ससुराल पहुंचने से पहले डोली बन गई अर्थी; सड़क हादसे में दुल्हन की मौत, ICU में दूल्हा
ललिता कुमारी की शादी राजमहलडीह गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह के पुत्र मोनू कुमार के साथ मंगलवार की रात हुई थी। बुधवार की सुबह विदाई होने के बाद वो अपने पति के साथ कार से ससुराल जा रही थी। तभी सिकरौल पेट्रोल पंप के समीप तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार में जोरदार ठोकर मार दी थी।

बिहार के भोजपुर जिले में मायके से निकली डोली ससुराल पहुंचने से पहले उसके लिए अर्थी बन गयी। ससुराल के लिए मायके से उसकी विदाई उसके जीवन की आखिरी विदाई साबित हुई। कुछ ही घंटों पहले दोनों परिवारों के लोगों की ओर से जोड़ी सलामत रहने के दिए गए आशीर्वाद और बधाइयां भी ललित के काम नहीं आ सकी। ससुराल जाने के रास्ते में ललिता की नयी जिंदगी का सफर शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया।
बिहिया-बिहटा स्टेट हाइवे पर सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के सिकरौल पेट्रोल पंप के पास सड़क हादसे में जख्मी दुल्हन की मौत हो गई। इलाज के दौरान गुरुवार की दोपहर उसने पटना के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे में जख्मी दूल्हे मोनू कुमार की स्थिति भी काफी नाजुक बनी है।
आपको बता दें मंगलवार की रात शादी के बाद बुधवार की सुबह वो ससुराल जा रही थी। मृत दुल्हन सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के राजमहलडीह गांव निवासी मोनू कुमार की 21 वर्षीय पत्नी ललिता कुमारी थी। हसन बाजार ओपी क्षेत्र के इनरपतपुर गांव निवासी स्व. दूधनाथ सिंह की पुत्री ललिता कुमारी की शादी राजमहलडीह गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह के पुत्र मोनू कुमार के साथ मंगलवार की रात हुई थी। बुधवार की सुबह विदाई होने के बाद वो अपने पति के साथ कार से ससुराल जा रही थी। तभी सिकरौल पेट्रोल पंप के समीप तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार में जोरदार ठोकर मार दी थी।
जिसमें दूल्हा-दुल्हन सहित सात लोग जख्मी हो गये थे। गंभीर हाल में दूल्हा मोनू कुमार और दुल्हन ललिता कुमारी को इलाज के लिए आरा के निजी अस्पताल लाया गया था। वहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को पटना रेफर कर दिया गया था। इसके बाद दोनों इलाज के लिए पटना स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया था। वहां इलाज के दौरान गुरुवार की दोपहर दुल्हन ललिता देवी ने दम तोड़ दिया। वहीं दूल्हा मोनू कुमार अब भी जिंदगी और मौत से बीच जूझ रहा है।
दुल्हन की मौत की पुष्टि करते हुए पूर्व विधायक भाई दिनेश की ओर से प्रशासन से पीड़ित परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की गयी है। हादसे पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए दोनों परिवारों को सांत्वना भी दी है। हादसे के बाद दोनों परिवारों के घर में कोहराम मच गया। शादी की सारी खुशियां मातम में बदल गयीं। जिन घरों में लोग खुशियां मना रहे थे, नाच-गाना कर रहे थे। वहां दुल्हन की मौत का मातम मनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि दुल्हन ललिता दो भाई और दो बहनों में तीसरे स्थान पर थी। उसके पिता दूधनाथ सिंह की मौत दस वर्ष पूर्व हो गई थी।