कंडोम बांटने में भागलपुर अव्वल, परिवार नियोजन में फिसड्डी; नसबंदी में बिहार का यह जिला टॉप
- परिवार नियोजन पखवाड़े में बिहार में 46 लाख 84350 कंडोम बांटने का लक्ष्य था। इसकी तुलना में पखवाड़े के दौरान कुल 32 लाख 66 हजार 534 कंडोम का वितरण दंपतियों के बीच हुआ, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 70 प्रतिशत है। वहीं भागलपुर जिले में निर्धारित लक्ष्य 121750 की तुलना में 250893 कंडोम का वितरण हुआ।

बिहार में परिवार नियोजन के उपायों को दंपतियों तक पहुंचाने के मामले में भागलपुर जिले की हालत बेहद ही खराब है। परिवार नियोजन के करीब आधा दर्जन से अधिक उपायों को दंपतियों तक पहुंचाकर जनसंख्या नियंत्रण करने के मामले में भागलपुर जिला लक्ष्य के आसपास तक भटक नहीं पा रहा है। वहीं दूसरी तरफ लक्ष्य की तुलना में दोगुना से अधिक कंडोम का वितरण कर भाागलपुर सूबे में नंबर एक जिला बन गया है। हालांकि, गर्भ निरोधक गोली, इंजेक्शन व कॉपर टी लगाने से लेकर महिलाओं के बंध्याकरण व पुरुषों की नसबंदी करने के मामले में बिहार के कई जिलों से फिसड्डी साबित हो रहा है।
भागलपुर समेत बिहार के सभी 38 जिलों में बीते 17 से 29 मार्च के बीच परिवार नियोजन पखवाड़े का आयोजन किया गया था। इस पखवाड़े के तहत जिलेभर में अभियान चलाकर दंपतियों को जागरूक कर उन्हें गर्भ निरोधक उपायों को अपनाने के लिए राजी करना था। वहीं आदर्श दंपतियों को राजी कर उनका बंध्याकरण या फिर नसबंदी करना था। इसके लिए बाकायदा हरेक जिले को उसकी कुल आबादी के सापेक्ष लक्ष्य भी दिया गया था। लेकिन जब अप्रैल में रिपोर्ट जारी हुई तो आंकड़ा भागलपुर जिले को इतराने का कम और अधिक शर्माने वाला मिला।
महिला बंध्याकरण में भागलपुर 15वें तो पुरुष नसबंदी में 30वें स्थान पर रहा
वहीं इस दौरान चलाए गये अभियान के तहत महिलाओं का बंध्याकरण व पुरुषों की नसबंदी भी हुई। बिहार में जहां निर्धारित लक्ष्य 67260 की तुलना में 28048 महिलाओं ने बंध्याकरण कराया तो वहीं भागलपुर निर्धारित लक्ष्य 2010 की तुलना में 1258 महिलाओं की ही नसबंदी कर सका। महज 41 प्रतिशत उपलब्धि के साथ भागलपुर जिला इस मामले में पूरे बिहार में 15वें स्थान पर रहा। भागलपुर के सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा कि परिवार नियोजन पखवाड़े में जिले का प्रदर्शन ठीक न रहने के मामले की समीक्षा की जाएगी। प्रखंडों के प्रदर्शन व इसमें पिछड़ने में क्या गलतियां हुई उसे ढूंढ़ा जाएगा।
नसंबदी में यह जिला शीर्ष पर
82 प्रतिशत उपलब्धि के साथ पश्चिमी चंपारण पहले स्थान पर, 77 प्रतिशत के साथ मधेपुरा दूसरे, 76 प्रतिशत के साथ अररिया जिला तीसरे, 69 प्रतिशत के साथ बांका जिला चौथे तो इतने ही प्रतिशत के साथ वैशाली जिला पांचवें स्थान पर रहा। जबकि 62 प्रतिशत उपलब्धि के साथ मुजफ्फरपुर जिला सातवें व 34 प्रतिशत उपलब्धि के साथ 23वें स्थान पर रहा।
वहीं अगर हम पुरुष नसबंदी की बात करें तो इस पखवाड़े के दौरान जिले में महज एक पुरुष की ही नसबंदी हो पाई, जबकि लक्ष्य 100 पुरुषों की नसबंदी का दिया गया था। इस प्रदर्शन ने भागलपुर जिले को 30वें स्थान पर ढकेल दिया। वहीं लक्ष्य की तुलना में 68 प्रतिशत नसबंदी करके शेखपुरा सूबे में पहले, 45 प्रतिशत के साथ वैशाली दूसरे, 34 प्रतिशत के साथ अरवल तीसरे, 33 प्रतिशत के साथ बांका चौथे तो 29 प्रतिशत के साथ नवादा सूबे में पांचवें स्थान पर रहा। हालांकि पटना जिला इस मामले में 31वें स्थान पर तो मुजफ्फरपुर जिला 35वें स्थान पर रहा।
लक्ष्य की तुलना में 206 प्रतिशत ज्यादा कंडोम बंटे भागलपुर में
राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा सभी जिले में चलाए गये परिवार नियोजन पखवाड़े में बिहार में 46 लाख 84350 कंडोम बांटने का लक्ष्य था। इसकी तुलना में पखवाड़े के दौरान कुल 32 लाख 66 हजार 534 कंडोम का वितरण दंपतियों के बीच हुआ, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 70 प्रतिशत है। वहीं भागलपुर जिले में निर्धारित लक्ष्य 121750 की तुलना में 250893 कंडोम का वितरण हुआ। इतना शानदार प्रदर्शन कर भागलपुर जिले ने सूबे में नंबर जिला बनने का गौरव हासिल किया। वहीं दूसरे स्थान पर मुंगेर (उपलब्धि 151 प्रतिशत), तीसरे स्थान पर पूर्वी चंपारण (उपलब्धि 147 प्रतिशत), चौथे नंबर पर लखीसराय (उपलब्धि 116 प्रतिशत) व पांचवें स्थान पर जहानाबाद जिला (उपलब्धि 114 प्रतिशत) रहा।