जिले में खिलाड़ियों की प्रतिभा को जल्द मिलेगी उड़ान
का हो रहा निर्माण न्यूमेरिक 157 पंचायतों में हो रहा है खेल मैदान का निर्माण 318 पंचायत है सारण जिले में फोटो 14 बनियापुर की पैगंबरपुर पंचायत में बना खेल मैदान पेज छह की लीड छपरा, नगर प्रतिनिधि। जिले...

जिले के प्रखंडों में खेल गतिविधि बढ़ेगी, खेल मैदान का निर्माण तेज खेल संरचनाओं को विकसित करने से खिलाड़ियों को होगी सुविधा मनरेगा के तहत खेल मैदानों का हो रहा निर्माण छपरा, नगर प्रतिनिधि। जिले के खिलाड़ियों के प्रतिभा को उड़ान देने के लिए सरकार ने विशेष कार्य योजना बनाई है। इसी योजना के तहत जिले के सभी 20 प्रखंडों में जल्द ही खेल मैदान बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद से इन खेल मैदान में एक साथ कई तरह के खेल के आयोजन हो सकेंगे। साथ ही स्थानीय स्तर के प्रतिभागियों को भी खेल मैदान के बन जाने से आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर खेल मैदान होने से स्पोट्र्स में रुचि रखने वाले स्कूली छात्रों, युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे। मनरेगा की रिपोर्ट की मानें तो समय सीमा के भीतर चिन्हित स्थलों पर 70 शेष बचे कार्यों को पूरा करने का टास्क संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। जल्द निर्माण को लेकर डीडीसी यतेंद्र कुमार पाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिन प्रखंडों में काम बचा हुआ है,उसे जल्द पूरा कर शत-प्रतिशत रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध कराए। वहीं जिलाधिकारी अमन समीर के स्तर पर भी खेल मैदानों के निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग हो रही है। डीएम ने संबंधित पदाधिकारी को आपस में समन्वय बनाकर राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने पर बल दिया है। 20 प्रखंड के 175 जगहों पर तैयार हो रहा खेल मैदान सारण में 20 प्रखंड की 157 पंचायत में 175 जगहों पर खेल मैदान बनाया जा रहा है। इसमें सबसे अधिक बनियापुर प्रखंड की15 पंचायत में 17 खेल मैदान का निर्माण शामिल है। उसके बाद इसुआपुर में 16, मशरक में 15, दरियापुर में 14 मैदान चिन्हित किये गए हैं। सबसे कम दिघवारा में दो,रिविलगंज में तीन खेल मैदान का चयन किया गया है। डीआरडीए निदेशक सुमिता कुमारी ने बताया कि जिला पदाधिकारी और डीडीसी से मिले मार्गदर्शन के मुताबिक सभी जगहों पर काम तेजी से किया जा रहा है। खेल मैदान का शत-प्रतिशत लक्ष्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। सारण के खिलाड़ी कर रहे बेहतर प्रदर्शन सारण के खिलाड़ी कई खेलों में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से जिले का नाम राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रहे हैं। हॉकी, क्रिकेट, फुट बॉल, कुश्ती, बैडमिंटन, वालीबॉल सहित अन्य खेलों में भी सारण के कई प्रतिभावान खिलाड़ी अपनी मेहनत के दम पर जिला राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। कई खिलाड़ी आर्थिक रूप से कमजोर होते हुए भी अपनी मेहनत और लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर अपने हुनर को निखार दे रहे हैं। सरकार की ओर से सुविधा मिलने से खिलाड़ियों को सहूलियत होगी। खेल की गतिविधि को बढ़ाने पर दिया जाएगा जोर खेल मैदान तैयार होने के बाद जिला खेल विभाग के द्वारा इन खेल मैदान में विभिन्न खेल गतिविधि को बढ़ाने के लिए स्थानीय स्तर पर कमेटी का गठन किया जाएगा। चयनित कमेटी के द्वारा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण से लेकर आगे की गतिविधियों के लिए तैयार किया जाएगा। जिला खेल पदाधिकारी मोहम्मद शमीम ने बताया कि खेल के प्रति युवाओं की गतिविधि को बढ़ाने के लिए सरकार की यह बेहतर पहल है। इससे न सिर्फ ग्रामीण स्तर पर खेल की गतिविधि बढ़ेगी, बल्कि बेहतर खिलाड़ी भी निकलकर सामने आएंगे। खेल से जुड़े लोगों का कहना है कि पंचायत क्षेत्रों में खेल मैदान का निर्माण होने से ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान खिलाड़ियों को काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा युवाओं को भी इसका लाभ मिलेगा। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को भी खेल प्रतियोगिताओं में बेहतर करने का मौका मिलेगा। मालूम हो कि सरकारी विद्यालयों में सरकार की ओर से खेल की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके बावजूद कई स्कूलों में खेल मैदान का अभाव होने से भी छात्रों को काफी परेशानी होती है। ग्रामीण क्षेत्र के युवा सेना में भर्ती होने के लिए भी प्रतिदिन प्रैक्टिस करते हैं। खेल मैदान होने से उन्हें सुविधा होगी। खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम हर साल चलाए जाते हैं। विद्यालय, जिला और राज्य स्तर पर तरंग मीट प्रतियोगिता के अलावा जिला स्तरीय स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता सहित कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें खेल में रुचि रखने वाले लाखों बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। 157 ग्राम पंचायतों में खेल मैदान का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके अंतर्गत वालीबॉल, बॉस्केटबॉल, बैडमिंटन, रनिंग ट्रैक आदि खेलों के लिए संरचनाएं भी विकसित की जा रही हैं।इस बारे में उप विकास आयुक्त यतेंद्र कुमार पाल ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में कार्य योजना बनाकर संरचनाएं विकसित की जा रही हैं जिसमें कुछ खेल मैदान में बास्केटबॉल कोर्ट की ढलाई की जा चुकी है। इसके अलावा 1बैडमिंटन कोर्ट, वालीबॉल कोर्ट का निर्माण कराया जा चुका है। कई जगहों पररनिंग ट्रैक बनकर तैयार है। रंग-रोगन भी शुरू है।मनरेगा के तहत बन रहे खेल मैदान में खिलाड़ियों के प्रैक्टिस के लिए कई सुविधाएं विकसित की जा रही है। खेल मैदान में खेल उपकरण भी लगाए जा रहे हैं। खेलों के विकास पर मुख्यमंत्री सजग सारण के खिलाड़ियों ने कहा कि बिहार सरकार व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खेल के विकास के लिए पिछले कुछ वर्षों से लगातार काम कर रहे है। मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना की भी खूब चर्चा हो रही है और अभी हाल ही में राजगीर में बिहार के पहले खेल विश्वविद्यालय और स्पोट्र्स अकादमी की भी स्थापना की गई है तो वहीं अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का भी निर्माण किया गया है। महिला एशियाई हॉकी चैंपियनशिप पहली बार बिहार में राजगीर में ही आयोजित किया गया। खेल के विकास को लेकर नीतीश सरकार की ओर से पहल हो रही है।उसी के तहत मनरेगा के माध्यम से सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया था कि अब हर ग्राम पंचायत में कम से कम एक खेल मैदान विकसित किया जाए। मनरेगा से बन रहे खेल मैदान एक नजर में प्रखंड चिन्हित स्थलों की संख्या निर्माण कार्य पूरा अमनौर 08 01 बनियापुर 17 07 छपरा सदर 07 02 दरियापुर 14 06 दिघवारा 03 01 एकमा 10 01 गड़खा 10 04 इसुआपुर 16 06 जलालपुर 10 02 लहलादपुर 04 01 मकेर 06 03 मांझी 11 04 मढ़ौरा 12 03 मशरक 15 08 नगरा 05 02 पानापुर 07 02 परसा 06 04 रिविलगंज 03 01 सोनपुर 04 01 तरैया 07 04 कोट डीएम से मिले गाइडलाइंस के मुताबिक,मनरेगा से पंचायतों में खेल मैदान का चयन करते हुए उसे विकसित किया जा रहा है। खेल मैदान में विभिन खेलों के लिए संरचनाएं विकसित की जा रही हैं। सभी खेल मैदान में खिलाड़ियों की सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा। सारण में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। यतेंद्र कुमार पाल, डीडीसी सारण
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