तेजस्वी ने क्राइम, करप्शन और पलायन पर नीतीश सरकार को घेरा, JDU ने लालू राज की दिलाई याद
तेजस्वी यादव के आरोपों पर जदयू ने भी जवाब दिया। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि झूठ बोलने से जनता सत्ता की बागडोर तेजस्वी यादव को नहीं सौंपने वाली है। अपराध बढ़ने के आरोपों को ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा कि प्रति लाख व्यक्ति अपराध दर के आधार पर बेहतर क़ानून व्यवस्था के राज्यों में बिहार है।
बिहार में इसी साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैंं। विधानसभा चुनाव से पहले तमाम राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैंं। अब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य की बीजेपी-जेडीयू सरकार को बेरोजगारी, अपराध, पलानय और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा है। तेजस्वी यादव ने एक्स पर एक वीडियो शेयर कर एनडीए सरकार पर तंज कसा है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा, ‘ युवाओं को नौकरी नहीं, कामगारों को काम नहीं, अपराध पर लगाम नहीं, पलायन पर कोई रोक नहीं, बेरोजगारों को रोजगार नहीं, बिना घूस दिए होता कोई काम नहीं, ऐसी निकम्मी सरकार अब हमें स्वीकार नहीं, 20 वर्षों की भाजपा-जदयू सरकार अब बिहार को स्वीकार नहीं।’
तेजस्वी यादव के आरोपों पर जदयू ने भी जवाब दिया है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने रविवार को यहां कहा कि झूठ बोलने से जनता सत्ता की बागडोर तेजस्वी यादव को नहीं सौंपने वाली है। तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बिहार सरकार एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई आरोप लगाए हैं। आरोपों पर पलटवार करते हुए राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि नीतीश सरकार ने बिहार में 12 लाख नौकरियां एवं 38 लाख रोजगार देने के लक्ष्य को लगभग हासिल कर लिया है और देश के पहले तीन राज्यों में बिहार का नाम शामिल हो चुका है ।
तेजस्वी यादव के पलायन बढ़ने के आरोपों पर कहा जदयू प्रवक्ता ने कहा कि अब तो राज्य में “रिवर्स माइग्रेशन” हो रहा है। स्पष्ट है कि लाखों लोग जो राष्ट्रीय जनता दल- राजद के जंगलराज में बिहार से बाहर गए थे, उनमें लाखों लोग वापस लौट आए हैं। पलायन के आंकड़े निरंतर घट रहे हैं। अपराध बढ़ने के आरोपों को ख़ारिज करते हुए जदयू नेता ने कहा कि प्रति लाख व्यक्ति के अपराध दर के आधार पर देश के बेहतर क़ानून व्यवस्था के राज्यों में बिहार शामिल हुआ है। अब पति और बच्चों की सकुशल वापसी के लिए माताएं जंगल राज के दौर की तरह मन्नतें नहीं मांगती हैं क्योंकि उन्हें राज्य में सुशासन की सरकार पर भरोसा है।
बिहार में महज 817 थाने थे - जदयू प्रवक्ता
उन्होंने कहा कि लालू राज में वर्ष 2005 तक 817 थाने थे। उनके भवन जर्जर थे। पुलिस बल मात्र 42 हजार 480 थी लेकिन अब थानों की संख्या बढ़ कर 1380 हो चुकी है वहीं पुलिस बल की संख्या भी बढ़ कर एक लाख 10 हजार हो चुकी है। पुलिस बल में दो लाख 29 हज़ार से ज़्यादा पुलिस कर्मियों की भर्ती का लक्ष्य है ।
जेडयू के प्रवक्ता ने राज्य में भ्रष्टाचार के बढ़ने के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि अब जिस पार्टी के सुप्रीमो भ्रष्टाचार के मामले में सजायफ़्ता हों और स्वयं तेजस्वी यादव 'ज़मीन दो नौकरी लो' के बहुचर्चित घोटाले में अदालतों के चक्कर काट रहे हों , उन्हें तो कोई नैतिक अधिकार नहीं है कि भ्रष्टाचार पर वह सवाल करें।