिक रहती है। कोई आहट होने पर हॉर्न का प्रयोग जरूर करें। वाहन परिचालन के दौरान इसका रखें ख्याल - वाहन कभी बीच सड़क पर रोककर खड़ा न करें। - वाहन की रफ्तार ज्यादा तेज न रखें। - वाहन चलाते वक्त चालक बात न करें। - क्षमता से ज्यादा समय तक वाहन न चलाएं। - नशा कर वाहन न चलाएं। - वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें। - संकरी पुलिया के आस-पास ओवरटेक न करें। - वाहन चलाते समय नींद पर आने वाहन न चलाएं। फोटो- 02 मई भभुआ- 5 कैप्शन- भभुआ शहर की सड़क पर शुक्रवार को ऑटो व ई रिक्शा का परिचालन करते चालक।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।