जदयू नेता के इस दावे के बाद अब प्रशांत किशोर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने यहां तक कह दिया कि उनकी (जदयू पार्षद सुनील सिंह) सीएम हाउस में जाने की औकात थी क्या?
जदयू विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर जदयू में आये थे तो अपने लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उपमुख्यमंत्री का पद मांगा था। ये सिर्फ कुर्सी के लिए काम करते हैं ना कि जनता के लिए।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार शुक्रवार को पटना से दिल्ली रवाना हो गए। बीते 12 दिनों में यह उनका दूसरा दिल्ली दौरा है। वह एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने राष्ट्रीय राजधानी गए हैं।
तेजस्वी यादव ने लिखा है कि बिहार विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाकर एक नया आरक्षण विधेयक पारित करा कर कुल 85 फीसदी आरक्षण का प्रावधन किया जाए और इसे 9वीं अनूसूची में डालने की अनुशंसा केंद्र सरकार से की जाए।
आरा-छपरा के बीच नई रेल पुल लाइन बनाने की मांग की गई है। आरा और छपरा के बीच एक नया रेल पुल बनने से शाहाबाद और सारण के बीच संपर्क बढ़ेगा, जिससे उत्तर एवं दक्षिण बिहार के बीच यातायात सुगम हो सकेगा। कहलगांव के पास एक नए रेल पुल के निर्माण की योजना है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार शनिवार से दो दिन दिल्ली दौरे पर रहेंगे। पहले दिन वे पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे। वहीं, अगले दिन एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे।
पीके और अफसर के बीच हुई इस बहस का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि एक वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि प्रशांत किशोर एसडीएम से कहते हैं, 'सुनिए, मुख्यमंत्री के जिला में SDM हो गए हैं तो राजनेता मत बनिए।
चिराग पासवान के साथ उनके जीजा और जमुई से सांसद अरुण भारती भी मौजूद थे। सीएम नीतीश के अलावा वहां बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधऱी भी नजर आए। इस मुलाकात की जो तस्वीर सामने आई है उसमें नजर आ रहा है कि चिराग पासवान ने सीएम नीतीश को फूलों का गुलदस्ता दिया और दोनों ही नेता मुस्कुरा रहे हैं।
मोबाइल एप में किसान को प्राप्त सभी लाभ, अनुदान, आवेदन की स्थिति, भुगतान की जानकारी आदि सुव्यवस्थित रूप से दर्ज रहेंगे। इसके अतिरिक्त पौधा संरक्षण सलाह, फसलों के बाजार मूल्य, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, बिहार कृषि रेडियो, मौसम सम्बन्धित जानकारी आदि महत्वपूर्ण सूचनाएं उपलब्ध रहेंगी।
साल 2005 में बिहार की सत्ता संभालने के बाद नीतीश कुमार ने सिंह के प्रशासनिक कौशल से प्रभावित होकर आरसीपी सिंह को अपने प्रमुख सचिव के रूप में बिहार आने के लिए राजी किया। आरसीपी सिंह 2010 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर कुमार की जद (यू) में शामिल हो गए।