भीषण गर्मी में वाटर वर्क्स की पाइपलाइन से जलापूर्ति अवधि घटी
24 घंटे में 6 से 8 घंटे की जगह कहीं 3 से 4 घंटे ही

भागलपुर, वरीय संवाददाता। तापमान बढ़ने के साथ गंगा नदी की दूर होती जलधारा ने भागलपुर शहर के कई इलाकों में पानी की समस्या खड़ी कर दी है। खासकर बरारी वाटर वर्क्स से जुड़े इलाके में जलापूर्ति का समय घट गया है। पहले जहां छह से आठ घंटे जलापूर्ति होती थी, अब वहां 24 घंटे में तीन से चार घंटे हो रही है। इसी बीच नगर निगम का शहरवासियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए जद्दोजहद इस बार भी जारी है। नई जलापूर्ति योजना शुरू नहीं हुई है, पुराने वाटर वर्क्स के इंटकवेल तक गंगा का प्राकृतिक स्रोत नहीं है। इसलिए पंपसेट लगाकर इंटकवेल तक पानी लाया जा रहा है।
जुगाड़ के पानी से संप में पर्याप्त पानी स्टोर नहीं हो पा रहा है। गंगा नदी की मुख्य धारा इंटेक वेल से लगभग 200 मीटर दूर खिसक गई है। पहले तो यहां चैनल बनाया गया लेकिन अब पंपसेट के जरिये पानी लाया जा रहा है। इस लंबी प्रक्रिया में लगने वाले अतिरिक्त संसाधन और समय के चलते दिक्कतें आ रही है। वर्तमान में, शहर के विभिन्न इलाकों में 24 घंटों में कहीं केवल दो घंटे, तो कहीं तीन या अधिकतम चार घंटे ही पानी की आपूर्ति हो पा रही है। वहीं, भीषण गर्मी के कारण पानी की खपत भी बढ़ गई है। जिन इलाकों में पानी पहुंच भी रहा है, वहां पानी में गंदगी और बदबू की शिकायतें आ रही हैं। यदि जल्द नई जलापूर्ति योजना को पूरा कर शुरू नहीं किया गया तो शहरवासियों को पेयजल की चुनौतियों से जूझना पड़ सकता है। नगर निगम को न केवल गंगा से पानी लाने की तात्कालिक चुनौतियों का समाधान करना होगा, बल्कि दीर्घकालिक जल प्रबंधन की योजनाओं पर भी तेजी से काम करना होगा। खुद प्यासा संतनगर, बदबूदार पानी से त्रस्त अन्य इलाके संतनगर, जहां यह वाटर वर्क्स स्थित है, के निवासी पानी के लिए तरस रहे हैं। स्थानीय निवासी महेश महतो, राधे पोद्दार और गणेश महतो ने बताया कि वाटर वर्क्स से सटा मोहल्ला होने के बावजूद उन्हें इसका लाभ नहीं मिल रहा है। पटल बाबू रोड और मुंदीचक के निवासियों की पीड़ा भी कम नहीं है। रवि शर्मा, जय प्रकाश गुप्ता और सुमित कुमार का कहना है कि यहां सुबह-शाम दो घंटे पानी तो आता है, लेकिन प्रेशर बनने में एक घंटा लग जाता है। बदबूदार पानी उनकी परेशानी को और बढ़ा देता है। पानी कभी 9, कभी 10 तो कभी 11 बजे आता है। बड़ी खंजरपुर के अजय वर्मा और अंकित सुबोध ने बताया कि बरारी वाटर वर्क्स की पुरानी पाइपलाइन में पानी की आपूर्ति अनियमित है। कोट : बढ. रहे तापमान और गर्मी की वजह से गंगा की धार के दूर जाने की आशंका बनी हुई है। इसके लिए बरारी वाटर वर्क्स की टीम लगातार काम कर रही है। पिछले साल किसी तरह का संकट नहीं आया था। इस साल भी पानी संकट न आये इसके लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। जिन इलाकों में पानी की आपूर्ति, पानी आने की अवधि-समय, स्वस्थ पानी आदि की शिकायत है, वे नगर निगम के हेल्प डेस्क पर इसकी शिकायत कर सकते हैं, निश्चित रूप से इसका निराकरण किया जायेगा। - राजेश कुमार, उप नगर आयुक्त, नगर निगम, भागलपुर।
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