फर्जी महिला डॉक्टर के घर शराब और 21 लाख बरामद, रेड में पुलिस पर मिर्च पाउडर से हमला
ऊषा देवी की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस टीम के साथ धक्का मुक्की की गई और उन पर मिर्ची पाउडर भी फेका गया। कड़ी मशक्कत से पुलिस टीम कथित फर्जी चिकित्सक को गिरफ्तार कर पाई।

बिहार के बेतिया में एक फर्जी महिला डॉक्टर ने अपने अवैध नर्सिंग होम में एक महिला और उसके नवजात बच्चे की गलत इलाज करके जान ले ली। नगर के राज शिव मंदिर के नजदीक अर्जुन नगर में एक फर्जी अस्पताल की फर्जी चिकित्सक ऊषा देवी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। ऊषा देवी की गिरफ्तारी अर्जुन नगर स्थित उसके घर से की गई। पुलिस ने उसके घर से 21 लाख रुपये नगद, विदेशी शराब (रायल स्टैक) की चार बोतलें भी बरामद की हैं। वही पांच बाइक भी जब्त किया गया है।
गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस टीम पर ऊषा देवी व उसके परिजनों ने हमला का प्रयास किया। पुलिस टीम के साथ धक्का मुक्की की गई और उन पर मिर्ची पाउडर भी फेका गया। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस टीम कथित फर्जी चिकित्सक को गिरफ्तार करने में सफल हो सकी। शनिवार की रात यह पूरी कार्रवाई एएसपी दिव्यांजली कुमारी के नेतृत्व में पूरी की गई। ऊषा देवी के खिलाफ पहले से तीन केस दर्ज हैं।
इस सबंध में बताया जाता है कि पुलिस को यह सूचना मिली की कथित फर्जी चिकित्सक ऊषा देवी अस्पताल वाले अपने घर के ऊपरी मंजिल में ही छुपी हुई हैं। जिसके बाद आईपीएस अधिकारी एएसपी दिव्यांजली कुमारी के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। पुलिस की यह कारवाई सुबह तीन बजे तक चली। एएसपी सुश्री दिव्यांजली ने बताया कि इस सबंध में मामला दर्ज कर गिरफ्तार फर्जी चिकित्सक को जेल भेजने की कारवाई की जा रही है।
शनिवार को ऊषा देवी के फर्जी अस्पताल में प्रसव के बाद सिगड़ी बहुअरी गांव निवासी संदीप राम की पत्नी चिन्ता देवी और उनके नवजात बच्चे की मौत हो गयी। महिला को उषा देवी के एजेंटों ने बहला फुसला कर नर्सिंग होम में भर्ती करा दिया था जो अवैध है। वहां चिंता देवी ने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन अधिक रक्तश्राव से महिला की मौत हो गई और बच्चे ने दम तोड़ दिया। उसके बाद अचानक नर्सिंग होम के डॉक्टर फरार हो गए। घटना के बाद लोगों ने काफी बवाल भी किया था।