महराजी पुल डायवर्सन के टेढ़े-मेढ़े निर्माण ने बढ़ायी लोगों की मुसीबत
महाराजी ड्योढ़ी मोहल्ला में शहरी सुविधाओं की कमी है। लोग नगर निगम पर नल-जल योजना और सड़क-नाला निर्माण न करने का आरोप लगा रहे हैं। नवनिर्मित महराजी पुल के डायवर्सन के निर्माण में गुणवत्ता की कमी और...
शहर का पुराना व चर्चित महराजी ड्योढ़ी मोहल्ला शहरी सुविधाओं के अभाव से बदहाल है। लोग सड़क-नाला नहीं बनने व नल-जल योजना का लाभ नहीं मिलने का जिम्मेदार नगर निगम को करार देते हैं। साथ ही नवनिर्मित महराजी पुल के डायवर्सन निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हैं। मोहल्लावासी बताते हैं कि वर्षों इंतजार के बाद नया पुल बना तो बागमती नदी के पूर्वी भाग निवासी हजारों लोग खुश हो गए। अब जैसे टेढ़े-मेढ़े ढंग से डायवर्सन का निर्माण हो रहा है उससे हादसे का डर पैदा हो गया है। लोग पुल व इसके एप्रोच पथ की डिजाइनिंग पर हैरानी जताते हैं।
कैलाश नाथ झा, मिथिलेश झा, विनोद राय, मोती प्रसाद मंडल, राजकुमार पासवान आदि बताते हैं कि नये महराजी पुल में पैदल आने-जाने का रास्ता नहीं है। सिर्फ एक तरफ से रेलिंग किनारे चबूतरा ढाल दिया गया है, जिस पर अतिक्रमण पसरने लगा है। उन्होंने बताया कि पुल से उतरकर डायवर्सन पर मुड़ने के दौरान सार्वजनिक दुर्गा मंदिर के आगे तीखा मोड़ है। यहां समतल व चौड़ी सड़क बनाने की जरूरत है। इसके बावजूद रॉ-मेटेरियल की कमी कर शुभंकरपुर इस्कॉन मंदिर की ओर जाने वाले डायवर्सन के दोनों तरफ के हिस्से को गहरा व बीच के भाग को आरीनुमा बनाया गया है। इस वजह से दुर्घटना होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि डायवर्सन का निर्माण कार्य भी संवेदक ने रात के अंधेरे में किया। सुबह जब मोहल्ले के लोगों ने निर्माण को देखा तो चौंक गए। आक्रोशित मोहल्लावासियों ने आगे के कार्य को रोक दिया और मुंशी से इंजीनियर को बुलाने की मांग की। उन्होंने बताया कि इस घटना के पांच-सात दिन से बीत चुके हैं, पर अब तक इंजीनियर या अन्य अधिकारी देखने भी नहीं आए हैं। इसके चलते अधूरा डायवर्सन परेशानी का सबब बना है। इसके चलते इस्कॉन मंदिर के श्रद्धालुओं सहित हजारों लोगों को आवाजाही में दिक्कत होरही है। बेवजह वाहन सवारों को डेढ़ किलोमीटर का चक्कर काटना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि नगर विकास मंत्रालय व निगम अधिकारियों को महराजी पुल निर्माण कार्य की जांच करानी चाहिए।
लौट गई राशि, नहीं बनी ड्योढ़ी मैदान किनारे की सड़क
महाराजी ड्योढ़ी मोहल्ला दरभंगा नगर निगम के वार्ड आठ का हिस्सा है। यहां के सैकड़ों परिवार दरभंगा राज के दौर से बसे हैं। मोहल्ले के राजू पासवान, सुभाष यादव, विनोद पासवान, हरेंद्र सिंह आदि बताते हैं कि दशकों से महराजी ड्योढ़ी मोहल्ले में विकास कार्य ठप है। ड्योढ़ी मैदान किनारे सड़क-नाला निर्माण अटका है। उन्होंने बताया कि यह सड़क वर्ष 1902 एवं 1970 के सर्वे रजिस्टर में दर्ज है। इसके बावजूद कुछ दबंगों के सड़क पर दावा जताने पर निगम अधिकारी निर्माण कराने की पहल नहीं कर रहे हैं। वार्ड आठ के पार्षद प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता मिथिलेश राय बताते हैं कि दुर्गा मंदिर से लेकर प्रकाश झा के घर तक सड़क-नाला निर्माण की स्वीकृति मिली। इसके बाद ड्योढ़ी मैदान पर मलिकाना हक जताकर लोगों ने निर्माण रोक दिया। इस कारण निर्माण राशि भी वापस हो चुकी है।
-बोले जिम्मेदार-
महाराजी पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की ओर से करवाया जा रहा है। डायवर्सन का सही तरीके से निर्माण नहीं किये जाने की शिकायत लोगों से मिली है। पुल निर्माण निगम को पत्र लिखकर डायवर्सन को जल्द दुरुस्त करवाया जायेगा।
- रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर
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