जेपी विवि: अलग-अलग कोर्सों के छात्रों को मिला एक ही रोल नंबर
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में गंभीर गड़बड़ी सामने आई है। स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्रों को एक ही रोल नंबर आवंटित किया गया है। छात्रों ने वेबसाइट पर रिजल्ट चेक करते समय इस गड़बड़ी का...

छपरा,हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जयप्रकाश विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में गड़बड़ी सामने आई है। अलग-अलग कोर्सों के छात्रों को मिला एक ही रोल नंबर विश्वविद्यालय प्रशासन ने आवंटित कर दिया है - वह भी स्नातक और स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में। जैसे ही स्नातक तृतीय खंड का रिजल्ट जारी हुआ, इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ। छात्रों ने जब वेबसाइट पर अपने रोल नंबर से परिणाम देखना चाहा, तो पाया कि उसी रोल नंबर पर स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर के किसी अन्य छात्र का भी रिजल्ट प्रदर्शित हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह समस्या सैकड़ों-हजारों छात्रों के साथ हुई है। विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि एक ही समय पर, एक ही विश्वविद्यालय में एक ही रोल नंबर से दो छात्र पढ़ रहे हों। इससे परीक्षा विभाग की गड़बड़ी और प्रशासनिक कमी उजागर हो गई है। छात्रों का भविष्य संकट में छात्र संगठनों का आरोप है कि यह गड़बड़ी न सिर्फ छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम 1976 के परीक्षा नियमों का खुला उल्लंघन भी है। जब छात्र भविष्य में नौकरी के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कराएंगे, तो इस तरह के दोहरे रिकॉर्ड उनके प्रमाण-पत्रों को फर्जी घोषित करा सकते हैं, जिससे गंभीर कानूनी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जानकारों का कहना है कि स्नातक व स्नातकोत्तर के रोल नम्बर का सीरीज हमेशा से अलग रहता है। छात्र नेताओं का आक्रोश शोध विद्यार्थी संगठन की छात्रनेत्री श्रुति पाण्डेय ने इस गड़बड़ी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन तत्काल इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराए, दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करे और छात्रों को न्याय दिलाए। विश्वविद्यालय अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार प्रत्येक छात्र के लिए एक अद्वितीय रोल नंबर का आवंटन अनिवार्य है। परीक्षा विभाग का कर्तव्य है कि परीक्षा संचालन और परिणाम प्रकाशन में निष्पक्षता, पारदर्शिता और त्रुटिरहित प्रक्रिया सुनिश्चित परीक्षा अधिनियम के तहत यदि कोई अधिकारी प्रशासनिक लापरवाही या कदाचार करता है, तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई व आपराधिक मुकदमा चलाया जा सकता है। एक ही रोल नंबर से दो छात्रों का नामांकन और परिणाम प्रकाशित करना दस्तावेजों की वैधता पर गंभीर प्रश्न उठाता है। क्या हुई है गड़बड़ी रोल नंबर - 210203015 बम भोला पटेल (स्नातक तृतीय खंड) ने जब अपना रिजल्ट चेक किया तो उसे फेल बताया गया। वहीं, उसी रोल नंबर पर पूजा कुमारी का स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर (मैथमैटिक्स) का परिणाम पास दिखा रहा है। रोल नंबर - 211203020 दिव्या कुमारी (स्नातक तृतीय खंड) और रूबी कुमारी (स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर) - दोनों को एक ही रोल नंबर आवंटित किया गया है। रोल नंबर - 211203021 हरितु राजकुमार (स्नातक तृतीय खंड) का परिणाम पेंडिंग दिख रहा है, जबकि उसी रोल नंबर से रूबी कुमारी (स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर, मैथमेटिक्स) का परिणाम पास घोषित कर दिया गया है। कोट कोट स्नातक व स्नातकोत्तर में रोल नंबर आवंटन के दौरान कुछ तकनीकी गड़बड़ी की वजह से वेबसाइट पर कुछ अन्य दिख रहा है। विश्वविद्यालय की तकनीकी टीम सुधार करने में जुटी है। बहुत जल्द सुधार कर लिया जाएगा। प्रो. ए के मिश्र परीक्षा नियंत्रक, जेपीयू
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