Munger Mining Department Achieves Significant Revenue Recovery of 23 36 Crores Amid Ongoing Illegal Mining जिले में जारी है बड़े पैमाने पर अवैध खनन , Munger Hindi News - Hindustan
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जिले में जारी है बड़े पैमाने पर अवैध खनन

मुंगेर के खनन विभाग ने पिछले वित्तीय वर्ष में 23 करोड़ 36 लाख रुपये की राजस्व वसूली की है, जो निर्धारित लक्ष्य के करीब है। अवैध खनन के खिलाफ 909 मामलों में कार्रवाई की गई और 90 लोगों पर एफआईआर दर्ज की...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरThu, 1 May 2025 01:56 AM
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जिले में जारी है बड़े पैमाने पर अवैध खनन

मुंगेर, एक संवाददाता। बीते वित्तीय वर्ष में जिला खनन विभाग ने राजस्व वसूली में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। विभाग ने लगभग 23 करोड़ 36 लाख रुपये की वसूली की है जो निर्धारित लक्ष्य 23 करोड़ 85 लाख रुपये के काफी करीब है। यह उपलब्धि जहां विभाग की सक्रियता को दर्शाता है। यदि अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक लगे, तो यह राजस्व और भी अधिक हो सकता है। इधर, मुंगेर खनन विभाग के अधिकारी अनुराग ठाकुर ने बताया कि, अवैध खनन के विरुद्ध 909 मामलों में छापामारी की गई। विभाग द्वारा 90 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई, जिनमें से 5 की गिरफ्तारी भी हुई है।

जिले में अभी भी बड़े पैमाने पर हो रहा है अवैध खनन: हालांकि, उपरोक्त आंकड़ों से प्रशासनिक सक्रियता परिलक्षित होती है, परंतु अवैध खनन की हकीकत अभी भी गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। जिले के कई क्षेत्रों में अब भी खुलेआम बालू और मिट्टी का अवैध उत्खनन जारी है। सूत्रों के अनुसार प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेलरों में बालू एवं मिट्टी की अवैध ढुलाई हो रही है, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये की क्षति हो रही है। इस धंधे में जिले के कई सफेदपोश एवं आपराधिक प्रवृत्ति के लोग संलिप्त हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि सदर प्रखंड, जमालपुर प्रखंड व जमालपुर प्रखंड क्षेत्र के गंगा से सटे इलाकों में बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन होता है। उनका कहना है कि, समूचा अवैध खनन पुलिस के संरक्षण में होती है, इसीलिए यह धंधा अभी भी फल-फूल रहा है। उन्होंने अवैध खनन के स्वरूप को स्पष्ट करते हुए कहा कि, यहां से प्रतिदिन लगभग 200 हाईवा मिट्टी एवं बालू का खनन होता है। इसके अतिरिक्त जिले के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिदिन 1000 से अधिक टेलर बालू एवं मिट्टी का उत्खनन किया जाता है। इतने बड़े पैमाने पर हो रहे उत्खनन पर यदि व्यवस्थित ढंग से कार्रवाई की जाए तो प्रतिदिन करोड़ों रुपए राजस्व की उगाही हो सकती है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यदि जिला प्रशासन और खनन विभाग संयुक्त रूप से और आक्रामक छापामारी अभियान चलाए, तो न केवल अवैध खनन पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सकता है, बल्कि राज्य के राजस्व में कई गुना वृद्धि भी की जा सकती है। कहते हैं अधिकारी: लक्ष्य के अनुरूप राजस्व की लगभग पूर्ण वसूली हमारे लिए उत्साहजनक है। यही हमारा दायित्व है। हालांकि, अवैध उत्खनन अब भी जारी है, जिस पर हमारी कड़ी नजर है। इसके विरुद्ध लगातार छापामारी की जा रही है और आगामी महीनों में विशेष अभियान चलाकर कठोर कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई माफिया अथवा सफेदपोश इसमें संलिप्त पाया गया, तो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। मो. सत्तार, जिला खनन पदाधिकारी, मुंगेर 2024-25 में खनन विभाग की विभिन्न स्रोतों से हुई राजस्व वसूली ईंट भट्ठा उद्योग से: 45 लाख 70 हजार रुपये बालू उत्खनन से: 2 करोड़ 28 लाख 72 हजार रुपये कार्य विभाग से: 18 करोड़ 47 लाख 15 हजार रुपये दंड के माध्यम से: 2 करोड़ 81 लाख 91 हजार रुपये नीलाम पत्र से: 9 लाख 91 हजार रुपये अनीलाम पत्र से: 7 लाख 56 हजार रुपये अन्य स्रोतों से: 3 लाख 80 हजार रुपये

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