दो लोक स्वच्छता पदाधिकारी, एक सिटी मैनेजर फिर भी पूरबसराय में जलजमाव से निजात नहीं
मुंगेर नगर निगम प्रशासन ने मानसून से पूर्व तैयारी के तहत केवल 5 बड़े और 36 छोटे नालों की सफाई की है। पूरबसराय में रेल पुल के नीचे जलजमाव और पीएनबी चौक पर खुले नालों के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया...

मुंगेर, निज संवाददाता । मानसून पूर्व तैयारी का दावा करने वाला नगर निगम प्रशासन महज 5 बड़े नालों व 36 छोटे नालों की सफाई करा कर अपने कर्तव्य की इतिश्री मान चुका है। शहरी क्षेत्र अंतर्गत पूरबसराय में रेल पुल के नीचे हो रहे जल जमाव, पीएनबी चौक के समीप दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे ढक्कन खुले नाले, एसबीआई के समीप मुख्य सड़क पर प्रतिदिन लगने वाले कचरा का अंबार सहित अन्य समस्याओं के समाधान की दिशा में कोई पहल होता नहीं दिख रहा है। पूरबसराय में रेलवे पुल के नीचे आस-पास के नालों का पानी जमने के कारण प्रतिदिन वहां जलजमाव रहता है।
हल्की बारिश में रेल पुल के नीचे काफी जलजमाव होता है। पुल के नीचे जमे गंदा पानी को पार कर आवागमन करना राहगीरों व वाहन चालकों की मजबूरी बन चुकी है। वहीं मुख्य शहर में पीएनबी चौक पर ही बड़ा नाला की सफाई के नाम पर कई दिन से ढक्कन खुला है, जो किसी भी समय किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे सकता है। इन सभी समस्याओं के प्रति नगर निगम प्रशासन पूरी तरह उदासीन बना है। जबकि नगर निगम में शहरी क्षेत्र में नागरिक सुविधा के लिए 01 सिटी मैनेजर, 02 लोक स्वच्छता पदाधिकारी, 02 सफाई प्रभारी, 01 उपनगर आयुक्त तैनात हैं। परंतु कर्मी व अधिकारी निगम कार्यालय में उपस्थिति बना कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ले रहे हैं। खासकर नया नगर आयुक्त के पदभार ग्रहण करने के बाद निगम कर्मी काम के प्रति और लापरवाह दिख रहे हैं। ----- पुल पार कर आवागमन करती है 50 हजार की आबादी मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले तीन दर्जन से अधिक गांव की लगभग 50 हजार से ज्यादा की आबादी प्रतिदिन पैदल या दोपहिया और चारपहिया वाहनों से पूरबसराय रेलवे पुल पार कर आवागमन करती है। इसके अलावा टोटो, ऑटो और भागलपुर की ओर आने व जाने वाले सैकड़ों चारपहिया वाहन इस पुल से होकर आवागमन करते हैं। पुल के नीचे जलजमाव के कारण खासकर पैदल व दोपहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है। ----- दो वर्ष पूर्व किया गया था प्रबंध दो वर्ष पूर्व पुल के नीचे जमा होने वाले पानी की निकासी के लिए पुल के दोनों ओर नाला बनाते हुए लोहे का जाली बिछाया गया था। जिससे कम पानी जमा होने पर जाली के सहारे नाला होकर निकल जाता था। बारिश होने पर मोटर पम्प की सहायता से पानी की निकासी कराई जाती थी। वर्तमान में लोहा के जाली के नीचे जाम रहने के कारण नाला से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। ---- बोलीं महापौर पूरबसराय में रेल लाइन बिछाने के दौरान रेलवे पुल काफी नीचे बना दिया गया। जिस कारण पुल सड़क से काफी गहरा हो गया है। जिस कारण नालों का पानी और बारिश का पानी पुल के नीचे जमा होता है। पिछले वर्ष मोटर पम्प लगाकर पानी की निकासी कराई जाती थी। लोक स्वच्छता पदाधिकारी को पुल का जायजा लेने के लिए भेजा जाएगा। - कुमकुम देवी, महापौर, नगर निगम, मुंगेर। ---- बोली नगर आयुक्त हाल ही में पदभार ग्रहण किए हैं, शहर अभी उनके लिए नया है। पूरबसराय में नाला का पानी क्यों जमा होता है, इसकी जानकारी लोक स्वच्छता पदाधिकारी और सिटी मैनेजर से ली जाएगी। पुल के नीचे होने वाले जलजमाव की समस्या का समाधान कराया जाएगा। - शिवांक्षी दीक्षित, नगर आयुक्त, नगर निगम, मुंगेर।
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