जेडीयू का डैमेज कंट्रोल, 'ताजमहल' वाले ईद मिलन से मोहब्बत का पैगाम दे रही नीतीश की पार्टी
- जेडीयू एमएलसी के आवास पर ईद मिलन कार्यक्रम का आयोजन में 'ताजमहल' का थीम नजर आएगा। दरअसल ताजमहल थीम के जरिए मोहब्बत का पैगाम देने की कोशिश जेडीयू की तरफ से की गई है। ऐसी उम्मीद है कि इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज से जुड़े लोग शामिल होंगे।
देश में वक्फ बोर्ड कानून 2025 लागू हो चुका है। कानून बनने से पहले इस विधेयक को संसद के दोनों ही सदनों में मोदी सरकार ने पास कराया और फिर राष्ट्रपति ने इसपर अपनी मंजूरी दे दी। संसद में जनता दल यूनाइटेड ने इस बिल पर मोदी सरकार का खुलकर सपोर्ट किया था। राजद समेत कई बड़े दल इस बिल के खिलाफ थे। बिहार में इसी साल चुनाव होने हैं और राष्ट्रीय जनता दल वक्फ के मुद्दे पर यह साबित करने में जुटी है कि वो पूरी मजबूती से मुस्लिमों के साथ खड़ी है। लेकिन अब जदयू ने भी डैमेज कंट्रोल का प्लान तैयार कर लिया है। जेडीयू ने ईद मिलन समारोह और ताजमहल से मोहब्बत का पैगाम भेजने का प्लान बनाया है।
दरअसल जेडीयू एमएलसी डॉक्टर खालिद अनवर के आवास पर मंगलवार की शाम को आयोजित ईद मिलन कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम के जरिए विपक्षी पार्टियों को काउंटर करने की भी कोशिश की जाएगी। बता दें कि जेडीयू के कई वरिष्ठ नेता कह चुके हैं कि इसका असली असर सिर्फ चुनाव में नजर आएगा। विपक्ष इस बात को लेकर लगातार जेडीयू पर हमला बोल रहा है कि वक्फ बिल पर समर्थन की वजह से ही जदयू के कई मुस्लिम नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया। इसके जवाब में भी जदयू के कई मुस्लिम नेताओं ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था और वक्फ बिल पर जदयू के प्रति अपनी एकजुटता दिखाई थी।
जेडीयू एमएलसी के आवास पर ईद मिलन कार्यक्रम का आयोजन में 'ताजमहल' का थीम नजर आएगा। दरअसल ताजमहल थीम के जरिए मोहब्बत का पैगाम देने की कोशिश जेडीयू की तरफ से की गई है। ऐसी उम्मीद है कि इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज से जुड़े लोग शामिल होंगे। जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि विपक्ष वक्फ बिल को लेकर यह हवा बनाने की कोशिश में है कि नीतीश कुमार मुस्लिमों के खिलाफ हैं और उसको ऐसा लगता है कि इससे जेडीयू को नुकसान होगा। हम इसका तगड़ा जवाब देंगे।
जेडीयू एमएलसी ने कहा कि नीतीश कुमार के लंबे शासनकाल में मुसलमानों के सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी कार्य किए गए हैं। खासकर बिहार में सांप्रदायिक सौहार्द का एक माहौल तैयार किाय गया है। ताजमहल दुनिया भर में एक धरोहर के तौर पर मशहूर है। यह प्यार और शांति का प्रतीक है और हमारे नेताओं की तस्वीर भी इसकी प्रतीक है।