पक्की सड़क न नल से पानी, गंदगी व जलजमाव से वार्ड-23 में परेशानी
मधुबनी नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 23 का महिला कॉलेज इलाका बुनियादी सुविधाओं के अभाव में परेशान है। जलजमाव, अधूरा नाला निर्माण और गंदगी की समस्याओं के कारण स्थानीय लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा...
मधुबनी । मधुबनी नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 23 का महिला कॉलेज इलाका आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। नगर निगम की घोर उपेक्षा और लापरवाही का खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है। वर्षों से जलजमाव, अधूरा नाला निर्माण, गंदगी और असुविधाजनक आवागमन की समस्याओं से ग्रस्त इस क्षेत्र के लोगों का आक्रोश अब फूट पड़ा है। हिंदुस्तान टीम से बातचीत में स्थानीय विनय कुमार, राम कुमार, विकास आदि लोगों ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में वर्षों से समस्याओं को देख ऐसा प्रतीत होता है कि इस क्षेत्र को विकास कार्य में प्राथमिकताओं में शामिल ही नहीं किया गया है।
महिला कॉलेज रोड बाजार आने-जाने का मुख्य मार्ग है, जिससे प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है। यही मार्ग कॉलेज जाने वाली छात्राओं, दुकानदारों और आम नागरिकों के लिए उपयुक्त है। लेकिन विडंबना यह है कि बरसात के मौसम में यह सड़क जलजमाव के कारण तालाब में तब्दील हो जाती है। स्थानीय दीपक कुमार बताते हैं कि अधूरे नाला निर्माण की वजह से जलनिकासी नहीं हो पाती है, हल्की बारिश में भी सड़कें लबालब भर जाती हैं। यह स्थिति न केवल आम राहगीरों के लिए असहज है, बल्कि कॉलेज आने वाली छात्राओं के लिए भी अत्यंत परेशानी का कारण बन जाता है। छात्राओं को जलजमाव से होकर कॉलेज आना पड़ता है। कई बार उन्हें गंदे पानी में से गुजरना पड़ता है, जिससे वे जूते उतारकर कॉलेज परिसर में प्रवेश करती हैं। इसी कारण कई छात्राएं बरसात के दिनों में कॉलेज जाना बंद कर देती हैं, जिससे उनकी पढ़ाई पर असर पड़ता है। पूरे मानसून इससे परेशान होना पड़ता है। काॅलोनी में अस्वच्छता के साथ संक्रमण और बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। रितेश कुमार, जो इलाके में दुकान चलाते हैं, बताते हैं कि महिला कॉलेज इलाके में छोटे-बड़े कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान हैं। लेकिन बारिश के मौसम में सड़क पर जलजमाव होने से ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पाते। इससे व्यापार पर गंभीर असर पड़ा है। उनका कहना है कि यही व्यापार उनके परिवार की आजीविका का माध्यम है, लेकिन जलजमाव के कारण दुकानदारी प्रभावित होने से घर चलाना मुश्किल हो जाता है। स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि बारिश के दिनों में सड़क और नाले में अंतर पहचानना मुश्किल हो जाता है। महिला कॉलेज इलाका पूरी तरह से पानी में डूबा रहता है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोग बताते हैं कि कई बार लोग सड़क और नाले की पहचान न कर पाने के कारण फिसलकर गिर जाते हैं। कई नागरिक अब इस मार्ग से जाने के बजाय वैकल्पिक रास्ते का उपयोग करते हैं, जिससे दूरी और समय दोनों बढ़ जाते हैं। यह असुविधा जनजीवन को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मानूसन में फिर से काॅलोनी की सड़कें डूबीं रहेंगी, यह सोच कर अभी से मन व्यथित हो जाता है। नगर निगम क्षेत्र की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है। कई बार शिकायत करने के बावजूद मूलभूत सुविधाएं बहाल करने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। वर्षों से नाला निर्माण लंबित जलजमाव से होगी दिक्कत मधुबनी शहर का महिला कॉलेज रोड, जो नगर की प्रमुख सड़कों में गिना जाता है, इन दिनों बदहाल स्थिति में है। सड़क पर जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण हल्की बारिश के बाद भी यह मार्ग लंबे समय तक जलमग्न रहता है। नाला निर्माण का कार्य वर्षों से लंबित पड़ा है, और प्रशासनिक उदासीनता के कारण आज भी कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है। इस जलजमाव की स्थिति से आम लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। खासकर वाहन चालकों को गड्ढों और पानी से भरी सड़कों पर चलना किसी जोखिम से कम नहीं। रोजाना हादसों का डर बना रहता है। इसके लिए पहल करने की जरूरत है। निरंतर साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित हो नगर निगम के अधिकारी चाहे जितना दावा कर लें कि मधुबनी शहर में प्रतिदिन सफाई हो रही है, लेकिन वार्ड संख्या 23 की स्थिति इन दावों की पोल खोल रही है। यहां की जमीनी सच्चाई यह है कि गली में जगह-जगह गंदा पानी भरा रहता है, कूड़ा-कचरा सड़कों पर पसरा होता है । बदबू से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। यह स्थिति सिर्फ एक-दो दिन की नहीं, बल्कि महीनों तक बनी रहती है। खासकर बारिश के मौसम में तो हालात और भी भयावह हो जाते हैं। गली की सड़कें जलजमाव के कारण कीचड़ में बदल जाती हैं और आसपास फैले कूड़े-कचरे से संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मोहल्लेवासी मजबूर हो जाते हैं कि वे कई दिनों तक अपने ही घरों में बंद रहें, क्योंकि बाहर निकलना मतलब बीमारी को दावत देना है। नगर निगम का दावा है कि नियमित सफाई की जा रही है, लेकिन इस गली में न तो कोई सफाईकर्मी नजर आता है, न ही कूड़ा उठाने की कोई व्यवस्था है। मधुबनी के वार्ड-23 में नल-जल योजना दम तोड़ रही है। गर्मी के मौसम में पेयजल संकट एक गंभीर समस्या के रूप में उभरकर सामने आ रहा है। इसपर निगम विभाग को पहल करने की जरूरत है।
बोले जिम्मेदार विकसित शहर बनाने के लिए नगर निगम हरसंभव प्रयास कर रही है। शहर की विकास के लिए नाला और सड़क निर्माण कार्य को लेकर टेंडर निकाला गया है। जल्द ही सड़क और नाला निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जल्द ही वार्ड-23 के मोहल्लों से समस्याएं दूर की जाएगी। सड़क और नाला निर्माण होने से जलजमाव से आवागवन में हो रही परेशानी से निजात मिलेगी। -अनिल कुमार चौधरी नगर आयुक्त मधुबनी
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