जीतनराम मांझी ने दी NDA को टेंशन! 40 सीटों की डिमांड, शेरघाटी सीट पर भी ठोंका दावा
हिन्दुस्तान आवामा मोर्चा (हम) के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए के घटक के रूप में उनकी पार्टी को कम से कम 40 सीटें मिलनी चाहिए।

भले ही अभी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे की कोई चर्चा नहीं हुई, और न ही कोई बैठक। लेकिन इसके बावजूद एनडीए के सहयोगी दल हिन्दुस्तान आवामा मोर्चा (हम) के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए के घटक के रूप में उनकी पार्टी को कम से कम 40 सीटें मिलनी चाहिए। उन्होंने गया जिले की शेरघाटी सीट पर भी अपना दावा ठोंका। मांझी रविवार को शेरघाटी के रंगलाल हाई स्कूल मैदान में पार्टी की ओर से आयोजित गरीब चेतना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सभा के बाद जीतन राम मांझी ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल के मामले पर उनकी पार्टी का स्टैंड साफ है। वह एनडीए के साथ खड़े हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर उठाए जा रहे सवालों को भी बेतुका बताते हुए कहा कि ऐसी बात करने वालों का ही दिमाग खराब है।
इससे पूर्व मांझी ने राज्य सरकार द्वारा कराई गई जाति आधारित गणना पर कहा कि इसमें भुईंया और मुसहर को अलग-अलग दिखाया गया है, जिससे उनकी जाति का प्रतिशत कम हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यादवों में भी दो प्रमुख उपजातियां कृष्णौत और मंजरौठ है, लेकिन वहां दोनों जातियों का आंकड़ा एक करके दिखाया गया है। भुईंया जाति का आंकड़ा भले साढ़े चार प्रतिशत है, लेकिन केवल सात फीसदी लोग ही साक्षर हैं।
जीतन मांझी ने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में शिक्षा में सुधार हो और देशभर में समान शिक्षा कानून लागू हो, इसके लिए भी हम काम करेंगे। मांझी ने कहा कि आपको याद होगा कि नीतीश कुमार ने हमको मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन संख्या कम रहने के वजह से उन्होंने हमें हटा दिया। अगर हमारी संख्या विधानसभा में अधिक होती तो हमें वो नहीं हटाते।