Bhagalpur Volleyball Players Demand Better Facilities Despite National Representation बोले भागलपुर: वॉलीबॉल के खिलाड़ियों को बेहतर संसाधन उपलब्ध हो, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले भागलपुर: वॉलीबॉल के खिलाड़ियों को बेहतर संसाधन उपलब्ध हो

भागलपुर जिले के वॉलीबॉल खिलाड़ियों ने बिहार और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व किया है। हाल ही में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी भाग लिया। खिलाड़ियों में नाराजगी है कि उन्हें उचित...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरWed, 28 May 2025 07:35 PM
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बोले भागलपुर: वॉलीबॉल के खिलाड़ियों को बेहतर संसाधन उपलब्ध हो

भागलपुर जिले में वॉलीबॉल की अपनी पहचान है। यहां के खिलाड़ियों ने बिहार और देश स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व किया है। पिछले दिनों खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी बालक और बालिका वर्ग में भागलपुर के वॉलीबॉल खिलाड़ियों ने बिहार का प्रतिनिधित्व किया। अभी भी भारतीय वॉलीबॉल टीम के कैंप में भागलपुर के दो खिलाड़ी शामिल हैं। लेकिन सुविधाएं नहीं मिलने से भागलपुर जिला वॉलीबॉल संघ के पदाधिकारी और खिलाड़ियों में नाराजगी है। उनका कहना है कि खिलाड़ियों के लिए संसाधन नहीं मिल रहे हैं। सरकार को खिलाड़ियों को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराना चाहिए।

जिले में शहर से लेकर गांव तक वॉलीबॉल खेल लोकप्रिय है। बड़ी संख्या में लड़कियां भी वालीबॉल खेलती हैं। एक अनुमान के अनुसार जिले में एक हजार से अधिक वॉलीबॉल के खिलाड़ी है। बिहार और देश स्तर की प्रतियोगिताओं में भागलपुर के खिलाड़ी भाग ले चुके हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी भागलपुर के वॉलीबॉल खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन रहा। वॉलीबॉल की प्रतियोगिता इंडोर स्टेडियम में होने लगी है। लेकिन यहां आउटडोर में खिलाड़ी अभ्यास करते हैं। इसके चलते मेहनत करने के बावजूद प्रतियोगिताओं में यहां के खिलाड़ियों को उतनी सफलता नहीं मिल पाती है।

भागलपुर जिला वॉलीबॉल संघ के सचिव अजय कुमार राय ने बताया कि संघ बिहार वॉलीबॉल संघ से संबद्ध है। भागलपुर और बेगूसराय जिला बिहार में वॉलीबॉल का नर्सरी माना जाता है। संसाधन की कमी के चलते भागलपुर के वॉलीबॉल खिलाड़ियों की पहचान अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नहीं बन पायी। पिछले दिनों बिहार सरकार के वरीय पदाधिकारियों ने भागलपुर में वॉलीबॉल मैदान का निरीक्षण किया था। अधिकारियों ने इंडोर स्टेडियम बनवाने का आश्वासन दिया था। लेकिन आज तक खिलाड़ियों को मैदान नहीं मिल पाया है। अब वॉलीबॉल की सभी प्रतियोगिताएं इंडोर स्टेडियम में हो रही हैं। आउटडोर स्टेडियम में अभ्यास करने के चलते खिलाड़ियों को इंडोर स्टेडियम में होने वाली प्रतियोगिताओं में सफलता नहीं मिल पा रही है।

वर्तमान में भारतीय वॉलीबॉल टीम के कैंप में भागलपुर के सुशांत और अंकुश प्रवेश शामिल हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स प्रतियोगिता में बिहार की वॉलीबॉल टीम में भागलपुर के सुमन, साकेत, शिवदर्शन और ओम कुमार शामिल थे। महिला वर्ग में पलक कुमारी बिहार की टीम में शामिल थीं। भागलपुर जिला वॉलीबॉल संघ के उपाध्यक्ष निखिल कुमार सिंह ने बताया कि भागलपुर के वॉलीबॉल खिलाड़ियों को बेहतर संसाधन और प्रशिक्षण मिले तो राष्ट्रीय टीम में शामिल हो सकते हैं। खिलाड़ियों में बहुत क्षमता है। समय-समय पर खिलाड़ी इसका प्रदर्शन कर चुके हैं। सरकार और जिला प्रशासन को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। भागलपुर जिला वॉलीबॉल संघ के संयोजक नीलकमल राय ने कहा कि सैंडिस कंपाउण्ड वॉलीबॉल का स्टेडियम करीब 35 साल से उपेक्षित है। पूर्व में स्मार्ट सिटी के तहत शहरी क्षेत्र में बहुत काम हुआ। खेल के क्षेत्र में भी स्मार्ट सिटी से काम किया गया लेकिन वॉलीबॉल मैदान को लेकर स्मार्ट सिटी के तहत कोई काम नहीं हुआ। यह दुखद है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारी के दौरान बिहार स्टेट स्पोर्ट्स ऑथोरिटी के डीजी रवींद्रन शंकरण एवं खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव बी राजेंदर भागलपुर आए थे। दोनों अधिकारियों ने वॉलीबॉल के लिए इंडोर स्टेडियम बनवाने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि वॉलीबॉल सहित अन्य मैदानों का स्मार्ट सिटी द्वारा जो व्यवसायीकरण किया गया, वह पूरी तरह से अनुचित है। एकलव्य आवासीय प्रशिक्षण केन्द्र के कोच सह खेलो इंडिया में बिहार के मुख्य प्रशिक्षक रहे कुमार हीरा ने कहा कि खेल को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रयास कर रही है।

खेल के विकास पर ध्यान देने की जरूरत

भागलपुर जिला वॉलीबॉल एसोसिएशन के संयोजक नीलकमल राय ने बताया कि वॉलीबॉल सबसे पुराने खेलों में से एक है। भागलपुर में 1955 से इस खेल की गतिविधियां निरंतर जारी है। केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं। भागलपुर में खेल के विकास के लिए सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन के दौरान बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के डीजी रविन्द्रन शंकरण ने भागलपुर वॉलीबॉल कोर्ट पर इनडोर स्टेडियम बनाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद डीएम के स्तर से प्रयास शुरू किया गया है। भागलपुर में किसी भी खेल मैदान, कोर्ट या वहां खिलाड़ियों के लिए तैयार की गई सुविधाओं का व्यवसायीकरण नहीं किया जाना चाहिए। जिससे खिलाड़ियों का अहित होता हो।

सुविधाओं से लैस इंडोर स्टेडियम बने

भागलपुर जिला वॉलीबॉल एसोसिएशन के सचिव अजय कुमार राय ने बताया कि भागलपुर में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है। जिला वॉलीबॉल संघ द्वारा खिलाड़ियों को हर संभव मदद दी जाती है। 2000 के पूर्व भी यहां से अच्छे खिलाड़ी निकले जिन्होंने बिहार तक प्रतिनिधित्व किया। 2000 के बाद से यहां के खिलाड़ियों की उपलब्धियों में और बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वॉलीबॉल को मॉडर्न बनाने के लिए अच्छे और सुविधाओं से संपन्न इंडोर स्टेडियम बनाने की जरूरत है। इससे खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा के साथ प्रशिक्षण और नियमित अभ्यास का लाभ मिल सकेगा। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का भी आयोजन कराया जा सकता है। खिलाड़ियों को सरकार और जिला प्रशासन की ओर से बेहतर संसाधन उपलब्ध कराना चाहिए।

भागलपुर के खिलाड़ियों का बेहतर प्रदर्शन रहा है

भागलपुर जिला वॉलीबॉल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष निखिल कुमार सिंह ने बताया कि समय के साथ हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी में बदलाव हो रहा है। वॉलीबॉल खेल का भी आधुनिकीकरण होता जा रहा है लेकिन भागलपुर में कई आधुनिक सुविधाओं का काफी अभाव है। जिला वॉलीबॉल संघ ने अपने और सामूहिक प्रयासों से खिलाड़ियों को आगे बढ़ाया है। भागलपुर से कई राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी उभरकर सामने आए। अगर उनलोगों को राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक, स्टेडियम और जरूरी सामग्रियों की सुविधा मिले तो यहां के खिलाड़ी भारतीय वॉलीबॉल टीम का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। भागलपुर के खिलाड़ियों को अगर सरकार, खेल प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन का अपेक्षित सहयोग मिले तो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भागलपुर के खिलाड़ी अपना परचम लहरा सकते हैं।

वॉलीबॉल खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करे सरकार

भागलपुर जिला वॉलीबॉल एसोसिएशन के संयुक्त सचिव सर्वेश कुमार ने बताया कि जिला वॉलीबॉल संघ के प्रयास से भागलपुर की पुरुष, महिला, सीनियर, जूनियर, सब जूनियर यूथ, मिनी और स्कूली वॉलीबॉल टीम ने अलग-अलग आयु वर्ग में बेहतर प्रदर्शन किया है। बिहार में कई खेलों में सरकार के स्तर से विकास का कार्य किया गया है। लेकिन वालीबॉल संघ या खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने या जरूरी सुविधा और संसाधन मुहैया कराने के लिए कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ। वर्तमान में भागलपुर वॉलीबॉल की महिला और पुरुष वर्ग की सीनियर टीम स्टेट चैम्पियन है, जबकि 2025 में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी भागलपुर के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। सरकार और प्रशासन वॉलीबॉल खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करे।

इनकी भी सुनिए

भागलपुर वॉलीबॉल संघ द्वारा बालक-बालिका और पुरुष महिला वर्ग के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाता है। वर्तमान में अलग-अलग वर्ग में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में करीब एक हजार प्लेयर्स इस खेल से जुड़े हैं।

-मुरारी कुमार सिंह, संयुक्त सचिव

यहां के खिलाड़ी क्लब स्तर के साथ जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिता में शामिल होते हैं। पुरुष और महिला प्रतिस्पर्धा के अलग-अलग आयु वर्ग में राज्यस्तरीय चैंपियनशिप में भागलपुर की टीम लगातार विजेता रही है।

-नवनीत आनन्द

सरकार सैंडिस कंपाउंड में इंडोर वॉलीबॉल स्टेडियम का निर्माण कराए। नेशनल लेवल टूर्नामेंट में मैट के साथ वुडेन वॉलीबॉल कोर्ट होता है, जबकि भागलपुर में स्टेडियम नहीं है। इसके कारण बड़े टूर्नामेंट में खिलाड़ियों को परेशानी होती है।

-सुशांत कुमार

भागलपुर के वॉलीबॉल खिलाड़ी जिला संघ की मदद और मार्गदर्शन में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार और जिला प्रशासन को भी खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान करना चाहिए।

-पलक कुमारी

भागलपुर जिला वॉलीबॉल एसोसिएशन की ओर से एनआईएस कोच के संरक्षण में प्रशिक्षण मिलता है। भागलपुर की महिला टीम वर्ष 2001 से 2024 तक के बीच 20 बार चैम्पियन बनी है। जो उनकी मेहनत और संघ के उचित मार्गदर्शन से संभव हुआ है।

-राशि

स्टेट यूथ वॉलीबॉल चैंपियनशिप में भागलपुर ने 8 गोल्ड मेडल जीता है। जूनियर ग्रुप में 2001 से 2018 तक चैंपियन रही है। बावजूद सरकार के द्वारा भागलपुर वॉलीबॉल संघ और खिलाड़ियों को कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ है।

-श्वेत सुमन

वर्ष 2024 में भागलपुर की टीम सीनियर ग्रुप पुरुष और महिला वर्ग की बिहार चैम्पियन बनी है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी चार पुरुष और दो महिला खिलाड़ियों ने बिहार टीम का प्रतिनिधित्व किया। इससे खिलाड़ियों का मनोबल ऊंचा हुआ है।

-मुकुल आनन्द

खेलो इंडिया इवेंट में हिस्सा लेना बेहतर अनुभव रहा। इसमें देश के अलग-अलग राज्यों के अच्छे खिलाड़ियों के साथ खेलने और सीखने का मौका मिला। खिलाड़ियों कोे बेहतर प्रशिक्षण मिलना चाहिए। जिससे उनका प्रदर्शन बेहतर हो।

-साकेत कुमार

वॉलीबॉल ग्राउंड में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण और अभ्यास की बेहतर सुविधा मिलनी चाहिए। सैंडिस कंपाउंड वॉलीबॉल कोर्ट में लाइट की व्यवस्था नहीं है, जिससे शाम में अंधेरे के कारण प्रैक्टिस जल्दी बंद करनी पड़ती है। -शुभांकर कुमार

भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड में वॉलीबॉल कोर्ट पर प्रशिक्षण और प्रैक्टिस में हिस्सा लेते हैं, लेकिन खुले आसमान के नीचे कोर्ट में बारिश होने पर खेल या प्रैक्टिस बंद करनी पड़ती है। जिससे खिलाड़ियों का अभ्यास ठीक से और पर्याप्त समय तक नहीं हो पाता है।

-नीतू कुमारी

सैंडिस कंपाउंड में सुबह 6 से 9 बजे तक और शाम को चार से सात बजे तक वॉलीबॉल की प्रैक्टिस करने आते हैं। लेकिन कोर्ट के पास रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है। प्रशासन की ओर से कोर्ट के पास पर्याप्त रोशनी का इंतजाम होना चाहिए।

-दिव्या कुमारी

खिलाड़ियों को प्रोपर डाइट नहीं मिल पाती है। आर्थिक सहयोग भी नहीं मिल पाता है। जिला वॉलीबॉल एसोसिएशन आपसी सहयोग से खिलाड़ियों को तैयार किया है। सरकार से सहयोग मिले तो खिलाड़ी राष्ट्रीय पटल पर परचम लहरा सकते हैं।

-रामाशंकर

शिकायतें

1. भागलपुर में वॉलीबॉल के खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है। सरकार ने इन प्रतिभाओं को निखारने के लिए अबतक कोई पहल नहीं की है।

2. भागलपुर में व्यवस्थित वॉलीबॉल स्टेडियम और कोर्ट की व्यवस्था नहीं है। यहां के प्रतिभावान खिलाड़ियों को पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पाती है।

3. वर्तमान में सैंडिस कंपाउंड परिसर स्थित वॉलीबॉल कोर्ट में खिलाड़ी खुले आसमान के नीचे प्रशिक्षण और प्रैक्टिस करते हैं।

4. राज्यस्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने के बाद भी भागलपुर वॉलीबॉल टीम को जरूरी संसाधन और स्टेडियम उपलब्ध नहीं कराया गया।

5. भागलपुर में कई एनआईएस कोच, राष्ट्रीय स्तर के रेफरी मौजूद हैं, बावजूद सुविधाओं को विकसित करने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

सुझाव

1. भागलपुर में इंडोर वुडेन कोर्ट से सज्जित वॉलीबॉल स्टेडियम बनाया जाय, जिससे खिलाड़ियों को प्रैक्टिस और प्रशिक्षण में सुविधा हो।

2. भागलपुर में राष्ट्रीय स्तर की वॉलीबॉल प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए आधुनिक संसाधन और स्टेडियम की व्यवस्था होनी चाहिए।

3. वॉलीबॉल खिलाड़ियों को मूलभूत सुविधाओं के साथ एक फिजियो की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे खिलाड़ियों को मदद पहुंचाई जा सके।

4. भागलपुर वॉलीबॉल कोर्ट के पास खिलाड़ियों के लिए चेंजिंग रूम, वॉश रूम, सामान रखने के रूम और कार्यालय की व्यवस्था होनी चाहिए।

5. सैंडिस कंपाउंड में सभी खेल और खिलाड़ियों को प्रशासन या एजेंसी की ओर खेल गतिविधि के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए।

बोले जिम्मेदार

वॉलीबॉल खेल और खिलाड़ियों के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता है। खिलाड़ियों को सारी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। भागलपुर में इंडोर स्टेडियम बनाने की योजना है। भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को प्राक्कलन बनाने को कहा गया है। प्राक्कलन बनने के बाद प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। मुख्यालय से मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। पंचायतों में बन रहे खेल मैदान में वॉलीबॉल का कोर्ट भी बनवाया जा रहा है। ताकि ग्रामीण क्षेत्र के युवा वालीबॉल में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। एकलव्य प्रशिक्षण केन्द्र पर भी किसी तरह की कमी नहीं रहने दी जाएगी।

-जयनारायण, जिला खेल पदाधिकारी,भागलपुर

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