ज्ञान बाबू चौक पर बदहाल ट्रैफिक, जर्जर सड़क व बेदम नाले से बढ़ा दर्द
मोतिहारी के ज्ञान बाबू चौक का व्यावसायिक महत्व होने के बावजूद इसका विकास नहीं हो पाया है। यहां ट्रैफिक की समस्या, साफ-सफाई की कमी और शौचालय की अनुपस्थिति जैसे कई मुद्दे हैं। स्थानीय लोग इस चौक के...
¸मोतिहारी शहर स्थित ज्ञान बाबू चौक व्यावसायिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। इसके बावजूद इस जगह का समुचित विकास नहीं हो पाया। शहर के चार वार्डों 17,18,19 व 20 की बड़ी आबादी का इस चौक से सीधा जुड़ाव है। व्यावसायिक व शैक्षणिक जोन के रूप में चर्चित यह चौराहा कई मायनों में उपेक्षित है। मितुल कुमार, मनोज कुमार, संजय कुमार, मनोज कुमार आदि लोगों का कहना है कि शहर के जानपुल, हेनरी बाजार व मीनाबाजार जाना हो तो इसी रास्ते से लोगों का आना-जाना होता है। हेनरी बाजार थोक मंडी है, जहां सुबह से रात तक आमजन से लेकर व्यवसायी वर्ग के लोगों की मार्केटिंग होती है।
गांव-गंवई के लोग भी मसाला, खाद्य सामग्री, दाल, चावल, वस्त्र, रेडीमेड,बर्तन व अन्य सामान की खरीदारी करते हैं। हर रोज करोड़ों का व्यापार होता है। मीना बाजार जाने के लिए इसी मार्ग से होकर लोग एनएच, छतौनी की ओर निकलते हैं। इसके बावजूद ज्ञान बाबू चौराहे पर ट्रैफिक व्यवस्था तक नहीं है। इससे यहां अक्सर जाम की समस्या बरकरार रहती है। लोगों को बाजार आने जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। लोगों का कहना है कि यहां रोड पर कचरा बिखरा रहता है। सफाई नाकाफी है। व्यावसायिक प्रतष्ठिानों की संख्या सैकड़ों में होने के बावजूद यहां टॉयलेट तक नहीं है। स्थानीय अमरेंद्र सिंह,बृजमोहन गुप्ता,अजय कुमार गुप्ता का कहना है कि यह शहर का अति प्राचीन चौक है, जो गोपाल साह प्लस टू वद्यिालय, गोपाल साह मिडिल स्कूल, एसएनएस कॉलेज मोतिहारी, पशु चिकत्सिालय, अंग्रेजी लेखक जॉर्ज ऑरवेल की जन्म स्थली,गांधी नगर पोखरा सहित मिसकॉट, सोनार पट्टी, मीना बाजार को जोड़ता है। इसके बावजूद इस चौक स्थित जिला परिषद का गोलंबर उपेक्षित है। इसमें पहले से होटल ,दुकान आदि खुले हैं लेकिन इसका विकास नहीं हो सका है। इस गोलंबर को मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स का लुक मिल जाय तो इसके पुराने दुकानदार के अलावा नए व्यवसायियों को भी व्यवसाय करने का मौका मिल सकता है। साथ ही इससे सरकार को अधिक राजस्व भी मिलेगा। गुड्डू कुमार, संजय कुमार,नवी हसन ने बताया कि यह चौक सर्व धर्म संभाव की मिसाल के रूप में चर्चित है। यहां बगल में पतकी बाबा मजार, गुरुद्वारा, शिव मंदिर, मस्जिद अवस्थित है जो आपसी भाईचारे की पैगाम देते रहता है। यहां बड़ी तादाद में मार्केटिंग स्थल होने के बावजूद सुविधाओं की कमी है। मितुल कुमार, मनोज कुमार, भरत कुमार गुप्ता ने बताया कि इस चौक से होकर प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का आना जाना लगा रहता है लेकिन रोड व्यवस्थित नहीं है। नाला भी सुदृढ़ नहीं होने से कचरा बिखड़ा रहता है। शिवानंद जायसवाल, सेठी जी, मनोज कुमार का कहना है कि इस चौराहे का विकास नहीं हो सका है। यहां कचरा फैला रहता है। इसके कारण आवारा पशुओं का जमघट लगा रहता है।चौक पर समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा स्थापित की गई है। इसके बावजूद इस चौराहे के विकास पर जनप्रतिनिधि व प्रशासन का ध्यान नहीं जाता। विशाल गुप्ता, राकेश गुप्ता, मोनू कुमार व मुकेश कुमार ने बताया कि इस चौक से होकर छात्र छात्राएं,आमलोगों का आना जाना लगा रहता है लेकिन यहां ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। इसके कारण स्कूल कॉलेज सहित बाजार आने जाने में लोगों को काफी परेशानी होती है। गोलंबर के नवनर्मिाण से व्यापार को मिलेगा बढ़ावा, राजस्व बढ़ेगा ज्ञान बाबू चौक स्थित जिला परिषद से नर्मिति गोलंबर बहुत पुराना है। इसका नव नर्मिाण करने से व्यवसायिक गतिविधियों को और बढ़ावा मिलेगा। नए सिरे से तीन मंजिला नर्मिाण करने से दुकानों की संख्या में वृद्धि होने से राजस्व की अधिक प्राप्ति होगी। इसमें पुराने दुकानदारों के अलावा नए व्यवसायियों को भी व्यापार करने का मौका मिलेगा। नया नर्मिाण करते हुए इसपर लाइटिंग की व्यवस्था व कैमरा लगाने से इसका लुक बदल जाएगा। इससे यह मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के रूप में विकसित होगा। शिकायतें 1.ज्ञान बाबू चौक पर लचर ट्रैफिक व्यवस्था के कारण अक्सर जाम लगता है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। 2. व्यावसायिक गतिविधियों का बड़ा केंद्र होने के बावजूद यहां शौचालय तक की समुचित व्यवस्था नहीं है। 3. जिला परिषद के पुराने गोलंबर का लुक नहीं बदलने से अपेक्षाकृत कम सरकारी राजस्व का प्राप्ति होती है। 4. चौराहे के अगल-बगल के रोड व नाला व्यवस्थित नहीं होने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है। 5. चौक पर कचरा पसरे रहने से दिनभर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। सुझाव 1.ज्ञान बाबू चौक पर ट्रैफिक व्यवस्था लागू होने से लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी और जाम की समस्या नहीं होगी। 2. चौक पर बड़ी संख्या में व्यावसायिक प्रतष्ठिान हैं। सरकारी स्तर पर पे एंड यूज शौचालय के नर्मिाण से काफी सहूलियत होगी। 3. पुराने गोलंबर के नीचे होटल सहित अन्य प्रतष्ठिान हैं। इसे मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के रूप में विकसित करने से लाभ होगा। 4. यहां की जर्जर सड़कों को दुरुस्त करने की जरूरत है। नाले को भी व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। 5. इस चौक पर कचरा रहता है, जिससे आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। इस पर नियंत्रण करने की जरूरत है। बोले जम्मिेदार शहर के ज्ञानबाबू चौक के सौंदर्यीकरण व इसके विकास को लेकर पहल की जाएगी। नगर निगम की ओर से ज्ञानबाबू चौक के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार कराया जाएगा। इसके बाद इसके विकास के लिए प्राक्कलन तैयार कर कार्य किये जायेंगे। यहां से कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल जाने का रास्ता है। सौरभ सुमन यादव, नगर आयुक्त।
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