cyber frauds from Maharashtra and Rajsthan arrested by Odisa Police from Muzaffarpur Bihar महाराष्ट्र और राजस्थान के साइबर ठग, मुजफ्फरपुर से गिरफ्तारी, ओडिशा पुलिस की कार्रवाई; इतना बडा नेटवर्क?, Bihar Hindi News - Hindustan
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महाराष्ट्र और राजस्थान के साइबर ठग, मुजफ्फरपुर से गिरफ्तारी, ओडिशा पुलिस की कार्रवाई; इतना बडा नेटवर्क?

पूछताछ के बाद तीनों शातिरों को ओडिशा पुलिस ने दोपहर में कोर्ट में पेश किया है। यहां से तीनों को ट्रांजिट रिमांड पर ओडिशा ले जाया गया। गिरोह द्वारा पांच राज्यों से करोड़ों रुपये के ठगी किए जाने की आशंका है।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तानThu, 8 May 2025 09:59 AM
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महाराष्ट्र और राजस्थान के साइबर ठग, मुजफ्फरपुर से गिरफ्तारी, ओडिशा पुलिस की कार्रवाई; इतना बडा नेटवर्क?

महाराष्ट्र और राजस्थान के तीन साइबर अपराधियों को बिहार के मुजफ्फरपुर से पकड़ा गया। धरे गए राजस्थान के जोधपुर विवेक विहार कॉलोनी के महेंद्र कुमार, मुंबई के मलाड के पवन पवार और सुजीत कुमार के पास से लग्जरी कार, लैपटॉप, पांच मोबाइल, चेकबुक, एटीएम कार्ड और आधार कार्ड बरामद किया गया है। ओडिशा से आई साइबर थाने की पुलिस ने काजीमोहम्मदपुर थाने के सहयोग से अहले सुबह छापेमारी कर तीनों को अघोरिया बाजार स्थित एक होटल के कमरे से पकड़ा।

पूछताछ के बाद तीनों शातिरों को ओडिशा पुलिस ने दोपहर में कोर्ट में पेश किया है। यहां से तीनों को ट्रांजिट रिमांड पर ओडिशा ले जाया गया। गिरोह द्वारा पांच राज्यों से करोड़ों रुपये के ठगी किए जाने की आशंका है। तीनों ने साइबर फ्रॉड की कई घटनाओं में संलिप्तता स्वीकार की है। बालेश्वर साइबर थाने में 17 मार्च 2025 को चौधरी विकाश चंद्र ने केस दर्ज कराया था। इसमें 46.19 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया था। मामले में साइबर अपराधियों का ट्रेस मिलने पर ओडीशा के साइबर थाने से इंस्पेक्टर मीणा विंधानी के नेतृत्व में पुलिस टीम छापेमारी करने मुजफ्फरपुर पहुंची।

पुलिस के अनुसार पवन मुम्बई में एक मैनेजमेंट सर्विसेज कंपनी में एचआर के पद पर काम करता है। सुजीत भी मुम्बई में ही प्राइवेट काम करता है। वहीं, महेंद्र ने पिछले साल आईटीआई पास किया था। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि जोधपुर से महेंद्र मुम्बई में पवन और सुजीत के पास गया था। इसके बाद तीनों वहां से कार से मुजफ्फरपुर पहुंचे। मोबाइल जांच के आधार पर मुजफ्फरपुर में छापेमारी कर तीनों को पकड़ा गया।

तीनों एक माह से अघोरिया बाजार के होटल में रहकर अपना नेटवर्क चला रहे थे। छापेमारी के दौरान होटल संचालक ने पुलिस को पहले कहा कि एक दिन पहले ही तीनों चेकआउट कर गए हैं। होटल का रजिस्टर चेक करने पर भी पता चला कि तीनों एक दिन पहले कमरा खाली कर चुके हैं। हालांकि, पुलिस ने जब होटल के उस कमरे की जांच की तो तीनों उसी कमरे से पकड़े गए। पुलिस ने बताया कि पूरी कार्रवाई के दौरान होटल मालिक और मैनेजर की भूमिका संदिग्ध मिली है। इसकी जांच की जा रही है।