अलीनगर समेत कई मोहल्लों में अतिक्रमण, तालाब सिकुड़कर बन गया है पइन
अलीनगर समेत कई मोहल्लों में अतिक्रमण, तालाब सिकुड़कर बन गया है पइनअलीनगर समेत कई मोहल्लों में अतिक्रमण, तालाब सिकुड़कर बन गया है पइनअलीनगर समेत कई मोहल्लों में अतिक्रमण, तालाब सिकुड़कर बन गया है...

जलजमाव 02 : अलीनगर समेत कई मोहल्लों में अतिक्रमण, तालाब सिकुड़कर बन गया है पइन देकुली घाट में भी अतिक्रमण के कारण नाला बहुत संकरा नहीं हो पाती है नालों की सफाई, बारिश होने पर होता है ओवरफ्लो शिवपुरी में सड़क से ऊपर है नाला, गंदा पानी फैला रहता है जहां-तहां गलियों में सड़क के नीचे बना नाला भी जाम, सफाई नहीं होने से दुकानों व घरों में भर जाता है गंदा पानी बिचली खंदक पर में 200 दुकानदारों को बरसात में हर साल है लाखों का नुकसान फोटो : देकुली नाला : बिहारशरीफ बिचली खंदक पर में नाला के गंदा पानी से बचाव के लिए दुकान के आगे की गयी ढलाई व लगी दीवार।
बिहारशरीफ, निज संवाददाता। अलीनगर झींगनगर समेत कई मोहल्लों में अतिक्रमण है। इन मोहल्लों का तालाब अतिक्रमण के कारण आज सिकुड़कर पइन बन गया है। देकुली घाट में भी अतिक्रमण के कारण नाला बहुत संकरी हो चुकी है। इस कारण नालों की सफाई नहीं हो पाती है। इतना ही नहीं थोड़ी सी बारिश होने पर ही उससे ओवरफ्लो होने लगता है। रामचंद्रपुर के शिवपुरी मोहल्ला में तो सड़क से ऊपर नाला है। इस कारण गंदा पानी जहां तहां गलियों में फैला रहता है। पुल पर से लेकर बिचली खंदक पर शिव मंदिर तक थोड़ी सी बारिश में ही सड़क पर पानी जमा जाता है। इससे आसपास की 200 से अधिक दुकानों व दर्जनों घरों में गंदा पानी भर जाता है। इसी रोड में नवदुर्गा गली के आगे व मिठु साव के मकान के बगल में बनी सड़क के नीचे बने अंडर पास नाली की सफाई नहीं होने से पानी नहीं निकल पाता है। इस कारण बिना बारिश के भी इन सड़कों पर अक्सर गंदा पानी फैलता रहता है। घर से ऊंचे हो गए हैं नाले, कैसे निकलेगा पानी : बिचली खंदक पर के दुकानदार सुशील कुमार बताते हैं कि दो दशक पहले तक सड़क के नीचे से गंदा पानी पार कर नालों से निकलता था, जो अब लगभग जाम हो चुका है। पांच मिनट की बारिश में ही यहां की सड़कों पर पानी भर जाता है। सड़कें और नाले घरों से ऊंचे हो चुके हैं। ऐसे में उस समय पूरा पानी घरों व दुकानों में भर जाता है। इससे हर साल लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब तक नहीं हटा अतिक्रमण : वार्ड नंबर 46 के पूर्व पार्षद पवन कुमार ने बताया कि यह मोहल्ला चारों तरफ बड़े बड़े तालाबों से घिरा था। इसी कारण इसका नाम झींगनगर पड़ा था। इसमें मोहल्ले का गंदा पानी गिरता था। जो पइन से होते हुए शहर के बाहर निकल जाता था। आज भी मोहल्लों का पानी इन्हीं तालाबों में गिर रहा है। लेकिन, अतिक्रमण के कारण अब बहुत जगहों पर विलुप्तप्राय नजर आता है। लाखों का कपड़ा हो गया था बर्बाद, इस बार भी सता रहा डर : बिचली खंदक पर के दुकानदान शिशिर कुमार कहते हैं कि 2024 में बारिश आने पर दुकान में दो फीट तक पानी भर गया था। इससे दुकान में रखी लाखों की साड़ी, शर्ट पैंट का कपड़ा व अन्य सामान बर्बाद हो गया था। इसमें ढाई लाख का नुकसान हुआ था। बारिश होने पर नालों की बजाय सड़कों पर ही गंदा पानी बहने लगता है। उस समय नाला में जमा कचरा, प्लास्टिक व अन्य गंदगी भी बारिश के पानी के साथ दुकानों व घरों में घुस जाती है। पुल पर से खंदकपर के बीच ऐसे 200 से अधिक ष्घर और दुकान मिलेंगी, जहां पानी को रोकने के लिए ईंट की एक से डेढ़ फीट तक की दीवार लगा दी गयी है। बावजूद घरों में गंदा पानी भरता रहता है। कहते हैं अधिकारी : अतिक्रमण वाले नालों का बबुरबन्ना व बाइपास में निरीक्षण किया गया है। अतिक्रमण के कारण नाला से पानी निकलने में समस्या आ रही है। पइन की मापी करा उसे अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा। इसके लिए संबंधित कर्मियों को आदेश दिया गया है। बाइपास के किनारे से कच्चे नाले की खुदाई कर बड़ा नाला में कच्चे नाला को जोड़ा जाएगा। ताकि, शहरवासियों को जलजमाव से निजात मिल सके। नगर निगम जलजमव को लेकर काफी गंभीर है। दीपक कुमार मिश्रा, नगर आयुक्त
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।