‘बीमार हूं, ठीक होने पर कार्यवाही में भाग लूंगा
सृजन घोटाला जेल से निकले पूर्व नाजिर ने संचालन पदाधिकारी को दिया पत्र सरकारी राशि

भागलपुर, वरीय संवाददाता। बीते माह बेऊर जेल से जमानत पर बाहर आए सृजन घोटाला में आरोपित जिला नजारत शाखा के पूर्व सहायक नाजिर अमरेंद्र यादव के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अब तक पूरी नहीं हुई है। करीब पांच साल से चल रही कार्यवाही की फाइल अमरेंद्र के अनुपस्थित रहने से तारीख पा रही है। चार-पांच माह पहले बेऊर जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उपस्थित रहने का मौका मिलने के बाद भी पूर्व नाजिर संचालन से बचे रहे। अब जेल से निकलते ही पूर्व सहायक नाजिर ने एडीएम (विभागीय जांच) को लिखित आवेदन देकर बताया कि वह बीमार है। जब तक पूर्ण स्वस्थ न हो जाऊं, तब तक कार्यवाही में शामिल होने के लिए न बुलाया जाए।
पूर्व सहायक नाजिर ने यह पैंतरा पांच साल पूर्व भी जेल में रहते चला था। उस वक्त भी पूर्व सहायक नाजिर ने कहा था कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है। इसलिए ठीक होने तक उन्हें नोटिस न दिया जाए। हालांकि एडीएम (विभागीय जांच) के स्तर से बेऊर जेल काराधीक्षक के पते पर नोटिस भेजकर उसका सर्व भी कराया गया। अब तक पांच एडीएम बदल गए, लेकिन अमरेंद्र पर कार्रवाई पूरी नहीं हुई है। उधर, सामान्य शाखा को अब तक बेऊर के काराधीक्षक की रिपोर्ट नहीं मिली है कि अमरेंद्र कब जेल से मुक्त हुआ है? बता दें कि पूर्व सहायक नाजिर पर केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने पांच और ईडी ने एक मामले में आरोपपत्र दाखिल किया था। सीबीआई की चार्जशीट में सृजन के खाते में सरकारी राशि के ट्रांसफर करने के सबूत दिए गए। वहीं एनजीओ सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड (एसएमवीएसएसएल) से स्वयं और पत्नी के नाम से लाभ पाने के सबूत भी कोर्ट में दाखिल किया गया। इस आरोपपत्र को आधार बनाते हुए ईडी ने मनी लांड्रिंग का मुकदमा कर अवैध राशि से अर्जित संपत्तियां जब्त कर ली हैं। यह संपत्ति अब तक जब्त है।
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