Groundwater Crisis in Madhubani Water Level Drops to 15 Feet शहर में जलस्तर 15 फीट नीचे गिरा, कई मोहल्लों में संकट बढ़ा, Madhubani Hindi News - Hindustan
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शहर में जलस्तर 15 फीट नीचे गिरा, कई मोहल्लों में संकट बढ़ा

मधुबनी में जलस्तर औसतन 15 फीट नीचे चला गया है, जिससे जल संकट गहरा गया है। रहिका प्रखंड में जलस्तर सबसे कम है। भूजल रिचार्ज की प्रक्रिया धीमी है, जिससे जल स्तर में लगातार गिरावट आ रही है। अधिकारी...

Newswrap हिन्दुस्तान, मधुबनीFri, 30 May 2025 12:14 AM
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शहर में जलस्तर 15 फीट नीचे गिरा, कई मोहल्लों में संकट बढ़ा

मधुबनी,निज संवाददाता। शहर में औसतन 15 फीट नीचे तक जलस्तर लुढ़क गया है। जलस्तर नीचे जाने का यह क्रम लगातार जारी है। मधुबनी डिवीजन के सभी 11 डिवीजनों में से रहिका प्रखंड में सबसे नीचे जलस्तर है। वहीं नीचे से दूसरे स्थान पर पंडौल प्रखंड में जलस्तर है। इस डिवीजन में 15 मई को औसतन जलस्तर 18.9 फीट चला गया है। यहां पर अप्रैल में जलस्तर 18.6 फीट जलस्तर चला गया है। विभाग के अनुसार मधुबनी डिवीजन के रहिका प्रखंड में जल संकट की स्थिति दिन-ब-दिन भयावह होती जा रही है। डिवीजन के 11 प्रखंडों में अप्रैल के मुकाबले मई में जलस्तर में औसतन एक से दो इंच की गिरावट दर्ज की गई है।

यह गिरावट सामान्य नहीं मानी जा रही, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में पानी के स्तर में तेजी से गिरावट देखी गई है। सबसे चिंताजनक स्थिति रहिका प्रखंड की है, जहां भूजल स्तर डिवीजन में सबसे नीचे पहुंच चुका है। भू-जल रिचार्ज की प्रक्रिया धीमी पर्यावरण संरक्षण समिति के अध्यक्ष उमेश प्रसाद व सचिव विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि भूजल रिचार्ज की प्रक्रिया बहुत धीमी है। जब एक लेयर से दूसरी लेयर तक पानी पहुंचता है, तो इसमें 6 से 7 साल तक का समय लग जाता है। ऐसे में जब लगातार नीचे के तालों से पानी खींचा जा रहा हो और ऊपर से रिचार्ज की गति सुस्त हो, तो जलस्तर का गिरना स्वाभाविक है। घरेलू उपयोग, कृषि, निर्माण कार्यों और अव्यवस्थित जल निकासी के कारण पानी का बहाव ज्यादा हो रहा है, जो मिट्टी में रिचार्ज होने से पहले ही बर्बाद हो जाता है। प्लास्टिक से ढके आंगन, सीमेंटेड गलियां और तालाबों की कमी ने जल संरक्षण के प्रयासों को और भी मुश्किल बना दिया है। क्या कहते हैं अधिकारी पीएचईडी कार्यपालक अभियंता बिपुल कुमार नंदन ने बताया कि जलस्तर नीचे गया लेकिन हमेशा कुछ अंतराल पर बारिश होने के बाद इस माह में जितनी आशंका थी, उस स्तर पर जलस्तर मेंटेंन रहा है। इन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर नल जल के जो भी काम हुए थे, उसका मेंटेंन किया जा रहा है। निविदा की प्रक्रिया के साथ ही काम भी किये जा रहे हैं। चापाकल मरम्मत के लिए भी टीम लगातार क्षेत्र में शिकायत के आलोक में काम कर रही है।

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