मेरे शरीर को नोंचा, कपड़ा फाड़ने की कोशिश हुई; बिहार में महिला कानूनगो से भीड़ की हैवानियत
- कानूनगो निधि पांडेय ने कहा कि मेरे साथ मारपीट की गई। मुझे गाली दी गई। मेरे ऊपर जानलेवा हमला किया गया। कपड़ा फाड़ने की कोशिश की गई। शरीर को नोंचा गया और मोबाइल फोन छीन लिया गया। हमलावर दबाव बना रहे थे कि जमीन को मेरे नाम कर दो। मैं सरकार की गाइडलाइन का पालन कर काम कर रही थी।

बिहार में महिला कानूनगो की सरेआम पिटाई की गई है। हैरानी की बात है कि कई लोगों की भीड़ ने दफ्तर के सामने ही महिला कानूनगो को बुरी तरह पीटा और सभी के सभी फरार हो गए। मामला पश्चिम चंपारण जिले का है। यहां लौरिया के कर्पूरी आश्रम स्थित भूमि सर्वे कार्यालय में कटैया पंचायत के बारवा शेख के पांच-छह दर्जन लोगों ने हमला कर दिया। भीड़ में शामिल महिला-पुरुषों ने विशेष सर्वेक्षण की महिला कानूनगो निधि पांडेय को कार्यालय से बाल पकड़कर खींचते हुए बाहर निकाला। उनके साथ दुर्व्यवहार कर पिटाई कर दी। मोबाइल छीन लिया और कपड़े फाड़ने का प्रयास किया। हमले में वह घायल हो गईं।
पटना से आयी जांच टीम के सामने हुई घटना से सभी हैरान हैं। उन्हें भी अपनी जान बचाने के लिए छिपना पड़ा। लोगों के भागने के बाद पुलिस टीम समेत एसडीएम सूर्य प्रकाश गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे। महिला दारोगा प्रिया रंजना और दारोगा जय प्रकाश कुमार ने बताया कि कानूनगो का बयान दर्ज किया जा रहा है। एफआईआर दर्ज कर वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी। इधर, हमला करने वाले लोगों का आरोप है कि जमीन पर पूर्व से हमलोगों का कब्जा है। सर्वे टीम ने इस जमीन को एक व्यक्ति के नाम पर कर दिया है। इसी बात को लेकर लोगों में नाराजगी है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, कटैया पंचायत के बरवा शेख गांव में एक खाता-खेसरा की 40.50 एकड़ जमीन सत्यनारायण राय से वर्ष 2001 में सरकार के स्तर से खरीदकर 40 भूमिहीनों के बीच वितरित की गई थी। अब 67 लोग जमीन पर जमाबंदी दिखा रहे हैं। इन्हीं 67 लोगों ने पटना राज्य अभिलेखागार में आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने जमीन पर वर्षों से खुद के कब्जा होने की बात कही थी। उक्त जमीन को सर्वे टीम की ओर से एक व्यक्ति के नाम पर कर दिये जो का आरोप लगाया गया था। इसी की जांच करने के लिए पटना से एक टीम लौरिया के कर्पूरी आश्रम स्थित सर्वे कार्यालय पहुंची थी।
अनुदेशक राज्य अभिलेखागार पंकज कुमार सिंह, आशुतोष कुमार सिंह और सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी मनोज कुमार गुप्ता, विशेष सर्वे बंदोबस्त पदाधिकारी कुमार गौरव विशेष सर्वेक्षण कानूनगो निधि पाण्डेय से विवादित जमीन के बारे में पूछताछ करने के साथ जांच कर रही थी। इसी दौरान पांच से छह दर्जन महिला-पुरुष कार्यालय पर चढ़ गये। पटना से आए पदाधिकारी भीड़ और हल्ला सुनकर बाहर निकले, इसी बीच महिला और पुरुष ऑफिस में घुसकर महिला कानूनगो को खींचकर बाहर निकाला।
उनकी जमकर पिटाई करने के साथ उनसे दुर्व्यवहार किया। जब तक टीम कुछ समझ पाती, लोग फरार हो गये। महिला अधिकारी को चोटें आई हैं। उनका मोबाइल भी लोगों ने छीन लिया है। जानकारी मिलते ही नरकटियागंज एसडीएम सूर्यप्रकाश गुप्ता, जिला बंदोबस्त पदाधिकारी प्रमोद कुमार, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी फिरोज एकबाल, बृजबिहारी कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। लौरिया थाने की पुलिस कार्यालय में कैंप कर रही है।
अधिकारियों ने जताई नाराजगी, अमर्यादित कृत्य बताया
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि यह अशोभनीय और अमर्यादित कृत्य है। किसी भी महिला को ऑफिस से खींचकर मारपीट करना गलत है। अनुदेशक राज्य अभिलेखागार पटना से आए पंकज कुमार ने कहा कि मैं जबतक कुछ समझता, उसके पहले ही हमलावरों ने निधि से बर्बरतापूर्वक मारपीट करने लगे। जब हम जांच करने आए थे तो मेरे सामने ही इनलोगों द्वारा कानूनगो के साथ ऐसा गलत काम करना अमर्यादित है।
नरकटियागंज के एसडीएम सूर्य प्रकाश गुप्ता ने कहा कि पटना से आई टीम जांच कर रही थी। किसी से गलती हो गई हो या शिकायतकर्ता का आरोप सही है तो भी लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं थी। महिला कानूनगो के साथ मारपीट करना गलत है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
क्या बोलीं महिला कानूनगो
कानूनगो निधि पांडेय ने कहा कि मेरे साथ मारपीट की गई। मुझे गाली दी गई। मेरे ऊपर जानलेवा हमला किया गया। कपड़ा फाड़ने की कोशिश की गई। शरीर को नोंचा गया और मोबाइल फोन छीन लिया गया। हमलावर दबाव बना रहे थे कि जमीन को मेरे नाम कर दो। मैं सरकार की गाइडलाइन का पालन कर काम कर रही थी।