होली पर मस्जिद ढकना दुर्भाग्यपूर्ण, योगी के प्रशासन पर भड़की नीतीश की जेडीयू
यूपी में होली पर मस्जिदों को तिरपाल से ढके जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने योगी के प्रशासन के फैसले की आलोचना की है।

होली के पर्व पर उत्तर प्रदेश में मस्जिद को ढकने के मामले पर सियासत गर्माई हुई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने इस पर आपत्ति जताई है। जेडीयू ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रशासन के इस फैसले की आलोचना की है। जेडीयू के नेता अभिषेक झा ने गुरुवार को कहा कि होली पर मस्जिदों को ढका जा रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे अनावश्यक विवाद पैदा होगा।
जेडीयू नेता अभिषेक झा ने गुरुवार को पटना में मीडिया से बातचीत में कहा कि बीते 10 सालों में चार बार होली का त्योहार शुक्रवार के दिन आया है। 18 मार्च को 2022 को भी होली जुमे पर ही मनाई गई थी। उस समय किसी तरह का विवाद नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस तरह की बयानबाजी कर टीआरपी बटोरना चाहते हैं। भारत एक सेक्युलर और लोकतांत्रिक देश है, जहां सभी जाति और धर्म के लोगों को अपने धर्म का पालन करने का पूरा अधिकार है। प्रशासन की यह जिम्मेदारी होनी चाहिए कि ऐसी घटनाएं नहीं हों।
जेडीयू नेता ने आगे कहा कि आप मंदिर या मस्जिद को नहीं ढक सकते हैं। सावधानी बरतना सभी की जिम्मेदारी होती है। सांप्रदायिक और सामाजिक सौहार्द बनाए रखना चाहिए। यह सबकी जवाबदेही होती है, लेकिन सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की है। प्रशासन को इसे एक चुनौती के रूप में लेना चाहिए। हमारा मानना है कि इस तरह के बयानों से बचना चाहिए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में स्थानीय प्रशासन के फैसले के बाद होली से पहले कई मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया गया। प्रशासन का कहना है कि शुक्रवार को होली का त्योहार है, इस दिन जुमे की नमाज भी अदा की जाएगी। इस कारण किसी तरह की सांप्रदायिक घटना न हो, इसके लिए यह कदम उठाया गया है।
अभिषेक झा ने दावा किया कि बिहार में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। यहां सब कुछ सामान्य है। सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द सरकार की जिम्मेदारी है। नीतीश सरकार इसे अच्छी तरह से बनाए रखे हुए है। इसका पालन पूरे देश में किया जाना चाहिए।
एक दिन पहले दरभंगा की मेयर अंजुम आरा की टिप्पणी पर हुए विवाद पर झा ने कहा कि उन्होंने अपने बयान पर माफी मांग ली है। उनके बयान का समर्थन करने वाले पार्की कुछ नेता न तो प्रवक्ता हैं और न ही अध्यक्ष। उनके बयान का पार्टी कसे कोई वास्ता नहीं है। संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को अपने बयानों में सावधानी बरतनी चाहिए। बता दें कि दरभंगा मेयर ने जुमे की नमाज के दौरान होली खेलने पर डेढ़ घंटे की रोक लगाने की नसीहत दी थी। इस पर बिहार में सियासी हंगामा मच गया था।