अस्पताल में डाॅक्टरों की उपस्थिति व 24 घंटे एंबुलेंस सुनिश्चित करें
मधुबनी में बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक हुई, जिसमें प्रभारी मंत्री लेशी सिंह ने विभिन्न विभागों की योजनाओं की समीक्षा की। शिक्षा विभाग ने कई योजनाओं के लाभार्थियों की जानकारी दी।...
मधुबनी, नगर संवाददाता। जिला स्तरीय बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक शनिवार को प्रभारी मंत्री मधुबनी सह खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री लेशी सिंह की अध्यक्षता में डीआरडीए स्थित सभाकक्ष में आयोजित की गई। डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बैठक की रूपरेखा प्रस्तुत की। प्रभारी मंत्री ने विभागवार विभागीय कार्यों की समीक्षा की। शिक्षा विभाग की समीक्षा के क्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मुख्यमंत्री बालक पोशाक योजना मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, मुख्यमंत्री साइकिल योजना आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त योजनाओं के तहत कुल 515981 लाभुकों के बीच 471476 000 रूपये उनके खाते में भेजे गए है।
उन्होंने बताया कि जिले के 2972 विद्यालयों में मध्यान भोजन का संचालन किया जा रहा है, जिसमें सभी विद्यालयों में एलपीजी गैस पर ही खाना बनता है। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत जिले के 12359 छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए 2328525493 की राशि प्रदान की गई है। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के क्रम में सिविल सर्जन मधुबनी ने बताया कि सदर अस्पताल मधुबनी में दो चिकित्सकों के द्वारा अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है। मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत् पीड़ित बच्चों को अहमदाबाद भेजकर उनका निःशुल्क उपचार करवाया जा रहा है। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिया कि अस्पताल में डॉक्टर की शत-प्रतिशत उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित करें। अस्पतालों में एंबुलेंस की उपलब्धता 24 घंटे होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाएं। उन्होंने उपस्थित सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल के अतिरिक्त सभी अनुमंडलीय अस्पतालों में भी अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था सुनिश्चित करें। सभी निर्माणाधीन सड़कों का निर्माण पूर्ण करें: ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा के क्रम में प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी निर्माणाधीन सड़कों का निर्माण कार्य अविलंब पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि संबंधित अभियंता चल रहे सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता का स्वयं स्थल भ्रमण कर जांच करें। प्रभारी मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सड़क निर्माण कार्य में अनावश्यक विलंब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ग्रामीण कार्य विभाग के सभी संबंधित अभियंताओं को निर्देश दिया कि माननीय सदस्यों द्वारा सड़कों की मरम्मती एवं निर्माण से संबंधित उठाए गए प्रश्नों को पूरी गंभीरता से लेकर शीघ्र उसका समाधान करें। इन विभागों की हुई समीक्षा: इसके अतिरिक्त प्रभारी मंत्री ने खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, पंचायती राज विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, सहकारिता विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, योजना एवं विकास विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, जल संसाधन विभाग सहित कई विभागों के विकास कार्यों तथा योजनाओं की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। कई मुद्दों पर मंत्री ने लिया फीडबैक: बैठक में सदस्यों द्वारा चापाकल की मरम्मती, नए चापाकल का निर्माण, विद्यालयों में वर्ग कक्षा का निर्माण, विद्यालय भवनों का निर्माण, सड़क निर्माण ,सड़क मरम्मती, गरीब बच्चों को निजी विद्यालय में नामांकन, नव सृजित विद्यालयों में भूमि की उपलब्धता तथा भवन निर्माण, टोला सेवक एवं तालीमी मरकज की बहाली आदि कई विषयों पर प्रश्न किए है,साथ ही माननीय सदस्यों ने कई महत्वपूर्ण फीडबैक भी दिए गए। बैठक में सांसद झंझारपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र रामप्रीत मंडल, एमएलसी घनश्याम ठाकुर, गुलाब यादव, विधायक विनोद नारायण झा, अरुण शंकर प्रसाद, हरिभूषण ठाकुर बचौल, समीर कुमार महासेठ, सुधांशु शेखर, डीएम अरविंद कुमार वर्मा, जिला परिषद् अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव, महापौर मधुबनी नगर निगम अरुण राय, एडीएम राजेश कुमार, डीडीसी दीपेश कुमार, डीपीआरओ परिमल कुमार सहित सभी विभागों के पदाधिकारी एवं सदस्य आदि उपस्थित थे।
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