पेज पांच की लीड... तेज आंधी से केला किसानों को भारी क्षति, कई जगह गिरे पेड़
प्रखंड क्षेत्र में रविवार को आई आंधी-पानी में आम और लीची किसानों को भी नुकसान लालगंज विस क्षेत्र के कई गांवों में आंधी-पानी में छप्पर ढहने और पेड़ के गिरने की सूचना रविवार की रात 11 बजे तक विद्युत...

बिदुपुर l संवाद सूत्र प्रखंड क्षेत्र में रविवार को आई आंधी-पानी में केले आम आदि फसलों की भारी क्षति पहुंची है l बिदुपुर के कंचनपुर रजासन, पकौली, रामदौली, अमर मधुरापुर, मथुरा, गोपालपुर, मजलिसपुर, चेचर, बाजीतपुर सैदात आदि पंचायत में केले की फसल को भारी क्षति हुई है। वहीं विगत दो तीन दिनों से विद्युत आपूर्ति भी पूर्ण रूपेण चरमरा गई है। इसके कारण जहां लोग भीषण गर्मी में काफी परेशान दिखे। लोगों के मोबाइल फोन जवाब दे गए, इससे सबसे ज्यादा परेशानी हुई। उधर, लालगंज विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में आंधी पानी में छप्पर के ढहने और पेड़ के गिरने की सूचना है।
हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत कंपनी की ओर से आंधी पानी आने से पूर्व ही तारों का रखरखाव सही तरीके से नहीं किया गया। इसके कारण विद्युत तारों पर पेड़ के डाली आदि गिर जा रही है। इसके कारण आपूर्ति बाधित हो जा रही है। बीते रविवार की रात 11 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रीड के पीछे ही चार पोल के तार आंधी पानी में गिर गए, इस कारण आपूर्ति बाधित रही। ठीक उसके एक दिन पूर्व शुक्रवार शनिवार की रात में पूरी रात-दिन दिग्घी ग्रिड के निकट हाइवा की ठोकर से पोल के टूट जाने के कारण 10 पोल के 33 केवीए के तार गिर गए। इसके कारण लगभग चौबीस घंटे के करीब आपूर्ति बाधित रही। यदि विभाग द्वारा सही तरीके से रख रखाव पूर्व में करा देता, तो विद्युत की आपूर्ति निर्बाध रूप से होती। वहीं बीते रविवार की शाम आए आंधी में चेचर गांव में कुछ किसानों के केला बगान में केला के पौधे धराशाई हो गए। इस कारण केला उत्पादक किसानों को ज्यादा क्षति हुई। पेड़ की डाली की सही से छंटाई जरूरी ग्रिड के पीछे ही चार पोल के तार आंधी पानी में गिर गए। इसके कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही। ठीक उसके एक दिन पूर्व शुक्रवार-शनिवार के रात में पूरे रात दिन दिग्घी ग्रिड के निकट हाइवा के ठोकर से पोल के टूटने के कारण 10 पोल के 33 केवीए के तार गिर गए। इसके कारण लगभग 24 घंटे के करीब आपूर्ति बाधित रही। बरसात के मौसम से पूर्व यदि विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर पोल के अगल बगल के पेड़ की डाली को कांट छांट करा देता तो विद्युत आपूर्ति बाधित नहीं होती। बिजली के पोल भी सड़क किनारे थोड़ी दूरी पर गाड़े जाता तो भी समस्या का निदान हो सकता है। केला किसानों को हुई ज्यादा क्षति वहीं बिजली के पोल भी सड़क किनारे दूर गाड़े जाते तो भी समस्या का निदान हो सकता है। हवा के झोंके जिधर चले, उधर के केला बागान में केले के पौधे धराशाई हो गए। वहीं आम भी काफी गिरे। केला किसानों का कहना है कि इस आंधी में बहुत सारे केले के पेड़ गिर गए हैं और जो खड़े हैं वह भी अपनी गुणवत्ता खो चुके हैं l बावजूद इसके सरकार की ओर से किसानों को किसी प्रकार की राहत मिलती नहीं दिख रही। बिदुपुर - 02 - रविवार को आई आंधी-पानी में केले की खड़ी फसल को इस तरह से पहुंची है क्षति।
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