अधूरी योजना को पूर्ण दिखा कर ली अवैध निकासी
मनीगाछी के माउंबेहट पंचायत में 2020-21 में मनरेगा के तहत नाला निर्माण के लिए स्वीकृत राशि की अवैध निकासी का आरोप है। आरोप है कि कागज पर काम पूरा दिखाकर 9 लाख की राशि निकाली गई। योजना अधूरी रही और सड़क...

मनीगाछी। प्रखंड की माउंबेहट पंचायत में मनरेगा की ओर से वर्ष 2020-21 में करीब नौ लाख की लागत से स्वीकृत नाला निर्माण में काम किए बिना ही स्वीकृत राशि की अवैध तरीके से निकासी करने का आरोप मनरेगा कर्मियों पर लगाया गया है। इस योजना में कागज पर ही काम पूरा करने का आरोप लगाया गया है। आरोप के अनुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 में योजना सं 0519008, आरसी नंबर 20380743 के नाम पर 600 फीट नाला निर्माण की योजना बनाई गई। गांव के मध्य स्थित नवकी पोखर से चमरगोड़ा तक 600 फीट के इस नाले की प्राक्कलित राशि आठ लाख 89 हजार 172 रुपए है।
इस योजना के आरंभिक समय में व्यापक अनियमितता के कारण यह अधूरी ही रह गई। सड़क के बीच में 600 फीट तक बनने वाली इस योजना से सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई, जो आज भी जानलेवा बनी हुई है। बताया जाता है तत्कालीन पीओ ने इस योजना में अवैध रूप से लेबर मद में एक लाख 28 हजार 304 एवं ईंट खरीद के नाम पर एक लाख 63 हजार 756 रुपये का भुगतान कर दिया। इसके बाद तत्कालीन पीओ रूमान फिरदौसी ने योजना की भौतिक स्तर पर जांच की। भौतिक जांच में सच्चाई सामने आने पर ईंट उद्योग के प्रोपराइटर को तीन नवंबर 2022 को भूलवश गलत तरीके से भुगतान की गई राशि वापस करने से संबंधित पत्र भी लिखा गया था। हद तो तब हो गयी जब पूर्व की राशि की वापसी को नजरंदाज करते हुए पुन: बिल सं. 1181 से दोबारा उसी ईंट उद्योग के नाम से एक लाख 53 हजार 756 रुपए का भुगतान कर दिया गया। बिना काम किए ही फर्जी बिल के माध्यम से भुगतान की शिकायत की जांच दो वर्ष पूर्व वरीय पदाधिकारी पुष्पिता झा ने की। अपनी जांच रिपोर्ट में उन्होंने इस योजना में किए गए फर्जीवाड़े का उल्लेख करते हुए संबद्ध पदाधिकारी से राशि की वापसी का आग्रह किया था।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।