वट वृक्ष की पूजा कर सुहागिनों ने की अखंड सौभाग्य की कामना
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक सुहागिनों ने व्रत रखा सोमवार को श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सौभाग्यवती महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा की और व

छपरा। नगर प्रतिनिधि अखंड सौभाग्य व पति के दीर्घायु जीवन की कामना का प्रतीक वट सावित्री का व्रत सोमवार को श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सौभाग्यवती महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा की और वट वृक्ष में धागा बांधकर वट सावित्री का व्रत किया। कच्चे सूत से वटवृक्ष की परिक्रमा कर महिलाओं ने सुहाग की सलामती की दुआएं मांगीं। पूड़ी, मौसमी फल व श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित कर सुहागिनों ने मां वटसावित्री की विधि-विधान से पूजा की। इस दौरान शहर से लेकर गांव तक आस्था की अविरल धारा बहती रही। वट सावित्री का व्रत प्रत्येक साल ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।
इस दिन भरणी व कृत्तिका नक्षत्र का युग्म संयोग के साथ शोभन योग विद्यमान रहा। सोमवार को अमावस्या तिथि 11 बजकर दो मिनट बजे से शुरू हुआ जो पूरे दिन रहा।सोमवार को अमावस्या होने से इस दिन सोमवती अमावस्या का पुण्यकारी संयोग बना। आचार्य मनुवेन्द्र त्रिपाठी उर्फ चुन्नू बाबा ने बताया कि यह त्योहार खासकर उन महिलाओं के लिये विशेष फलदायी है, जो नियम और निष्ठा से वट वृक्ष की पूजा करती है,उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। वट व पीपल की वृक्ष के पास भोर से ही भीड़ सोमवार को साज-श्रृंगार के साथ महिलाओं ने शहर के ब्रहमस्थान, भगवान बाजार, गुदरी, काशी बाजार,मौना चौक समेत विभिन्न इलाकों में अवस्थित वट और पीपल की वृक्ष की परंपरागत तरीके से पूजा-अर्चना की। कई इलाकों में व्रती महिलाओं ने पुरोहित से वट-सावित्री व्रत की कथा सुनी। सुबह से ही इलाके में पूजन-अर्चन को महिलाओं की भीड़ भीड़ रही। शहर के विभिन्न मंदिरों में देर शाम तक व्रती महिलाओं के पूजन-अर्चन के लिए आना का सिलसिला जारी था। उधर, व्रत को लेकर फल, दूध, मिठाई आदि की खूब बिक्री हुई। मांझी के प्रसिद्ध रामघाट के परिसर में पूजा दाउदपुर (मांझी)। मांझी के प्रसिद्ध रामघाट के परिसर में सोमवार को बड़ी संख्या में सुहागिन महिलाओं के द्वारा पति की लंबी आयु को लेकर वट सावित्री की पूजा की गई। महिलाओं ने पूरी श्रद्धा व सच्ची आस्था के साथ वट वृक्ष की परिक्रमा कर सुहागिनों ने पहले बरगद के पेड़ की विधिवत पूजा की फिर वट वृक्ष में मौली सूत को लपेटकर परिक्रमा की और भगवान त्रिदेव सहित श्री नारायण की पूजा की। इसके बाद संतान समेत पति की लंबी आयु के लिए प्रार्थना की। दरियापुर में महिलाओं ने की वट सावित्री की पूजा,मांगा अखंड सुहाग का वरदान दरियापुर।अपने अखंड सुहाग व सुख समृद्धि के लिए सुहागिन महिलाओं ने सोमवार को श्रद्धा व भक्तिपूर्वक वट सावित्री की पूजा की।समूह में सोलहो श्रृंगार कर महिलाएं अपने अपने निकट के वट वृक्ष के पास पहुंची। फिर वट वृक्ष में धागे लपेटे। इसके बाद एक दूसरे को सिंदूर लगा बड़ों का आशीर्वाद लिया। डेरनी,दरियापुर,सूतिहार,खानपुर,पिरारी,बेला आदि गांवों में वट वृक्ष के पास देर शाम तक महिलाओं की भीड़ जमी रही।कई महिलाएं गंगा स्नान कर मंदिरों में भी पूजा अर्चना की ।
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