Development Challenges of Dhamdaha Market Traffic Congestion and Waterlogging Issues बोले पूर्णिया : जाम की वजह से बिक्री प्रभा‌वित, पार्किंग बने तो बढ़ेगा कारोबार, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले पूर्णिया : जाम की वजह से बिक्री प्रभा‌वित, पार्किंग बने तो बढ़ेगा कारोबार

धमदाहा बाजार, जो अंग्रेजों के जमाने से विकसित हुआ है, आज 2000 दुकानों के साथ एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र बन गया है। हालांकि, जाम और जलजमाव की समस्याएं व्यापारियों के लिए चुनौती बनी हुई हैं। स्थानीय...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरMon, 19 May 2025 10:51 PM
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बोले पूर्णिया : जाम की वजह से बिक्री प्रभा‌वित, पार्किंग बने तो बढ़ेगा कारोबार

अंग्रेज के जमाने के पहले से बना धमदाहा बाजार आज काफी विकसित हो गया है। अभी लगभग 2000 विभिन्न सामानों के दुकान यहां पर हैं। इसका फैलाव एक किलोमीटर लंबा और करीब एक किलोमीटर चौड़ा है। कम से कम 1000 फुटकर व्यवसाई रोज यहां आते हैं। दरअसल जिले का सबसे पुराना अनुमंडलीय ऑफिस होने के कारण धमदाहा बाजार का विकास काफी तेजी से हुआ है। हालांकि, कुछ समस्याएं भी हैं। बोले पूर्णिया के मंच पर कारोबारियों ने अपनी समस्याएं बताईं। उन्होंने कहा कि पार्किंग के साथ जलजमाव की समस्या दूर होने से कारोबार बढ़ेगा।

02 हजार व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं धमदाहा बाजार में

01 हजार से अधिक व्यापारी रोज आते हैं गुदरी हटिया में

01 किलोमीटर की परिधि में है धमदाहा बाजार

अनुमंडल मुख्यालय धमदाहा में जाम की समस्या बाजार के व्यवसायियों के लिए नासूर बन गई है। जाम की समस्या के कारण जहां धमदाहा के मुख्य चौराहे पर यात्री को एक छोर से दूसरी छोर जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। वहीं जाम के कारण सड़क के चारों ओर दुकान खोलकर अपना रोजी-रोटी कमाने में व्यस्त व्यवसायी खास परेशान हो रहे हैं। बाजार के व्यवसायियों का कहना है कि दूर के गांव से आने वाले खरीददार दूसरी जगह सामान लेने का विकल्प तलाश में लगे रहते हैं। खासकर यह परेशानी किराना एवं कपड़ा व्यावसायियों के लिए और बढ़ गया है। बुधवार और शनिवार को धमदाहा हाट के दिन जहां खरीदार बड़े पैमाने पर बाजार आते हैं वहीं जाम के कारण बिक्री पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। शादी के दिनों में किराना सामान खरीदने के लिए जहां मोटे खरीदार गुलाबबाग और कटिहार का रुख कर रहे हैं जिससे कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

जल जमाव के हो रही है परेशानी :

जल जमाव की समस्या भी नगर क्षेत्र धमदाहा बाजार के कारोबारी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। जून से लेकर अगस्त सितंबर के महीने तक अक्सर मुख्य चौराहे से बनमनखी जाने वाली सड़क, मुख्य चौराहे से कुआंड़ी जाने वाली सड़क एवं पूर्णिया- टीकापट्टी मुख्य सड़क पर भी कई जगह जल जमाव की समस्या से कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पर रहा है। जोरदार बारिश होने पर सड़क के पानी से परेशानी होती है। कई बार यह दुकानों में भी घुस जाता है। जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए पिछले डेढ़ दशक में दो दर्जन से अधिक बार व्यावसायिक संघ के अध्यक्ष की अगुवाई में दर्जनों व्यवसायियों ने अनुमंडल प्रशासन के साथ बैठक की है। हर बार प्रशासन द्वारा इस समस्या का स्थाई निदान पर पहल करने का आश्वासन दिया गया है परंतु विडंबना कहिए या उदासीनता आज तक जाम एवं जल जमाव की समस्या से निजात नहीं मिल पायी है।

फिर से हुआ अतिक्रमण, नहीं लगी स्ट्रीट लाइट :

पूर्णिया के तत्कालीन जिला पदाधिकारी सुहर्ष भगत के समय में धमदाहा बाजार में सड़क के दोनों किनारे हुए अतिक्रमण को खाली कराकर बाजार को जाम की समस्या से मुक्त करने का मुहिम के लिए चलाया गया था, परंतु प्रशासनिक निष्क्रियता के कारण अतिक्रमण मुक्त करने का वह सिलसिला ढाक के तीन पात साबित हुआ है। बाजार वासी नगर पंचायत बनने के बाद स्ट्रीट लाइट, बस पड़ाव के आसपास यात्री शेड, शौचालय का निर्माण करने एवं जल-जमाव की समस्या के साथ-साथ जाम की समस्या निजात मिले इस आशा में प्रशासन एवं स्थानीय प्रतिनिधि की ओर टक-टकी निगाह लगाए हुए हैं।

पार्किंग बने, तो नहीं लगेगा जाम :

हालांकि व्यवसायियों का कहना है कि सुदूर क्षेत्र का बाजार होने के कारण लगन के दिनों में यहां बिक्री जोरों पर रहती है तो ग्राहक भी बड़े पैमाने पर आते हैं। बताते चलें कि विगत वर्ष मई महीने में ही बाजार में खरीदारी करने के लिए आए वार्ड पार्षद की गाड़ी पर समान लादने के दौरान पुलिस से झड़प हो गई थी जिसमें गुस्साए ग्रामीण ने थाना को घेर लिया इसके बाद प्राथमिकी भी दर्ज हो गई। इस वजह से जिन्हें भी ज्यादा सामान खरीदना होता है ऐसे खरीदार इस जाम से परहेज करते हैं और वह धमदाहा बाजार में खरीदारी करने की बजाय अन्यत्र जाना ज्यादा मुनासिब समझ रहे हैं‌। व्यवसायियों का कहना है कि स्मार्ट बाजार दिखने और बनने से खरीदार और बढ़ेंगे जिसका सीधा फायदा व्यवसायियों को एवं बाजार वासियों को होगा।

एक दशक बाद भी फुटकर दुकानदारों शेड का आवंटन नहीं :

सड़कों पर इधर-उधर रेहरी, ठेला और चट्टी बिछाकर रोजी-रोटी कमाने वाले फुटकर एवं छोटे व्यापारी बदहाल जिंदगी जीने को विवश हैं तो उनका कारोबार भी बेहाल है। चिन्हित किए गए बाजार स्थल नहीं मिलने के कारण पिछले 4 दशक से अधिक समय से सड़क किनारे सब्जी एवं छोटी-मोटे सामानों के साथ-साथ सस्ते कपड़ा के साथ-साथ चाकू, हसुआ सहित लोहा से स्थानीय बाजार में निर्मित सामान का व्यवसाय करने वाले व्यापारियों का बुरा हाल है। लगभग एक दशक पूर्व अनुमंडल मुख्यालय धमदाहा के जिला परिषद गेस्ट हाउस के अंदर दर्जनों की संख्या में शेड नया दुकान का निर्माण किया गया है। जिसमें सड़क पर चट्टी लगाने वाले फुटकर समान के विक्रेताओं के बैठने की बात कही गई थी तो निर्माण के समय बाजार के दर्जनों फुटकर व्यवसायियों ने न सिर्फ जिला परिषद कार्यालय को शेडनुमा दुकान के एवज में अग्रिम का भुगतान कर दिया है बल्कि दुकान हैंड ओवर होने की आशा में जिला परिषद कार्यालय का दर्जनों बार चक्कर भी लगा चुके हैं। दुकान का अब तक आवंटन नहीं होने के कारण व्यापारी मजबूर हैं। सड़क पर ही चट्टी लगाकर कारोबार करने के लिए विवश हैं। बरसात के दिनों में सड़क किनारे जमीन पर चट्टी लगा कर दाल, चावल,‌ सब्जी, तेल, झाड़ू, सस्ता कपड़ा एवं ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले फलों की बिक्री करने वाले दुकानदार तीन-चार महीने खासे परेशान रहते हैं। तो इससे उनके कारोबार पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। यही हाल प्रखंड कार्यालय धमदाहा के सामने हटिया के लिए आवंटित जमीन का भी है। उक्त जमीन में भी स्थाई रूप से किसी प्रकार का भी व्यावसायिक शेड का निर्माण नहीं किया गया है तो फुटकर विक्रेता बुधवार एवं शनिवार को हटिया के दिन में अपनी तरफ से मिट्टी भरकर ऊंचा किए गए। उसी जगह पर चट्टी पर सामान लगाकर बेचने बैठते हैं परंतु बरसात होने के कारण सुदूर क्षेत्र के आने वाले खरीदार भी जल जमाव के कारण अंदर सस्ते सामानों की खरीदारी करने से किनारा कर लेते हैं। जिन फुटकर कारोबारी ने शेडनुमा दुकान के लिए अग्रिम जमा किए उन्होंने अपने हक के लिए कभी अकेले तो कभी समूह में सड़क पर प्रदर्शन भी किया है। परंतु आज तक उन्हें दुकान का आवंटन नहीं हुआ है। दुकानदारों का कहना है कि एक तो शेडनुमा दुकान पर जल जमाव की समस्या से कोई खतरा नहीं है ऊपर से एक जगह बाजार लगने के कारण देहाती क्षेत्र के खरीदार बड़ी संख्या में आएंगे। जिससे विक्रेताओं के दिन भी बहुरेंगे। इस पर जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन अगर ध्यान दें तो धमदाहा फुटकर सामानों के विक्रेताओं का भी दिन बदल जाएगा।

शिकायत :

1. जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन की अनदेखी के कारण जाम की समस्या बनी नासूर

2. नगर पंचायत बनने की ढाई वर्ष बाद भी बाजार में रोशनी की व्यवस्था नहीं हुई है

3. जल जमाव की समस्या से निजात अब तक नहीं मिला

4. फुटकर दुकानदारों से शेडनुमा दुकान के एवज में अग्रिम लेकर दुकान आवंटित नहीं किया गया है

5. पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के चलते वाहन चालकों को काफी दिक्कत होती है

सुझाव :

1. सड़क को अतिक्रमण मुक्त कर जाम से निजात दिलाने से व्यवसायी होंगे खुशहाल

2. जल जमाव की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर पंचायत बनाएं मास्टर प्लान

3. भवानीपुर और मीरगंज की तरह जल्द ही नगर पंचायत स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करें

4. कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर प्रशासन फुटकर दुकानदार को आवंटित करें शेड

5. नगर पंचायत मुख्यालय में पार्किंग की व्यवस्था कराएं

हमारी भी सुनें:

जाम एवं जल जमाव की समस्या से निजात मिले तो धमदाहा में कारोबार प्रफुल्लित होगा। कारोबारी प्रशासनिक उदासीनता का दंश झेल रहे हैं। बरसात के दिनों में तो काफी परेशानी होती है।

-त्रिवेणी सिंह उर्फ फुटानी सिंह

धमदाहा बाजार का विकास जरूरी है। बाजार के व्यापारी आज भी जल जमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। इससे निजात मिले तो कारोबारी को लाभ मिलेगा। जल निकासी की व्यवस्था करनी होगी।

-मनोज साह, किराना व्यवसायी

धमदाहा सुदूर क्षेत्र का बाजार है। ठीक तरह से बाजार को सजाया गया तो कारोबार के नए अवसर बढ़ेंगे। व्यापारी की संख्या में इजाफा होगा। व्यवसाय का एक नया सिस्टम भी बनेगा।

-दुर्गा जयसवाल, कपड़ा व्यवसायी

बरसात के दिनों में सड़क पर जल जमाव से प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। नल से ओवरफ्लो होकर बाहर निकलने वाला पानी दुकान में घुसकर कपड़ा को बर्बाद करता है।

अजय अग्रवाल, कपड़ा व्यवसायी

लग्न के दिनों में बाजार में बड़ी संख्या में खरीदार आते हैं। खासकर किराना दुकान पर ग्रामीण क्षेत्र के खरीदारों की भीड़ लगती है। परंतु गाड़ी पार्क करने की जगह नहीं होने के कारण खरीदारों को दिक्कत होती है।

-चंदन कुमार साह, किराना व्यवसायी

जल जमाव की समस्या धमदाहा बाजार के लिए नासूर बना हुआ है। बरसात के दिनों में जल जमाव के कारण बीच बाजार में डिस्पेंसरी होने के बावजूद भी मरीज आने से कतराते हैं।

-शैलेंद्र कुमार सिंह मेडिकल प्रैक्टिशनर

नगर पंचायत बनने के तीन साल बाद भी बाजार में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हुई है। दवा जैसी आपातकालीन सेवा की दुकान को भी पर्याप्त रोशनी नहीं होने के कारण सेवेरे बंद करना पड़ता है।

-सोनू कुमार जायसवाल, दवा व्यवसायी

बाजार में रोशनी एवं पार्किंग की व्यवस्था बेहतर हो तो यहां बिक्री बढ़ेगी। लोग बाहर जाने की बजाय धमदाहा बाजार में ही खरीददारी करना पसंद करेंगे।

-बच्छराज बैद, रेडीमेड दुकानदार

बाजार का सौंदर्यीकरण नहीं होने से उत्तम दर्जे की मिठाई बनने के बावजूद भी बाहर के लोग खरीदारी के लिए नहीं आ पाते हैं। जबकि क्षेत्र के लोगों का बहुत ज्यादा डिमांड है।

-राहुल कुमार साह, मिठाई व्यवसायी

आला दर्जे का मनिहारा डिपार्टमेंटल स्टोर का सामान होने के बावजूद भी सड़क पर पर्याप्त रोशनी एवं वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

-रवि कुमार अग्रवाल, डिपार्टमेंटल स्टोर

बाजार में सुविधा बढ़ेगी तो दूर-दराज से भी लोग यहां टेलरिंग कराने के लिए आएंगे। बड़े शहरों के मुकाबले धमदाहा में कम लागत पर कपड़े की बेहतर सिलाई होती है।

-मो सज्जाद अंसारी, टेलर मास्टर

चदरा सीट सहित दूसरे हार्डवेयर सामान की खरीदारी के लिए ग्राहक चार पहिया या दूसरे वाहन लेकर आते हैं। सड़क किनारे पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण परेशानी उत्पन्न हो रही है तो कारोबार पर असर कर रहा है।

-संजय भगत, हार्डवेयर दुकानदार

धमदाहा में दुकानदार ने डिपार्टमेंटल स्टोर से लेकर कई तरह के कारोबार में बड़े पैमाने पर लोगों ने पूंजी लगाया है। परंतु बाजार की बदहाल व्यवस्था से कारोबार उस पैमाने पर नहीं हो पा रहा है।

-धीरज कुमार, हेलो इंडिया डिपार्टमेंटल स्टोर

धमदाहा बाजार में रेडीमेड कपड़े का होलसेल बड़े पैमाने पर चल सकता है। सुविधा बढ़ेगी तो कारोबार बढ़ेगा। रोशनी एवं बेहतर सड़क यहां की मूल आवश्यकता है।

-ऋषभ जैन, रेडीमेड होलसेलर

मिठाई सहित दूसरे सामानों के बिक्री का धमदाहा बाजार में बड़ा स्कोप है परंतु मुख्य चौराहे पर जाम की समस्या व्यापारियों का कारोबार बर्बाद कर रहा है। बाजार में पार्किंग एरिया होना जरूरी है।

-राजेश कुमार साह, मिठाई व्यवसायी

बेहतर फैशन डिजाइन की सिलाई के लिए धमदाहा में कारीगर उपलब्ध है जो सस्ती कीमत पर कई दुकान सिलाई का काम करते हैं। बाजार बड़ा नहीं दिखने के कारण कारोबार वैसा फल फूल नहीं रहा है।

-मो औरंगज़ेब, टेलर मास्टर

धमदाहा बाजार में ट्रैक्टर एवं कृषि उपकरणों की बिक्री का स्कोप बहुत बड़ा है। परंतु बाजार में भारी वाहनों को लाने एवं गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से व्यापार प्रभावित हो रहा है।

-मोहम्मद अहसान शेख, ट्रैक्टर एवं कृषि यंत्र विक्रेता

जिन समस्याओं की ओर व्यवसायियों ने ध्यान आकृष्ट कराया है उस पर काम करने की आवश्यकता है। वाहन पार्किंग एवं रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए प्रशासन एवं स्थानीय नगर निकाय से बात चल रही है।

-विजय कुमार साह, अध्यक्ष, व्यवसाई संगठन

बोले जिम्मेदार:

जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए वाहन संचालकों से कई दौर की बैठक की गई है। फुटकर विक्रेताओं के जिला परिषद गेस्ट हाउस स्थित शेड में शिफ्ट करते ही कई समस्याओं का हल निकल जाएगा। रोशनी एवं जल जमाव की निकासी के लिए नगर पंचायत को निर्देश दिया गया है।

-राजीव कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, धमदाहा

जाम की समस्या को दूर करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मुख्य चौराहे पर थाना बल की प्रतिनियुक्ति की जाती है। वाहनों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से भी सुबह से शाम तक मुख्य चौराहे पर थाना के जवान तैनात रहते हैं। व्यवसायियों की सुरक्षा के लिए पुलिस तत्पर हैं।

-सरोज कुमार, पुलिस निरीक्षक सह थाना अध्यक्ष, धमदाहा

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