नीतीश के बचाव में कूदी बीजेपी; विजय सिन्हा ने लालू-राबड़ी का फोटो-वीडियो दिखाकर अपमान की याद दिलाई
राष्ट्रगान विवाद पर मुख्यमंत्री नीतीश का सपोर्ट करते हुए डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने लालू-राबड़ी का फोटो और वीडियो दिखाकर हमला बोला। जिसमें वो राष्ट्रगान के दौरान कुर्सी पर बैठे हुए बताए जा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आरजेडी पहले राष्ट्रद्रोहियों को टिकट देना बंद करे, तब राष्ट्रवाद की बात करें।

राष्ट्रगान विवाद पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन में अब बीजेपी कूद गई है। उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर आज राष्ट्रगान को लेकर इतना प्रेम झलक रहा है, तो पहले राष्ट्रद्रोहियों को टिकट देना बंद कीजिए, सदन पहुंचाना बंद कीजिए। अपराधियों को टिकट देकर सदन पहुंचाएंगे, और राष्ट्रगान पर शोर मचाएंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने हमेशा राष्ट्र के संदर्भ में अपनी जागरूकता दिखाई है। लेकिन सच्चाई यह है कि वह (तेजस्वी यादव) अपने माता-पिता पर ईडी की छापेमारी से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के मुद्दे उठा रहे हैं... ये सस्ती राजनीति करने वाले लोग हैं।
भ्रष्टाचार पर सरकार को आईना दिखाइए तो समझ आए, ऐसी सस्ती राजनीति करने वाले विपक्ष पर धिक्कार है। उन्होने कहा कि जब दोनों (राजद और जदयू) एक साथ सत्ता में थे, तो उन्हें (तेजस्वी यादव) को नीतीश कुमार ठीक लग रहे थे। यह किस तरह की दोहरी राजनीति है?... अब तो चुनाव आने वाला है, जनता तय करेगी कि कौन बिहार के हित में है और कौन बिहार के हितों के खिलाफ है।
वहीं इस मामले पर जेडीयू ने भी आरजेडी पर हमला बोला है। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रगान या दूसरे राष्ट्रीय प्रतीकों का कितना सम्मान करते हैं, यह पूरा बिहार जानता है। जनता उन्हें इसीलिए पसन्द करती है कि वे एक गंभीर एवं संवेदनशील राजनेता हैं तथा राष्ट्रीय या स्थानीय वैधानिक परम्पराओं को किसी से अधिक संजीदगी से निभाते हैं। उनकी शालीनता एवं भद्रता निर्विवाद रही है।
उन्होने कहा कि मुद्दाविहीन विपक्ष राजनीतिक रूप से डूबने की घड़ी में ऐसे मुद्दों को तिनका समझकर पकड़ना चाह रहा है। लेकिन पिछले 19 वर्षो में बिहार में विकास कार्यो से बिहार की बदली सूरत के साथ अभी समाप्त हुए प्रगति यात्रा में मुख्यमंत्री ने जो हर जिला में विकास योजनाओं की सौगात दी है, उससे विपक्ष अवाक है। 2025 में आने वाली अपनी संभावित दयनीय स्थिति से विपक्ष भयंकर हताशा में बेचैन और परेशान है।