पप्पू यादव के बाद अब PMCH अधीक्षक पर बरसे तेजस्वी यादव, डीके टैक्स गैंग का जिक्र कर सीएम नीतीश को भी घेरा
तेजस्वी यादव ने कहा कि दरअसल PMCH के नवनिर्माण पर 5000 करोड़ खर्च होने है, जब तक इसका निर्माण चलेगा यही व्यक्ति अधीक्षक रहेंगे। मुख्यमंत्री की भी औकात नहीं है कि इसे हटा सकें क्योंकि जिस DK Tax गैंग की बदौलत ये पद पर है वो लॉबी CM से भी अधिक पावरफ़ुल है।
पटना के PMCH में दलित लड़की की मौत के बाद अस्पताल में कुव्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि पीएमसीएच में बच्ची को सही समय पर बेड नहीं मिला और उसके इलाज में भी कोताही बरती गई है। इस मुद्दे पर पूर्णिया के सांसद और कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने PMCH के अधीक्षक को हाल ही में घेरा था और अब राजद नेता तेजस्वी यादव भी पीएमसीएच अधीक्षक पर जमकर बरसे हैं। तेजस्वी यादव ने डीके टैक्स का जिक्र कर सीएम नीतीश को भी घेरा है। तेजस्वी यादव ने एक्स पर अपनी बात रखी है।
तेजस्वी यादव ने कहा, 'मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के साथ मिलकर DK Tax के खोजकर्ता रिटायर्ड अधिकारी एवं रिटायर्ड अस्पताल अधीक्षक ने मिलकर PMCH को श्मशान बना दिया है। PMCH के अधीक्षक आई.एस ठाकुर 31 जनवरी 2024 को रिटायर होने वाले थे। 28 जनवरी को महागठबंधन सरकार गई और नई सरकार बनी, 31 जनवरी को कोई भी स्वास्थ्य मंत्री नहीं थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं इनके अवधि विस्तार की संचिका पर हस्ताक्षर किए, फिर बाद में कैबिनेट में इसे लाया गया। जनवरी 2025 में फिर इन्हें अवधि विस्तार दिया गया।
दरअसल PMCH के नवनिर्माण पर 5000 करोड़ खर्च होने है, जब तक इसका निर्माण चलेगा यही व्यक्ति अधीक्षक रहेंगे। मुख्यमंत्री की भी औकात नहीं है कि इसे हटा सकें क्योंकि जिस DK Tax गैंग की बदौलत ये पद पर है वो लॉबी CM से भी अधिक पावरफ़ुल है। ये रिटायर्ड डॉक्टर हैं, कोई अभियंता तो है नहीं, जो बिल्डिंग बनवाएंगे लेकिन दूसरे गोपनीय मामलों के विशेषज्ञ हैं।'
तेजस्वी यादव ने आगे कहा, 'नकारे रिटायर्ड अस्पताल अधीक्षक के रहते यहां मरीजों को कभी बेड उपलब्ध नहीं होता, चिकित्सक उपस्थित नहीं रहते, काउंटर पर दवाएं मिलती ही नहीं हैं, टेस्ट अस्पताल में होते नहीं, मरीजों को डॉक्टरों के निजी क्लिनिक भेजने और बाहर से महंगी जांच करवाने के लिए कहा जाता है। रिटायर्ड अधीक्षक के अधिकांश परिजन इसी अस्पताल में कार्यरत है। पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था में कहीं कोई पारदर्शिता नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री अमंगल पांडेय प्रदेश के मंत्री कम और पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रभारी रहने के नाते वहां के नेता प्रतिपक्ष अधिक प्रतीत होते है। मंगल पांडे ने समूची स्वास्थ्य व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है।
इंजीनियरिंग और अन्य विभागों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने DK Tax गैंग के सहयोग से रिटायर्ड अधिकारियों को शीर्ष पर बैठा रखा है ताकि खजाने को निडरता से लूट सकें। विगत दिनों भवन निर्माण विभाग के एक रिटायर्ड मुख्य अभियंता के घर छापे में 11 करोड़ नगद राशि मिली थी। आज तक के इतिहास में बिहार में इतनी राशि कहीं भी बरामद नहीं हुई।'
नीतीश कुमार ईमानदार बनने का स्वांग रचते हैं लेकिन ऐसे रिटायर्ड अधिकारियों, DK Tax और भूंजा पार्टी के मार्फ़त ही उन्होंने बिहार में भ्रष्टाचार की बाढ़ ला रखी है। रिटायर्ड अधिकारी और भूंजा पार्टी मिलकर बिहार को दीमक की तरह खोखला कर चुके हैं। प्रदेश हित में इन लुटेरों का हटना अत्यावश्क है।
PMCH के प्रभारी उपाधीक्षक पर हुई कार्रवाई
मुजफ्फरपुर में नाबालिग के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के बाद उसके इलाज में हुई लापरवाही मामले की जांच को गठित पदाधिकारियों की टीम जल्द ही रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को सौंपेगी। दो-दो पदाधिकारियों की अलग-अलग टीम ने पीएमसीएच और एसकेएमसीएच में जाकर विस्तृत जांच की है। विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि जांच रिपोर्ट के बाद इस मामले में दोषी पाये जाने पर कुछ और पर भी कार्रवाई हो सकती है। प्रथम दृष्टया दोषी पाये गये एसकेएमसीएच की अधीक्षक और पीएमसीएच के प्रभारी उपाधीक्षक पर पहले की कार्रवाई कर दी गई है।
रेफरल पॉलिसी का पालन नहीं करने और प्रशासनिक लापरवाही पर उक्त कार्रवाई हुई है। मालूम हो कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के निर्देश पर विभाग के निदेशक प्रमुख (प्रशासन) डॉ. राम नारायण चौधरी, निदेशक प्रमुख (नर्सिंग) डॉ. प्रमोद कुमार सिंह और निदेशक प्रमुख (स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में जांच टीम गठित है।