16 माह बाद भी अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू नहीं हुई लिफ्ट की सुविधा
1. बोले खगड़िया:16 माह बाद भी अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू नहीं हुई लिफ्ट की सुविधा16 माह बाद भी अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू नहीं हुई लिफ्ट की सुविधा

गोगरी । एक संवाददाता गोगरी में सौ शय्या अनुमंडलीय अस्पताल के उद्घाटन के 16 माह बाद भी लिफ्ट सिस्टम नहीं लगाया गया है। अस्पताल में लिफ्ट सिस्टम नहीं लगाए जाने से प्रसव मरीजो को सीढ़ी मार्ग से तीसरी मंजिल पर चढ़ने उनकी सांसे फूलने लगती हैं। जिससे परेशानी का सामना करना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि अनुमंडलीय अस्पताल का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को किया था। उद्घाटन के 16 माह बीत गए, लेकिन लिफ्ट सिस्टम नही लगाया गया है। जबकि लिफ्ट लगाने के लिए फाउंडेशन बनाया गया है। जो सिर्फ हाथी का दांत बना हुआ है।
गर्भवती महिलाओं को तीसरी मंजिल सीढ़ी पर चढ़ने से शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई समस्याओं से जूझ रहा है अनुमंडलीय अस्पताल: अनुमंडलीय अस्पताल इसके अलावा कई अन्य समस्याओं से जूझ रहा है। अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर के आभाव में सिजिरियन प्रसव एवं ऑर्थो के मरीज को रेफर किया जाता है। सोमवार को दुर्घटना ग्रस्त मरीज जब इलाज कराने अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे तो ऑर्थो डॉक्टर की पोस्टिंग नही रहने से रेफर कर दिया गया। दुर्घटनाग्रस्त मरीज जब अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे तो ओपीडी में तैनात डॉक्टर ने उन्हें दर्द की दवाई और एक्स-रे कराने की सलाह दी। एक्स-रे में पैर की हड्डी फ्रैक्चर था तो उन्हें रेफर कर दिया गया। वही प्रसव महिला को सिजिरिया से प्रसव कराने की नौबत आई तो उन्हें सदर अस्पताल में रेफर कर दिया। प्रसव महिला दर्द की पीड़ा से कराह रही थी उनके परिजनों ने स्थानीय निजी नर्सिंग होम में सिजिरिया प्रसव कराया। बताया गया कि गोगरी के सौ शय्या अनुमंडलीय अस्पताल में ऑर्थो एवं सिजेरियन प्रसव कराने की सुविधा उपलब्ध है लेकिन ऑर्थो एवं सिजिरिया डॉक्टर की पोस्टिंग नही होने से मरीजो को रेफर किया जाता है। अनुमंडलीय अस्पताल में लगाए गए स्वास्थ्य की सुविधाएं शोभा की वस्तु बनी हुई है। अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्टिंग के लिए जिला कार्यालय को पत्राचार किया गया है। पोस्टिंग होने पर मरीजो को सभी सुविधाएं मिलेंगी। प्रतिदिन चार सौ मरीज आते हैं अनुमंडलीय अस्पताल: गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी से मरीजो को इलाज कराने में परेशानी हो रही है। ओपीडी में इलाज के लिए प्रतिदिन चार सौ से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। जिसमे अधिकांश सर्दी व बुखार से ग्रसित मरीज आते हैं। अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि बदलते मौसम में खांसी सर्दी एवं बुखार से पीड़ित मरीज इलाज कराने अस्पताल पहुंच रहे हैं। ओपीडी में सुबह आठ बजे से ही मरीजो की लंबी लाइन इलाज कराने खड़ी हो जाती है। बुखार व एलर्जर्ी के मरीजों की संख्या अधिक होने के बाबजूद ओपीडी में डॉक्टरों की संख्या नही बढ़ायी जा रही है। एक डॉक्टर के सहारे ओपीडी का संचालन किया जा रहा है। अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्टिंग नही की गई है। बताया इस अस्पताल के आउटडोर के लिए 55 व इंडोर के लिए 60 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हंै। अस्पताल में दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कफ सीरप की आपूर्ति अस्पताल में नहीं हो रही है। कफ सीरप के एवज में एंटी वायटिक टेबलेट मरीजों को दिया जाता है। बोले लोग : 1. अनुमंडलीय अस्पताल में लिफ्ट की सुविधा चालू नही होने से प्रसव मरीजो को तीसरी मंजिल पर चढ़ने में काफी परेशानी होती है। नूर आलम, सरपंच, रामपुर। 2. अस्पताल में मरीजो को लिफ्ट की सुविधा मिलने से ऊपर के भवन कक्ष में जाने में प्रसव महिलाएं को सुविधा मिलेगी, लेकिन लिफ्ट चालू नही किया जा रहा है। अफरोज आलम, जदयू कार्यकर्ता। 3. अस्पताल में लिफ्ट की सुविधा का अभाव एवं डॉक्टर की कमी का दंश मरीजों को झेलना पड़ रहा है। इस ओर अस्पताल प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है। आवेश चौधरी, व्यवसायी। 4. डॉक्टर की कमी रहने से मरीजों को स्वास्थ्य की समुचित सुविधाएं नही मिल पाती है। इस पर पहल करने की जरूरत है। सुमन सिन्हा, कैफे संचालक। 5. अनुमंडलीय अस्पताल में तीसरी मंजिल पर प्रसव कक्ष है, लेकिन लिफ्ट की सुविधा चालू नही रहने से प्रसव मरीजों को परेशानी होती है। बिशप राज, युवा। 6. अस्पताल में जल्द लिफ्ट चालू होने से मरीजों को दूसरी एवं तीसरी मंजिल पर चढ़ने में सुविधा मिलेगी। सुधांशु राज, अधिवक्ता। बोले अस्पताल प्रभारी: अस्पताल की तीसरी मंजिल पर प्रसव कक्ष है। उपर चढ़ने में प्रसूता के द्वारा शिकायतें मिलती रहती है। इस समस्याओ से निजात दिलाने के लिए विभाग से पत्राचार किया गया है। डॉ चंद्रप्रकाश, चिकित्सा प्रभारी, अनुमंडलीय चिकित्सा पदाधिकारी, गोगरी। फोटो: 11 कैप्शन: गोगरी अनुमंडल का सौ शय्या अस्पताल। अनुमंडलीय अस्पताल में ईसीजी मशीन बनी है शोभा की वस्तु अनुमंडलीय अस्पताल में ईसीजी मशीन बनी है शोभा की वस्तु गोगरी। अनुमंडलीय अस्पताल में ईसीजी मशीन रहते टेक्निशियन के अभाव में चालू नहंी किया गया। जिससे मरीजों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन विभागीय स्तर से ठोस पहल नहंी की जा रही है। मरीजों को खुले बाजार में जाकर मोटी राशि चुकता कर ईसीजी कराना पड़ता है। स्थिति यह है कि अनुमंडलीय अस्पताल में हाल में ही लगायी गई मशीन शोभा की वस्तु बनी हुई है। अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू नही की पोस्टमार्टम की सुविधा गोगरी, एक संवाददाता गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल का 17 करोड़ की लागत से भवन का निर्माण कर स्वास्थ्य सुविधा चालू किया गया, लेकिन अस्पताल में पोस्टमार्टम की सुविधा शुरू नही की गई है। जिससे अनुमंडल के सभी थाने को पोस्टमार्टम कराने सदर अस्पताल जाना पड़ता है। सदर अस्पताल जाने में ज्यादा दूरी तय करना पड़ता है। जिससे समय एवं आर्थित परेशानी होती है। जबकि अनुमंडलीय अस्पताल में पोस्टमार्टम कक्ष बनाया गया है लेकिन सुविधा शुरू नही की गई है। बताया गया कि अगर गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल में पोस्टमार्टम की सुविधाएं शुरू होती है तो दुख की घड़ी में मृतक के परिजनों को समय का बचत होगी। इधर अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रप्रकाश ने बताया कि अस्पताल में पोस्टमार्टम कक्ष निर्मित है, लेकिन विभाग से आदेश मिलने पर पोस्टमार्टम सुविधा शुरू की जाएगी।
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