जेल से छूटे बेटे को सुधारने के लिए थाने छोड़ गए थे पिता, लेकिन उसने कर लिया सुसाइड
डीएसपी ने बताया कि उसके माता-पिता उसे सुधारने के उद्देश्य से बुधवार की सुबह थाने में लाकर छोड़ गए थे जहां युवक ने कमरे में अकेला पाकर वहां बिछाये गए कंबल के कोर को फाड़कर खिड़की से बांध दिया और गर्दन में फांसी लगा ली। 20 दिनों पहले आर्म्स एक्ट के मामले में जेल से छूटकर घर आया था।

सारण जिले के परसा थाने में 18 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना बुधवार की शाम करीब तीन बजे की बताई जा रही है। मृतक युवक फतेहपुर निवासी पिंटू सिंह का अठारह वर्षीय पुत्र शुभम था। थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने युवक की स्थिति नाजुक देख उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे, जहां जांच के दौरान उसे मृत घोषित किया गया। युवक की थाने में आत्महत्या की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। घटना की सूचना पर सोनपुर डीएसपी प्रीतीश कुमार भी मौके पर पहुंचे। थानाध्यक्ष सुनील कुमार और परिजनों से घटना की जानकारी ली।
डीएसपी ने बताया कि उसके माता-पिता उसे सुधारने के उद्देश्य से बुधवार की सुबह थाने में लाकर छोड़ गए थे जहां युवक ने कमरे में अकेला पाकर वहां बिछाये गए कंबल के कोर को फाड़कर खिड़की से बांध दिया और गर्दन में फांसी लगा ली। पुलिस उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य पहुंची जहां जांचोपरांत चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। पिता पिंटू सिंह ने बताया कि उसके गलत संगत को देखकर परेशान रहने के कारण उसे बुधवार की सुबह थाने में डराने-धमकाने के लिए लाया गया, जहां उसे हाजत के बगल के कमरे में रखा गया।
परिजनों का आरोप है कि दो घंटे के बाद उसे थानाध्यक्ष सुनील कुमार के आने के बाद छोड़े जाने की बात कही गई, और बाद में फोन कर बुलाया गया जहां अस्पताल में युवक का शव देखते ही होश उड़ गए। परिजन पुलिस पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं। इधर सोनपुर डीएसपी ने बताया कि मृतक शुभम करीब 20 दिनों पहले आर्म्स एक्ट के मामले में जेल से छूटकर घर आया था और उसकी गलत संगत को देख माता-पिता उसे सुधारने के उद्देश्य थाने में लाकर दिए थे। उन्होंने बताया कि दुर्भाग्य है कि युवक ने अकेला अपने को पाकर फांसी लगा ली। हालांकि यह जांच का विषय है।
सूचना मिलने पर सीओ अनुज कुमार भी मौके पर पहुंचे एवं घटना की जानकारी परिजनों से ली। डीएसपी ने बताया कि इस मामले में जांच की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी। करीब दो घंटे तक काफी प्रयास के बाद परिजन मानने को राजी हुए और करीब साढ़े सात बजे पुलिस ने शव को कब्जे में लिया तथा पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। इस संबंध में परिजनों की तरफ से अभी कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है। घटना के बाद मां गायत्री देवी पिता पिंटू सिंह सहित अन्य परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है।