बिहार में फर्जी रेल अधिकारी गिरफ्तार, स्वतंत्रता सेनानी ट्रेन में एडीआरएम बनकर दे रहा था धौंस
पूछताछ करने पर फर्जी अधिकारी ने अपने आप को एडीआरएम आलोक कुमार झा बताया। पहचान पत्र दिखाने को कहने पर नॉनसेंस कहते हुए चिल्लाने लगा। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना असली परिचय दिया।

बिहार के दरभंगा मे आरपीएफ और रेल पुलिस ने एक फर्जी रेल अधिकारी को दबोच लिया है। गाड़ी संख्या 12562 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के एच वन कोच में गुरुवार को लकली एडीआरएम पकड़ा गया। आरोपी की पहचान मधुबनी जिले के सकरी थाने के सकरी वार्ड संख्या 17 निवासी इंदु कांत चौधरी का पुत्र दुर्गा कांत चौधरी के रूप में की गयी है। आरपीएफ केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। पहले भी बिहार में कई फर्जी अफसर पकड़े जा चुके हैं।
दरभंगा आरपीएफ निरीक्षक पुखराज मीणा ने बताया कि गुरुवार को वरीय अधिकारी और मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष, समस्तीपुर से सूचना मिली कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के एच वन कोच में एक व्यक्ति अपने आप को समस्तीपुर रेल मंडल का एडीआरएम आलोक कुमार झा बता रहा है। इस सूचना के सत्यापन के लिए रेलवे सुरक्षा बल, दरभंगा के अधिकारी व जवानों के साथ राजकीय रेल थाने के अधिकारी व जवान तथा सीटीईटीआई, दरभंगा ने गाड़ी के दरभंगा आगमन पर उसकी जांच की। जांच में फर्जी अधिकारी पकड़ा गया। आरपीएफ पोस्ट पर ले जाकर जब उससे पूछताछ की गयी तो कई तथ्य सामने आए।
उक्त व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपने आप को एडीआरएम आलोक कुमार झा बताया। पहचान पत्र दिखाने को कहने पर नॉनसेंस कहते हुए चिल्लाने लगा। वह रौब दिखाते हुए वहां मौजूद अधिकारियों को सबक सिखाने की बात कहने लगा। लेकिन, बाद में सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना असली परिचय दिया। इस सम्बन्ध में सीटीईटीआई चंदेश्वर राय ने लिखित शिकायत पत्र दिया। इस शिकायत पत्र के आधार पर आरपीएफ, दरभंगा के प्रभारी निरीक्षक ने आरपीएफ थाने में केस दर्ज किया। इसे अग्रिम कार्यवाही के लिए रेलवे न्यायालय, समस्तीपुर के लिए शुक्रवार को अग्रसारित किया जाएगा। पहले भी नकली अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। कुछ मनबढ़ु और चालाक किस्म के लोग फर्जी अधिकारी बनकर सफर करते रहते हैं।