बिहार बहुत आगे बढ़ेगा, कोई शक नहीं है; PMCH के शताब्दी समारोह में बोले नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब वह सत्ता में आए थे तब बिहार में सिर्फ 6 मेडिकल कॉलेज हैं, अब इनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। अब हर जिले में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (PMCH) के शताब्दी समारोह में कहा कि बिहार बहुत आगे बढ़ेगा, इसमें कोई शक नहीं है। बिहार में हर क्षेत्र और सभी वर्गों के विकास के लिए निरंतर काम किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि साल 2005 के पहले बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल काफी खराब था। उनके सत्ता में आने के बाद इस क्षेत्र में काफी सुधार किए गए हैं। पहले राज्य में सिर्फ 6 मेडिकल कॉलेज अस्पताल थे। इसकी संख्या अब 12 हो गई है। साथ ही 14 मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है।
सीएम नीतीश ने मंगलवार को पीएमसीएच के शताब्दी समारोह को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा समेत कई नेता मौजूद रहे। नीतीश ने अपने संबोधन में कहा कि हमने बिहार के हर जिले में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है। बिहार के विकास में केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि 25 फरवरी 1925 को जब पटना में पीएमसीएच की स्थापना हुई थी, तब देश में बहुत कम मेडिकल कॉलेज थे। जब हम पटना में पढ़ते थे, तब देखते थे कि सिर्फ बिहार ही नहीं दूसरे राज्यों के भी छात्र यहां पढ़ने आते थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पीएमसीएच को सबसे बड़ा अस्पताल बनाने की दिशा में काम कर रही है। यहां 5400 बेड की क्षमता विकसित की जा रही है। सभी अधिकारियों से इस दिशा में तेजी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा आईजीआईएमएस अस्पताल का भी विस्तार किया जा रहा है।
आरजेडी शासन काल के दिनों की याद दिलाते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जब वह सत्ता में आए थे, उससे पहले बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं का बहुत बुरा हाल था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में महीने में औसतन 39 लोग ही इलाज कराते थे। आज इनकी संख्या 11 हजार से ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा कि पहले हिंदू-मुस्लिम के झगड़े होते थे। अब कोई झगड़ा नहीं होता है। मुसलमानों के हित में भी हमने काम करवाए। हिंदू, मुस्लिम, दलित, अगड़े-पिछड़े सभी के विकास के लिए हमने काम किए।