दोस्तों ने पहले किडनैप किया, फिर मारकर जमीन में गाड़ दिया; जिंदा नहीं खोज पाई पुलिस
बेगूसराय जिले के मटिहानी में एक शख्स की अपहरण के बाद हत्या कर उसके शव को जमीन में गाड़ दिया। मृतक का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ मर्डर, लूट, रंगदारी जैसे कई संगीन मामले दर्ज थे।

बिहार के बेगूसराय जिले से हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। दोस्तों ने एक शख्स को बुलाकर उसका पहले किडनैप कर लिया। फिर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में उसके शव को गड्ढा खोदकर जमीन में गाड़ दिया। वारदात मटिहानी थाना क्षेत्र की है। मृतक की पहचान रामदीरी नकटी चौधरी पट्टी निवासी दीपक कुमार उर्फ चिप्पू (40) के रूप में हुई है। वह बीते तीन दिनों से लापता था। बुधवार को उसका शव मक्के के खेत में जमीन में गड़ा हुआ पाया गया। पुलिस उसे जिंदा नहीं खोज पाई, इससे परिजन में आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार खेत से दुर्गंध आने पर स्थानीय लोगों ने पुलिस को बुलाया। मटिहानी थाना की पुलिस ने बुधवार को गड्ढा खोदकर अंदर से शव को बाहर निकाला। मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। परिजन में कोहराम मच गया। उन्होंने अपहरण के बाद चिप्पू की हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने बेगूसराय सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजन को सौंप दिया।
होली में दिल्ली से आया था गांव
परिजन ने बताया कि चिप्पू दिल्ली में रहता था। वह होली से पांच दिन पहले ही गांव आया था। 16 मार्च की रात करीब साढ़े दस बजे दो-तीन युवक दोस्ती का हवाला देकर उसको घर से बुलाकर ले गए थे। उसके बाद से वह लापता था। उन्होंने बताया कि काफी खोजबीन के बाद मंगलवार को लापता होने की सूचना मटिहानी थाने को दी गई।
ग्रामीणों ने बताया कि मटिहानी थाना क्षेत्र में अपराधी पूरी तरह से बेलगाम हो गए हैं। युवक की निर्मम तरीके से हत्या कर शव को मकई के खेत में गड्ढा खोदकर दफना देना पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती है। तीन दिनों से गायब चिप्पू को पुलिस जिंदा रहते नहीं खोज पाई। तीसरे दिन उसका शव मकई के खेत से मिला।
घर से 200 मीटर दूर ही मिला शव
थानाध्यक्ष नितेश कुमार ने बताया कि दीपक कुमार उर्फ चिप्पू का शव उसके घर से करीब 200 मीटर की दूरी से बरामद किया गया है। शव को छिपाने के मकसद से हत्यारों ने उसे गड्ढा खोदकर जमीन में गाड़ दिया था। परिजन की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
चिप्पू पर दर्ज थे लूट और मर्डर के केस
थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक चिप्पू का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके ऊपर हत्या, लूट, रंगदारी सहित एक दर्जन से अधिक मामले जिले के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। हो सकता है कि बदले की भावना में ही बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया हो। उन्होंने बताया हत्या कैसे हुई है यह मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा होगा। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी मनीष कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच मामले की जांच पड़ताल की।
वारदात कर बेगूसराय से दिल्ली भाग जाता था चिप्पू
दिल्ली पुलिस के सूत्रों की मानें तो दीपक कुमार उर्फ चिप्पू की गांव के ही कुछ बदमाशों से दोस्ती हो गई थी। वह धीरे- धीरे अपराध की दुनिया में आ गया। साल 2006 में मटिहानी थाने में सबसे पहले एक मर्डर केस में उसका नाम आया था। उसके बाद हत्या, लूट, रंगदारी सहित 11 संगीन मामले दर्ज हुए। वह वारदात करके दिल्ली भाग जाता था।