बिना डॉक्टरी सलाह के कोरोना जांच नहीं,बढ़ते केस के बीच कहां आया ये फरमान?
शासन की ओर से अस्पतालों में आवश्यक दवा, पीपीई किट, जांच की सुविधा, आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटिलेटर की उपलब्धता रखने को कहा गया है। इसके लिए संयुक्त अस्पताल में 12 बेड का वार्ड तैयार कर लिया गया है।

गाजियाबाद जिले में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 40 के पार पहुंच गया है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी पैथोलॉजी लैब को बिना चिकित्सीय सलाह जांच नहीं करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड बनाने को कहा है।
स्वास्थ्य विभाग को शिकायत मिल रही थी कि थोड़ी सी खांसी,जुकाम और वायरल बुखार में मरीज खुद ही निजी पैथोलॉजी लैब में जाकर जांच करा रहे हैं। जबकि यह सामान्य बुखार है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने निजी पैथोलॉजी लैब को सख्त निर्देश दिए हैं कि बिना चिकित्सीय परामर्श के किसी भी मरीज का कोरोना टेस्ट नहीं किया जाए। जिला सर्विंलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि खुद से जांच में कोरोना की पुष्टि होने पर परिवार के साथ आस-पड़ोस में भी डर का माहौल बन रहा है। जबकि इन दिनों वायरल बुखार, खांसी मौसमी बीमारी है ।
आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश
शासन की ओर से अस्पतालों में आवश्यक दवा, पीपीई किट, जांच की सुविधा, आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटिलेटर की उपलब्धता रखने को कहा गया है। इसके लिए संयुक्त अस्पताल में 12 बेड का वार्ड तैयार कर लिया गया है। साथ ही सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी (सारी) और आईएलआई के पांच प्रतिशत रोगियों की ही कोराना जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
दो महिलाओं समेत चार को कोरोना
जिले में बुधवार को दो महिलाओं समेत चार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। अब तक कोरोना के 46 केस मिल चुके हैं। इनमें 20 सक्रिय मरीज हैं। जिनमें 18 मरीज होम आइसोलेशन और दो मरीज निजी अस्पताल में भर्ती हैं। डीएसओ डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि कविनगर निवासी 31 वर्षीय महिला, 28 वर्षीय युवक, कमला नेहरूनगर निवासी पुरुष और खोड़ा निवासी 58 वर्षीय महिला को खांसी, जुकाम और बुखार के बाद कराई गई जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
500 वीटीएम किट मंगाई
जिले में स्थानीय स्तर पर आरटीपीसीआर जांच के लिए 500 वीटीएम किट मंगाई गई है, ताकि लोकल स्तर पर जांच का कार्य शुरू किया जा सके। आरटीपीसीआर जांच में सीटी वैल्यू 25 से कम पाए जाने पर मरीजों के नमूने जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए लखनऊ भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
जिले में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 40 के पार पहुंच गया है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी पैथोलॉजी लैब को बिना परामर्श जांच नहीं करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड बनाने को कहा है। स्वास्थ्य विभाग को शिकायत मिल रही थी कि थोड़ी सी खांसी, जुकाम और वायरल बुखार में मरीज खुद ही निजी पैथोलॉजी लैब में जाकर जांच करा रहे हैं। जबकि यह सामान्य बुखार है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने निजी पैथोलॉजी लैब को सख्त निर्देश दिए हैं कि बिना डॉक्टरी सलाह के बिना किसी भी मरीज का कोरोना टेस्ट नहीं किया जाए। जिला सर्विंलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि खुद से जांच में कोरोना की पुष्टि होने पर परिवार के साथ आस-पड़ोस में भी डर का माहौल बन रहा है। जबकि इन दिनों वायरल बुखार, खांसी मौसमी बीमारी है ।
आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश
शासन की ओर से अस्पतालों में आवश्यक दवा, पीपीई किट, जांच की सुविधा, आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटिलेटर की उपलब्धता रखने को कहा गया है। इसके लिए संयुक्त अस्पताल में 12 बेड का वार्ड तैयार कर लिया गया है। साथ ही सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी (सारी) और आईएलआई के पांच प्रतिशत रोगियों की ही कोराना जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।